उद्यमियों के असफल होने के शीर्ष कारण

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उद्यमियों के असफल होने के शीर्ष कारण
28 Dec 2021
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उद्यमी को आमतौर पर नए विचारों, वस्तुओं, सेवाओं और व्यवसाय या प्रक्रियाओं के स्रोत के रूप में देखा जा सकता है। उद्यमी एक ऐसा व्यक्ति है जो एक नया व्यवसाय बनाता है, जो अधिकांश जोखिमों को वहन करता है। उद्यमिता में एक तरफ भरपूर लाभ कमाने की सम्भावना होती है तो दूसरी तरफ जोखिम,अनिश्चितता और अन्य खतरों की भी प्रबल संभावना होती है। इन्हीं आने वाले खतरों को एक उद्यमी कई बार समझ नहीं पाता है या यूँ भी कह सकते हैं कि वह सही से योजना नहीं बनाता है। उसे अपने व्यवसाय में कौन-कौन से कदम उठाने चाहिए उसे पता नहीं होता है। उसे business को चलाने की सही जानकारी पता नहीं होती है और वह असफल हो जाता है इसलिए एक उद्यमी को असफल होने के कारणों की जानकारी भी होनी चाहिए जिससे भविष्य में कोई भी उद्यमी ये गलतियाँ न दोहराए।

उद्यमिता entrepreneurship से न केवल जीवन स्तर में सुधार किया जा सकता है बल्कि यह धन दौलत, नाम और शौहरत बनाने की क्षमता भी रखता है। उद्यमी entrepreneur नवाचार के साथ परिवर्तन को बढ़ावा देने में भी मदद करता है। उधमिता किसी उपक्रम में जोखिम उठाने की क्षमता , संगठन की योग्यता एवं विविधीकरण करने तथा नव-प्रवर्तनों को जन्म देने की इच्छा है लेकिन ये सारी चीज़ें कई बार एक उद्यमी अच्छे से समझ नहीं पाता है। किसी भी बिज़नेस business को शुरू करना आसान है लेकिन बिज़नेस में जोखिम उठाना,और उसे सफलतापूर्वक चलते रहना हर किसी के बस की बात नहीं है। कई बार एक उद्यमी अपने व्यवसाय से संबंधित सही निर्णय नहीं ले पाते हैं और अक्सर उद्यमी entrepreneur गलतियाँ कर लेते हैं जिस कारण वो अपने बिज़नेस में असफल हो जाते हैं या विफल हो जाते हैं। चलिए आज जानते हैं कि वो कौन-कौन से कारण या गलतियाँ हैं जिन कारणों की वजह से उद्यमी अक्सर असफल हो जाते हैं और इन कारणों को जानना अत्यंत आवश्यक भी है। 

ख़राब प्रबन्धन poor management

ख़राब प्रबन्धन poor management बिज़नेस में असफल होने का मुख्य कारण है। क्योंकि management सही होना अत्यंत आवश्यक है। कई उद्यमी अक्सर व्यवसाय चलाने की जमीनी हकीकत में खुद को शामिल नहीं करते हैं और इसे दूसरों पर छोड़ देते हैं। माना कि ये सभी उद्यमियों के लिए जरूरी नहीं है कि वो अपने व्यवसायों का सूक्ष्म प्रबंधन करें, लेकिन थोड़ी बहुत भागीदारी आवश्यक है और वास्तव में महत्वपूर्ण भी। हर उद्यमी को Finance, selling, Production उत्पादन, employee hiring कर्मचारी भर्ती, purchasing आदि के विषय में सही जानकारी नहीं होती है। जिस कारण से वे असफल हो जाते हैं। उद्यमी को अपने हर department की जानकारी भी होनी चाहिए जिससे हर कर्मचारी employees आपको अच्छा रिजल्ट  दे। management को बिज़नेस के हर क्रियाकलापों में सतर्क रहना चाहिए। आपको सहकर्मियों को काम के लिए अच्छा माहौल देकर उन्हें प्रोत्साहित करना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हो तो आपका poor management आपकी असफलता का कारण बन सकता है। 

