recycle चाय की पत्ती कितना महत्व है रखती

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recycle चाय की पत्ती कितना महत्व है रखती
17 Dec 2021
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सुई से हवाई जहाज जैसी वस्तु तक रीसायकल की जा सकती है। क्या कभी आपने ये सुना है या पढ़ा है कि इस्तेमाल की हुई चाय की पत्ती का भी दोबारा से इस्तेमाल हो सकता है। अगर नहीं तो आइये आज इसी पर चर्चा करते हैं। 

यूँ तो दुनिया में ऐसा कुछ भी नहीं जिसका इस्तेमाल दोबारा न किया जा सके, बात इतनी सी है कि हमें उसके इस्तेमाल का तरीका पता होना चाहिए। आप घर में देख लें या बाहर की किसी वस्तु को देख लें सब कुछ reuse की प्रक्रिया से गुज़ारा जा सकता है। हाँ ये अलग बात है कि बहुत सी वस्तुयें ऐसी भी हैं जिनका प्रयोग दोबारा करने का तरीका मनुष्य जाति नहीं खोज पायी है, मगर धीरे-धीरे उन वस्तुओं के reuse की प्रक्रिया को भी खोज ही लिया जायेगा। एक कहावत है कि अब दुनिया सुई से हवाई जहाज बनाने तक पहुंच गयी है, ठीक वैसे ही सुई से हवाई जहाज जैसी वस्तु तक रीसायकल की जा सकती है। क्या कभी आपने ये सुना है या पढ़ा है कि इस्तेमाल की हुई चाय की पत्ती का भी दोबारा से इस्तेमाल हो सकता है। अगर नहीं तो चलिए आज इसी पर चर्चा करते हैं। 

चाय किसको नहीं पसंद दुनिया भर में चाय के प्रेमी मिल जायेंगे फिर चाहें वे भारत India के हों या अमरीका america के हों। हर देश में चाय बनाने के तरीके अलग हो सकते हैं परन्तु चाय के स्वाद के प्रति सबका प्रेम लगभग एक सा ही है। जगह-जगह चाय के छोटे-बड़े स्टाल दिख जाते हैं और उन्हीं स्टाल्स में used चाय की पत्तियों का गट्ठर भी पड़ा दिख ही जाता है। मगर उसका पुनः उपयोग भी एक अलग कमाई है। इसको किस-किस तरह से और किन-किन जगहों पर पुनः इस्तेमाल कर सकते हैं, आइये जानते हैं। 

1) बालों को चमकाये

शायद आपको इस बात की जानकारी नहीं होगी कि इसका उपयोग आपके बालों में चमक-दमक पैदा करने में भी होता है। अब आप पूछेंगे भला वह कैसे तो सुनिए, आप इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती को सुखाने के बाद एक बार धो लीजिये तत्पश्चात इसको पुनः उबाल कर उसके पानी को छान लीजिये। इसके बाद आप इसके पानी से ही बालों को धो लें। ऐसा नियमित रूप से करने से आपके बालों में प्राकृतिक चमक natural brightness पैदा होगी, जिसका कोई नुकसान भी नहीं होगा आपके बालों पर । 

2) उर्वरक बनाने में उपयोग 

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि चाय की पत्तियों में टैनिक एसिड tannic acid होता जिसकी बनी खाद से पौधों को पोषक तत्व प्राप्त होते हैं। पौधों में इसको डालने से चाय की पत्तियां एक कीट नाशक का काम करती हैं, जोकि पूर्णतया नेचुरल प्रोसेस natural process है। यह चूहों को तथा अन्य सूक्ष्म जीवों के संक्रमणों infections से दूर रखने में भी मदद करती हैं, जिनसे पौधे प्रभावित हो सकते हैं। चूंकि चाय प्रकृति में अत्यधिक अम्लीय super acidic होती है, यह खाद में पोषण जोड़ती है जो अपघटन की प्रक्रिया को तेज करने में भी मदद करती है।

3) आखों की दिक्क्त से छुटकारे हेतु

आजकल का समय ऐसा आ गया है जिसको डिजिटल दुनिया digital world  या स्क्रीन वर्ल्ड screen world कहा जा सकता है। आजकल हर कोई मोबाइल, लैपटॉप या अन्य कोई न कोई स्क्रीन का प्रयोग का ही रहा है। जिस कारण हम सभी की आँखों में काफी दिक्क्त आने लगी है। आँखों पर ध्यान न देना आप को काफी नुकसान में डाल सकता है। एक बार इस्तेमाल की हुई चाय की पत्ती को आप अपनी आँखों के स्वास्थ्य eyes health हेतु प्रयोग कर सकते हैं। क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट Antioxidants गुण मौजूद होते हैं। बेहतर तो ये होगा कि आप काली और हरी चाय का उपयोग करें क्योंकि वे एंटीऑक्सिडेंट और अन्य गुणों से भरपूर होती हैं। आप चायपत्ती लें और उनकी एक छोटी बॉल बनाएं और उन्हें अपनी हथेलियों पर दबाएं और उसको फ्रिज में ठंडा होने के लिए रख दें। इसके बाद उन्हें अपनी आंखों के नीचे रखें और 15-20 मिनट के लिए आराम दें फिर पानी से आँख धो लें। ऐसा सप्ताह में तीन से चार बार करें।

4) चोट और घावों में असरदार 

आप चायपत्ती को चोट व घावों को जल्दी ठीक करने तथा उन्हें भरने में भी प्रयोग कर सकते हैं। जैसा कि ऊपर लिखित है, कि चाय की पत्ती में एंटीआक्सीडेंट होता है। आप इसके लिए सबसे पहले चायपत्तियों को उबाल लें और इसे चोट के ऊपर लगा दें या फिर आप चायपत्ती के पानी से चोट और घावों को धो सकते हैं। यह संक्रमण से भी आपको बचाती है।

5) अन्य उपयोग 

बनी हुई चाय की पत्ती दुबारा पानी में डाल कर उबाल लेने से, उस पानी के द्वारा आप घी और तेल के डब्बे साफ कर सकते हैं। इससे लम्बे समय के लिए डिब्बे की दुर्गंध चली जाती है। जिस स्थान पर अधिक मक्खियां बैठ रही हों, वहां चाय की पत्ती को एक गीले कपड़े में बांधकर रगड़ दें। चाय की पत्ती में थोड़ा सा डिटर्जेंट पाउडर मिलाकर क्राकरी साफ करें। ऐसा करने से बर्तनों में चमक आ जाएगी।