दुनिया के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ी

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दुनिया के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ी
20 Jan 2023
6 min read

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स्वस्थ मस्तिष्क के लिए स्वस्थ शरीर आवश्यक है और स्वस्थ शरीर की रचना खेल से भी संभव है। मनोवैज्ञानिक खोजों ने इस बात को सिद्ध कर दिया है कि जो लोग खेलों में भाग लेते हैं वे संवेगात्मक दृष्टिकोण से अधिक स्थिर और मूल्यवान होते हैं। खिलाड़ी सभी भेद-भावों जैसे रंग-भेद, जाति-भेद, क्षेत्र-भेद आदि को भूलकर मैत्री, सद्भावना तथा सहयोग जैसे मूल्यों का विकास करते हैं जो राष्ट्र के लिए हितकारी होते हैं।

मतलब एक खिलाड़ी का राष्ट्र के विकास में पूरा सहयोग होता है इसलिए उनकी लोकप्रियता Popularity और ख्याति पूरे विश्व में फ़ैल जाती है और वे लोकप्रिय खिलाड़ी के रूप में अपने साथ-साथ अपने देश का नाम भी ऊँचा करते हैं। आज के इस विशेष ब्लॉग पोस्ट में हम दुनिया के सबसे लोकप्रिय खिलाडियों Most Popular Player In The World के बारे में जानेगे।

ये वो खिलाडी हैं जिन्होंने अथक परिश्रम आत्मविश्वास के बल पर दुनियां के खेल जगत और खेल प्रेमिओं के दिलों पर कभी एक अमिट छाप छोड़ी है और आने वाले नए खिलाड़िओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गए हैं। 

खेलों के महत्व के बारे में कौन नहीं जानता। खेल हमारी ज़िन्दगी का अहम् हिस्सा है। खेल और खिलाड़ियों के माध्यम से हम मानवीय मूल्य, भावनात्मक विकास, धैर्य, अनुशासन, मित्रता, सहयोग, ईमानदारी, प्रतिस्पर्धा एवं नेतृत्व व्यवहार जैसे गुण सहज रूप से सीख लेते हैं। राष्ट्र के निर्माण में खिलाड़ियों का अहम योगदान होता है।

जब खेल हमारे लिए ज़रूरी होते हैं तो जाहिर सी बात है कि उन्हें खेलने वाले खिलाड़ी भी हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं इसलिए खिलाड़ियों के लिए लोगों की दीवानगी भी कुछ कम नहीं होती है। खेलों को खेलते-खेलते कुछ खिलाड़ी इतने प्रसिद्ध हो जाते हैं कि उनका नाम हर एक की जुबां पर होता है।

ऐसे ही दुनिया के कुछ खिलाड़ी हैं जो पूरी दुनिया में बहुत ही लोकप्रिय हैं। आज जानते हैं उन खिलाड़ियों के बारे में जिनकी एक झलक पाने के लिए लोग बेचैन रहते हैं। 

दुनिया के सबसे लोकप्रिय खिलाड़ी Most Popular Player In The World

1. क्रिस्टियानो रोनाल्डो  Cristiano Ronaldo - फुटबॉल खिलाड़ी

क्रिस्टियानो रोनाल्डो Cristiano Ronaldo का पूरा नाम क्रिस्टियानो रोनाल्डो दोस सैंटोस अवेइरो है। ये एक काफी फेमस फुटबॉल खिलाड़ी famous football player हैं। इनका चयन अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टीम में महज 18 साल की आयु में ही हो गया था। आय के मामले में भी क्रिस्टियानो दुनिया के अन्य खिलाड़ियों से काफी आगे हैं और इनका नाम दुनिया के सबसे अमीर खिलाड़ी की लिस्ट में सबसे प्रथम नंबर पर आता है।

साल 2006 से लेकर साल 2008 का समय क्रिस्टियानो की ज़िन्दगी का काफी अच्छा समय साबित हुआ था और इसी दौरान मैनचेस्टर यूनाइटेड फुटबॉल क्लब Manchester United Football Club ने क्रिस्टियानो को जर्सी नंबर 7 दी थी। ये नंबर क्रिस्टियानो के लिए काफी लकी साबित हुआ और धीरे-धीरे क्रिस्टियानो को CR7 के नाम से बुलाया जाने लगा।

बैलन डी’आर Ballon d’Or अवार्ड फुटबॉल खेल जगत का सबसे उच्च अवार्ड award है। इस अवार्ड को क्रिस्टियानो ने कुल पांच बार जीता हुआ है। पांच बार वर्ल्ड सॉकर प्लेयर ऑफ द इयर World Soccer Player of the Year पुरस्कार जीतने का भी रिकॉर्ड क्रिस्टियानो के नाम है। 