बिज़नेस का अच्छी लोकेशन पर न होना 

किसी भी उद्यमी को सफल होने के लिए सबसे पहले अपने बिजनेस के लिए अच्छी लोकेशन location का चुनाव करना चाहिए। इसके लिए जगह का चुनाव काफी सोच समझकर करना चाहिए। क्योंकि कोई बिज़नेस कितना चलता है ये सबसे ज्यादा निर्भर करता है आपकी चुनी हुई जगह पर। इसके लिए ऐसा एरिया area हो जिसके बारे में ग्राहकों को आपकी शॉप shop के बारे में आसानी से पता चल जाए। ये भी ध्यान रखना है कि आपके उत्पाद product के जो ग्राहक हैं वो किस क्षेत्र में हैं। इसके अलावा कर्मचारियों के लिए वह जगह सुविधाजनक हो और ट्रांसपोेर्ट transport की भी वहाँ पर अच्छी सुविधा हो। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से भी वो जगह सुरक्षित हो। यही सब चीज़ें अगर एक उद्यमी ध्यान नहीं रख पाता है तो फिर उनके असफल होने का ये भी एक मुख्य कारण बन सकता है। 

मार्केटिंग प्रयासों में कमी 

एक उद्यमी अपने व्यवसाय में कितना सफल होता है ये निर्भर करता है मुख्य रूप से उसकी मार्केटिंग marketing पर। मार्केटिंग से लोगों को आपके बिज़नेस business के बारे में पता चलता है। यह प्रचार-प्रसार करने का बहुत ही अच्छा तरीका है। इसके लिए आप सोशल मीडिया social media, टीवी और न्यूज़ पेपर news paper आदि में ऐड advertisement दे सकते हैं। इसके अलावा ऑनलाइन सेलिंग पोर्टल online selling portal का उपयोग कर सकते हैं। आपको पूरी मार्केट की जानकारी रखनी होगी कि मार्केट में कौन सा प्रोडक्ट product ज्यादा बिकता है और कौन सा कम। इसकी जानकारी भी आपको होनी चाहिए जैसे कि प्रोडक्ट का उत्पादन production कितना करना है, सेल कितनी होगी आदि बातें इसके अलावा बिज़नेस में कॉम्पीटीशन Competition भी बहुत ज्यादा है उसका भी आपको ध्यान रखना होगा। एक उद्यमी का लक्ष्य अपने प्रोडक्ट को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाने का होना चाहिए। कुल मिलाकर एक उद्यमी को अलग अलग मार्केटिंक रणनीतिओं marketing strategies का प्रयोग करना आना चाहिए। अगर उद्यमी ये सब नहीं कर पाते हैं तो ये भी उद्यमी के असफल होने का मुख्य कारण बन सकता है। 

सही उत्पाद का चयन न कर पाना 

कई बार उद्यमी ऐसे प्रोडक्ट का चयन कर लेते हैं जिस वजह से उन्हें विफलता का सामना करना पड़ता है। क्योंकि उनका प्रोडक्ट कस्टमर की जरूरतों customer needs को पूरा नहीं करता है या फिर उनकी जरूरतों के हिसाब से खरा नहीं उतरता है। यूँ भी कह सकते हैं कि उनका प्रोडक्ट लोगों की समस्याओं को हल नहीं कर पाता है इसलिए उद्यमी को ऐसे प्रोडक्ट का चयन करना चाहिए जो ग्राहकों की आवश्यकताओं को पूरा करने की कोशिश करे। इसके लिए आपको प्रतियोगी अनुसंधान competitive research के बारे में जानना भी आवश्यक है। प्रतियोगी अनुसंधान का तात्पर्य है आपको प्रतियोगियों का विश्लेषण करना, उनको जानना, अच्छे से समझना और उस आधार पर अपने उत्पाद की बिक्री बढ़ाने के लिए उत्पाद में सुधार product improvement करना आवश्यक है। क्योंकि मार्केट में आपकी जैसी अन्य कई कंपनियां भी हैं जो आपके समान उत्पाद या सेवा प्रदान करती हैं। जो आपके लिए खतरा पैदा कर सकते हैं। यदि आपको उनसे आगे बढ़ना है तो इसके लिए आपको अधिक से अधिक जानकारी हासिल करनी होगी। तभी आप अपने प्रतिस्पर्धियों competitor से आगे बढ़ सकते हैं और यदि आप ऐसा नहीं करते हैं तो यह आपकी असफलता का कारण बन सकता है।