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1857 संग्राम बना भारत से ब्रिटिश शासन को खदेड़ने की शुरुआत, जानें इतिहास

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1857 संग्राम बना भारत से ब्रिटिश शासन को खदेड़ने की शुरुआत, जानें इतिहास
01 Aug 2022
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News Synopsis

स्वतंत्रता की लड़ाई War of Independence की अगर बात करें तो 1857 के संग्राम 1857 Wars ने ही देश की आजादी की नींव रखी थी। इसके राजनैतिक कारण Political Reasons की बात तो हम कर चुके हैं, लेकिन अब हम 1857 के संग्राम के सामाजिक एवं धार्मिक समेत आर्थिक कारण Economic Reasons including Social and Religious की बात करेंगे। उस वक्त अंग्रेजी हुकूमत English Rule का अत्याचार बढ़ता जा रहा था। भारत में तेजी से पैर पसारती पश्चिमी सभ्यता Western Civilization को लेकर समाज के बड़े वर्ग में आक्रोश था।

1850 में ब्रिटिश सरकार British Government ने हिंदुओं के उत्तराधिकार कानून Hindu Succession Law में बदलाव कर दिया और अब क्रिस्चन धर्म Christian Religion अपनाने वाला हिंदू ही अपने पूर्वजों की संपत्ति में हकदार बन सकता था। इसके अलावा मिशनरियों Missionaries को पूरे भारत में धर्म परिवर्तन  Conversions की पूरी तरह से छूट मिल गई थी। लोगों को लगा कि ब्रिटिश सरकार भारतीय लोगों को क्रिस्चन बनाना चाहती है। भारतीय समाज में सदियों से चली आ रही कुछ प्रथाओं Certain Customs जैसे सती प्रथा आदि को समाप्त करने पर लोगों के मन में असंतोष पैदा हुआ।

भारी टैक्स और राजस्व संग्रहण Tax and Revenue Collection के कड़े नियमों के कारण किसान और जमींदार Peasants and Landlords वर्गों में असंतोष फैल रहा था। इन सबमें से बहुत से ब्रिटिश सरकार की टैक्स मांग को पूरा करने में असक्षम थे और वे साहूकारों का कर्ज चुका नहीं पा रहे थे जिससे अंत में उनको अपनी पुश्तैनी जमीन से भी हाथ धोना पड़ता था। उस वक्त बड़ी संख्या में सिपाहियों Soldiers का इन किसानों से संबंध था और इसलिए किसानों की पीड़ा से वे भी प्रभावित हुए।

इंग्लैंड में औद्योगिक क्रांति Industrial Revolution in England के बाद भारतीय बाजार Indian Market ब्रिटेन में निर्मित उत्पादों  Products Made in Britain से पट गए थे। इससे भारत का स्थानीय कपड़ा उद्योग खासतौर पर तबाह हो रहा था लगभग पूरी तरह से खत्म होने के कगार पर था। भारत के हस्तशिल्प उद्योग ब्रिटेन की मशीन से बने सस्ते सामानों का मुकाबला नहीं कर पा रहे थे। भारत कच्ची सामग्री का सप्लायर और ब्रिटेन में बने सामानों का उपभोक्ता बन गया।

जो लोग अपनी आजीविका के लिए शाही संरक्षण पर आश्रित थे, सभी बेरोजगार Unemployed हो गए। इसलिए अंग्रेजों के खिलाफ उनमें काफी गुस्सा भरा हुआ था। यही मुख्य कारण थे कि 1875 में आजादी के लिए संघर्ष की नींव पड़ी। 

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