एक कंपनी ऐसी भी

Share Us

1262
एक कंपनी ऐसी भी
10 Dec 2021
9 min read

Blog Post

क्या आपको इस बात पर विश्वास होगा कि केवल एक जूम कॉल Zoom Call पर कंपनी के सीईओ CEO ने 900 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। ऐसी कंपनी को आप बेरहम कहेंगे या फिर बेहतरीन ?

क्या आपको इस बात पर विश्वास होगा कि केवल एक जूम कॉल Zoom Call पर कंपनी के CEO ने 900 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया। ऐसी कंपनी को आप बेरहम कहेंगे या फिर बेहतरीन? 

आखिर 900 कर्मचारियों को एक साथ निकाल देने वाली कंपनी को कोई भी बेहतरीन कैसे कह सकता है।

हम बात कर रहे हैं अमेरिकी डिजिटल कंपनी बैटर डॉट कॉम Better.com की, जिसके सीईओ विशाल गर्ग Vishal Garg इस वक्त चर्चा में हैं, क्योंकि विशाल गर्ग ने जूम कॉल पर अपनी कंपनी के 900 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। अमेरिका में छुट्टियों की शुरुआत होने वाली है और क्रिसमस Christmas भी बहुत करीब है, इस ख़ुशनुमा माहौल के बीच इस तरह का फैसला कितना लाज़मी है, यह वे लोग बयां कर सकते हैं, जिनसे एक पल में उनकी नौकरी छीन ली गई। अमेरिकी कंपनी के सीईओ विशाल गर्ग के इस फैसले के बाद उनकी काफी आलोचना हो रही है। वह इससे पहले भी कई बार अपने फैसलों को लेकर आलोचना झेल चुके हैं।

जूम कॉल पर की 900 कर्मचारियों की छंटनी

अमेरिकी कंपनी के सीईओ विशाल गर्ग ने  जूम कॉल के दौरान अपने 900 कर्मचारियों को निकाल दिया। उन्होंने इस दौरान जूम कॉल पर कहा कि, “अगर आप इस कॉल से जुड़े हैं तो आप उस बदकिस्मत ग्रुप के सदस्य हैं, जिसकी छंटनी की जा रही है। आपकी सेवा को तत्काल प्रभाव से समाप्त किया जाता है। अब बाज़ार बदल गया है। 52,500 करोड़ रुपए की कंपनी को संकट से उबारने के लिए बड़ी संख्या में कर्मचारियों की कटौती की ज़रूरत है। मैं पहले भी इतने कठोर निर्णय ले चुका हूं, तब मैं रोया था, लेकिन अब ऐसा नहीं करूंगा, क्योंकि यह कंपनी को बचाने के लिए आवश्यक फैसला है”। 

कंपनी के सीईओ विशाल गर्ग ने बड़ी आसानी से अपने 900 कर्मचारियों को कंपनी से बाहर करने का रास्ता तो बता दिया, लेकिन क्या यह फैसला सही था। इस पर लोगों ने काफी तीखी प्रतिक्रिया दी है और वे इस बात से परेशान हैं कि वे आगे क्या करेंगे?

इन विभागों से भी निकाले गए लोग

अमेरिकी कंपनी के 900 कर्मचारियों ने अपनी नौकरी से हाथ धो दिए, इसमें कई विभागों के लोगों को नौकरी से हटाया गया है। कंपनी में नस्लभेद और लिंग भेद के मामलों की जांच करने वाले और उन्हें सुलझाने वाले सदस्यों को भी नौकरी से निकाल दिया गया है। 

कर्मचारियों पर आरोप भी लगाए 

सीईओ ने कर्मचारियों को नौकरी से तो निकाला ही, इसके अलावा कर्मचारियों पर आरोप भी लगाए कि, वे अच्छी तरह काम नहीं करते। उन्होंने कर्मचारियों को निकालने को लेकर कहा कि, उनका प्रोडक्शन सही नहीं है, लोग 2 घंटे के लिए ही काम करते हैं, इसके अलावा फोर्ब्स Forbes की एक रिपोर्ट में पता चलता है कि विशाल गर्ग ने कर्मचारियों पर साल 2020 में आलसी होने का आरोप भी लगाया था।

डेली बीस्ट Daily Beast की एक रिपोर्ट में तो यह भी सामने आया है कि विशाल गर्ग ने एक दफा अपने पार्टनर को जिंदा जलाने तक की धमकी दे डाली थी। अब आप अंदाजा लगा सकते हैं कि जो इंसान इस तरह की बात कर सकता है, वह अपने कर्मचारियों को क्या समझता होगा।

इस तरह की बेरहम गतिविधि करने के बाद कंपनी द्वारा बताया गया है कि सभी कर्मचारियों को 4 हफ्तों का सेवरेंस, 1 महीने की पूरी सुविधा और 2 महीने का कवर-अप भी दिया जाएगा। जिसके लिए कंपनी प्रीमियम का भुगतान भी करेगी और कंपनी द्वारा कर्मचारियों को इसे लेकर मेल के द्वारा जानकारी दी जाएगी, लेकिन अगर कंपनी इतनी सुविधा दे भी दे, तो कर्मचारियों का इसमें क्या भला होगा? 

सीईओ ने मांगी माफ

इतनी बड़ी गलती करने के बाद आखिर सीईओ को अपनी गलती का एहसास हुआ और उन्होंने माफ़ी भी मांगी, लेकिन ऐसी माफ़ी का क्या मतलब जो लोगों का पहले ही नुकसान कर चुकी है। 

समाचार पत्र Mint की ख़बर के मुताबिक विशाल गर्ग ने माफी मांगी और माना है कि उनका फैसला गलत था। 

इस तरह के फैसले के बाद विशेषज्ञों ने भी विशाल गर्ग को गलत माना है, एक विशेषज्ञ ने तो यहां तक कहा है कि ऐसे फैसले कॉरपोरेट्स Corporates को बेरहम घोषित करते हैं।