2. लेब्रोन जेम्स  Lebron James - बास्केटबॉल खिलाड़ी

लेब्रोन जेम्स एक पेशेवर बास्केटबॉल खिलाड़ी basketball player हैं। जेम्स ने अपने प्रदर्शन के लिए कई सम्मान प्राप्त किये हैं। इन्होंने पाँचवी कक्षा से बास्केटबॉल खेलना शुरू कर दिया था। उन्हें NBA के इतिहास में अब तक का सबसे बड़े बास्केटबॉल खिलाड़ियों में से एक माना जाता है।

उन्हें अमेरिका America के सबसे प्रभावशाली एथलीटों में से एक के रूप में स्थान दिया गया है, लेब्रोन जेम्स का बचपन काफी ज्यादा संघर्षपूर्ण रहा है। उनकी उपलब्धियों में तीन एनबीए चैंपियनशिप, चार एनबीए सबसे मूल्यवान खिलाड़ी पुरस्कार, तीन एनबीए फाइनल एमवीपी पुरस्कार और दो ओलंपिक स्वर्ण पदक olympic gold medal शामिल हैं।

उन्होंने 2009 और 2010 में एनबीए मोस्ट वैल्यूएबल प्लेयर अवार्ड जीता। जेम्स ने 2012 और 2013 में मियामी हीट के लिए खेलते हुए अपनी पहली दो NBA चैंपियनशिप जीती। 2016 में, उन्होंने NBA फाइनल में गोल्डन स्टेट वॉरियर्स पर जीत हासिल करने के लिए कैवलियर्स का नेतृत्व किया। 

3. नेमार Neymar- फुटबॉल खिलाड़ी

नेमार का पूरा नाम Neymar da Silva santos junior है। नेमार ब्राज़ील Brazil के प्रोफेशनल फुटबॉल खिलाड़ी Football Player हैं, जोकि स्पेनिश क्लब, FC बार्सिलोना और ब्राज़ील राष्ट्रीय टीम के लिए फॉरवर्ड एवं विंगर forward and winger के रूप में खेलते हैं। नेमार के पिता एक प्रोफेशनल फुटबॉल खिलाड़ी थे और उन्होंने ही नेमार को फुटबॉल के लिए प्रेरित किया।

नेमार के फुटबॉल करियर की शुरुआत 2003 में हुई जब वे 11 साल के थे और उन्हें Santos FC youth team शामिल किया गया। सन 2012 में हुए लन्दन ओलिंपिक खेलों के लिए ब्राजील की टीम में नेमार का चयन हुआ। नेमार ने स्पेन के खिलाफ फाइनल में गोल कर ब्राज़ील के साथ कॉन्फ़ेडरेशन कप जीता और उन्हें टूर्नामेंट का Most Valuable player माना गया।

2014 फीफा वर्ल्ड कप fifa world cup में Neymar ब्राजील के प्रमुख खिलाड़ी थे। सन 2014-15 उनका सफल सीजन रहा और उन्होंने 50 मैचों में 43 गोल किये और मेसी के बाद बार्सिलोना के दूसरे टॉप स्कोरर बने थे। सन 2011 में नेमार ने ‘दुनिया के यंग सॉकर प्लेयर ऑफ़ द ईयर” World's Young Soccer Player of the Year का पुरस्कार जीता। नेमार काफी प्रतिभावान हैं और गोल करने में माहिर हैं। उन्हें सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और सर्वश्रेष्ठ फॉरवर्ड ट्रॉफी के ख़िताब से नवाजा गया। 

4. एलेक्स मॉर्गन Alex Morgan- फुटबॉल खिलाड़ी

एलेक्स मॉर्गन का जन्म 2 जुलाई 1989 को अमेरिका America के सैन डिमास San Dimas, कैलिफोर्निया california में हुआ था। वह अंडर-16 कोस्ट सॉकर लीग चैम्पियनशिप जीतने वाली क्लब टीम का हिस्सा थी और क्लब टीम के अंडर-19 स्तर में तीसरा स्थान प्राप्त किया। वह ‘कैलिफ़ोर्निया गोल्डन बियर्स ’ में शामिल हो गईं और 2007 से 2010 तक खेलीं।

नवंबर 2010 में, उसने एक महत्वपूर्ण खेल में इटली के खिलाफ एक गोल किया, जिसे उसके करियर का अब तक का सबसे महत्वपूर्ण लक्ष्य माना गया, जिसने अमेरिकी टीम को फीफा महिला विश्व कप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करने में मदद की। Alex Morgan ने 2012 में ओलंपिक गोल्ड मेडल olympic gold medal और 2015 में अपनी टीम के साथ फीफा महिला विश्व कप सहित कई करतब हासिल किए हैं।

2011 फीफा महिला विश्व कप के दौरान, वह अमेरिका की महिला राष्ट्रीय फुटबॉल टीम women's national football team की सबसे कम उम्र की खिलाड़ी बन गयीं। उन्होंने 2012 में 28 गोल करने और 21 सहायता प्राप्त करने की उपलब्धि हासिल की, जो एक वर्ष में 20 गोल करने वाले सबसे कम उम्र के अमेरिकी खिलाड़ी बन गयीं। उन्हें यूएस सॉकर फीमेल एथलीट ऑफ द ईयर US Soccer Female Athlete of the Year नामित किया गया था। 

