Vishal Mega Mart कर्ज से 1000 करोड़ की कहानी

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Vishal Mega Mart कर्ज से 1000 करोड़ की कहानी
12 Jan 2022
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आप विश्वास नहीं कर सकते हैं कि एक दिव्यांग व्यक्ति handicapped person भी कामयाबी success के उस शिखर top पर पहुँच जाता है जिसकी कोई कल्पना भी नहीं कर सकता है। सच ही तो कहते हैं कि इंसान अगर शिद्द्त से कुछ चाहे तो वो उसे हासिल हो ही जाता है फिर चाहे उसकी राह में कितनी ही difficulties मुश्किलें क्यों न आये। ऐसी ही एक हिम्मत और मेहनत courage and hard work की दास्तां लिखी है विशाल मेगा मार्ट Vishal Mega Mart के मालिक Ram Chandra Agrawal ने। उन्होंने अपने दृढ़संकल्प determination की बदौलत फोटोकॉपी की दुकान से 1000 करोड़ की कंपनी बना डाली।

कहते हैं न कि अगर हम दिल से कुछ चाहें और उसके लिए जी जान से जुट जाएं तो फिर ये असंभव है कि हमें वो चीज न मिले। हमें जीवन में सफल होने के लिए सिर्फ मेहनत ही नहीं करनी पड़ती बल्कि हिम्मत भी रखनी पड़ती है। हमने ज़िंदगी में ऐसे बहुत लोगों के बारे में सुना है कि कैसे कुछ लोग दूसरों के लिए प्रेरणा बन जाते हैं। उनकी जिंदगी में ऐसा कुछ अलग जरूर होता है जिससे लोग उन्हें प्रेरणादायक inspirational मानते हैं। ऐसे ही एक शख्स हैं विशाल मेगा मार्ट Vishal Mega Mart के  मालिक Ram Chandra Agarwal राम चन्द्र अग्रवाल। इन्होंने सफलता की उन ऊँचाइयों को छुआ है जो हर किसी के बस की बात नहीं है। चलिए जानते हैं कि कैसे बन गए Ram Chandra Agarwal विशाल मेगा मार्ट के मालिक। 

कर्ज से शुरू की फोटोकॉपी दुकान की शुरुआत 

धैर्य और दृढ़ संकल्प जीवन में आगे बढ़ने के लिए अति आवश्यक है। राम चन्द्र अग्रवाल Ram Chandra Agrawal का जन्म गरीबी में हुआ था। राम चन्द्र अग्रवाल बचपन में ही पोलियो Polio के शिकार हो गए थे। जिस वजह से उन्हें चलने में परेशानी होती थी। उन्होंने ग्रेजुएशन Graduation किया और उसके बाद साल 1986 में राम चन्द्र ने कर्ज लेकर एक फोटोकॉपी की दुकान photocopy shop खोली लेकिन उन्हें यहीं तक सीमित नहीं रहना था इसलिए उन्होंने अपने बिज़नेस को बढ़ाने का फैसला किया। इसके बाद राम चन्द्र ने कोलकाता Kolkata के लाल बाज़ार में एक कपड़े बेचने की दुकान clothing store खोल दी लेकिन उन्हें तो अभी और आगे जाना था। समय को कुछ और ही मंजूर था। कुछ सालों तक दुकान चलाने के बाद उन्होंने अब इसे भी बंदकर एक बड़े स्तर पर एक खुदरा व्यापार शुरू करने की सोची। 

ऐसे हुई विशाल मेगामार्ट की शुरुआत 

कोलकता में कपडे की दुकान clothing store को राम चन्द्र ने करीब 15 सालों तक चलाया लेकिन उन्हें तो जीवन में अभी और आगे बढ़ना था। राम चन्द्र ने दिल्ली में अपने बिज़नेस business को आगे बढ़ाने का फैसला लिया। 2001 में राम चन्द्र कोलकाता छोड़कर दिल्ली Delhi शिफ्ट हो गए। पहले उन्होंने दिल्ली के मार्केट market में प्रवेश कर विशाल रिटेल नाम से छोटे स्तर पर खुदरा व्यापार करना प्रारंभ किया। धीरे-धीरे इसमें वह तरक्की करने लगे। फिर अगले ही साल विशाल मेगा मार्ट Vishal Mega Mart नाम से बड़े स्तर पर खुदरा व्यापार करना प्रारंभ कर दिया और धीरे-धीरे उनका बिज़नेस फैलता चला गया और यह कई शहरों तक पहुंच गया। एक छोटे से फोटोकॉपी की दुकान photocopy shop से शुरुआत कर अब वह भारत के तमाम बड़े बिजनेसमैन में से एक बन गए थे और एक विशाल साम्राज्य के मालिक बन गए थे। साल 2007 में इस कंपनी नें 2000 करोड़ का प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव initial public offer (आईपीओ) निकाला।

बुरे वक्त में नहीं हारी हिम्मत शुरु की V2 रिटेल 

जब राम चन्द्र Ram Chandra ने देखा कि उनके बिज़नेस business में अच्छी तरक्की हो रही है तो 2007 में शेयर बाजार Share Market में तेजी के दौरान रामचंद्र ने भारी मात्रा में बैंक से उधार लेकर आउटलेट्स में सुविधाओं पर पैसे लगा दिए। साल 2008 में शेयर बाजारों में आई गिरावट stock markets fall की वजह से विशाल रिटेल Vishal Retail को 750 करोड़ का नुकसान हुआ। उन्हें इतना नुकसान हुआ कि अपने कठिन परिश्रम से बनाई हुई कंपनी विशाल रिटेल को वर्ष 2011 में श्रीराम ग्रुप Shriram Group को बेचना पड़ा। एक बिज़नेसमैन को चुनौतियों का सामना करके हिम्मत रखकर आगे बढ़ना चाहिए और यही राम चन्द्र ने भी किया। उन्हें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने हिम्मत से काम लिया। करोड़ों की हानि के बावजूद भी उन्हें पता था कि व्यापार में लाभ और हानि Profit and Loss तो साधारण बात है और फिर V2 रिटेल के नाम से एक बार फिर एक नई कंपनी की शुरूआत की। आज V2 रिटेल भारत में कई बड़ी कंपनियो में से एक है। इस कंपनी के देश के 17 राज्यो में 96 स्टोर्स चल रहे हैं । रामचंद्र अग्रवाल ने दिव्यांग होने के बाद भी अपने कठिन परिश्रम hard work और लगन के बलबूते छोटी सी दुकान से शुरूआत कर बहुत लंबा सफर तय किया। उन्हें 2008 में अर्न्स्ट एंड यंग एंटरप्रेन्योर ऑफ द ईयर अवार्ड Ernst & Young Entrepreneur of the Year Award और 2007 में 4Ps पावर ब्रांड अवार्ड Power Brand Award से भी सम्मानित किया गया है।