5. सेरेना विलियम्स Serena Williams - टेनिस खिलाड़ी

पूरी दुनिया में महिला टेनिस women's Tennis के बारे में जब भी कहीं बात होती है तो उसमें सबसे पहला नाम अमेरिकी दिग्गज खिलाड़ी सेरेना विलियम्स Serena Williams का आता है। सेरेना का जन्म अमेरिका के सागिनौ में एक साधारण परिवार में हुआ था। सेरेना ने टेनिस में इतना बड़ा मुकाम अपनी मेहनत के दम पर हासिल किया है।

जिस उम्र में बच्चे खिलौनों से खेलते हैं उस उम्र में सेरेना ने टेनिस खेलना शुरू कर दिया था। सेरेना तीन साल की उम्र से ही टेनिस खेल रही हैं। 10 साल की उम्र तक सेरेना ने कुल 49 टूर्नामेंट में हिस्सा ले चुकी थीं। यह खिलाड़ी टेनिस तक ही सीमित नहीं है। वह फिल्म और टीवी पर भी एक्टिव हैं। उनका फैशन सेंस भी गजब का है।

सेरेना ने सिर्फ 14 साल की उम्र में पहले प्रोफेशनल टूर्नामेंट में भाग ले लिया था। वर्ष 1998 में उन्होंने बहन के साथ मिलकर अपना प्रोफेशनल खिताब अपने नाम किया। सेरेना ने अपने करियर में 23 सिंगल्स खिताब अपने नाम करने में कामयाब हुई हैं जो एक विश्व रिकॉर्ड world record है।

सेरेना साल 2002 से 2017 के दौरान आठ बार नंबर-1 रैंकिंग पर रही हैं। उनकी गिनती सबसे अधिक सिंगल्स, डबल्स और मिक्स्ड डबल्स ग्रैंड स्लैम्स Mixed Doubles Grand Slams जीतने वाली टेनिस प्लेयर्स के रूप में होती हैं।

6. लियोनेल मेस्सी Lionel Messi- फुटबॉल खिलाड़ी 

लियोनेल आंद्रेस मेस्सी जिनका जन्म 24 जून 1987 को हुआ था, अर्जेंटीना के फ़ुटबॉल खिलाड़ी हैं। इनके पिता का नाम जॉर्ज होरासियो मेस्सी है। मेस्सी को अपनी पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ फ़ुटबॉल खिलाड़ियों में से एक माना जाता है, इनको 11 उम्र में टीम से निकाल दिया गया था, क्योंकि इन्हें हार्मोन डेफिशिंएस नामक बीमारी हो गई थी, जिसने उनकी height की growth को रोक दिया था।

लेकिन आज ये दुनिया के श्रेष्ठ खिलाडियों में से एक हैं। चुनौतियों के बीच भी, उन्होंने कभी भी अपना मनोबल गिरने नहीं दिया। लियोनेल मेस्सी ने 21 साल की उम्र में ही कई बैलन डी'ऑर और FIFA वर्ष का विश्व खिलाड़ी नामांकन प्राप्त किए। उनकी खेल शैली और क्षमता की वजह से, फ़ुटबॉल के दिग्गज डिएगो मारडोना के साथ उनकी तुलना की जाने लगी, जिन्होंने ख़ुद मेस्सी को अपना "उत्तराधिकारी" घोषित किया है।

मेस्सी के फुटबॉल skill के जरिए विश्व भर में उनके करोड़ों फैंस है। बार्सिलोना FC को आज इस महान फुटबॉल टाइटल के कारण, एक अलग पहचान मिली है। साल 2003 में, 16 साल की उम्र में मेस्सी पहली बार, बार्सिलोना क्लब के लिए खेलने ग्राउंड में उतरे। उनके सामने पोर्टो टीम थी। अपने पहले ही मैच में उन्होंने कोच से लेकर, दर्शकों तक को प्रभावित किया। 17 अगस्त 2005 को, महज 18 साल की उम्र में, हंगरी के खिलाफ उन्होंने अपना पहला अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया।

इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह लगातार सफलता के झंडे गाड़ते रहे। 2004-05 सीज़न में पहली बार मैदान में उतरते हुए, उन्होंने सबसे कम उम्र के लीग खेल खेलने वाले फ़ुटबॉलर का ला लिगा रिकॉर्ड तोड़ दिया और साथ ही, सबसे कम उम्र के लीग गोल स्कोर करने वाले बने। 

2006 में, वे अर्जेंटीना की ओर से FIFA विश्व कप में खेलने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने और अगले साल उन्होंने कोपा अमेरिका टूर्नामेंट में रनर्स-अप पदक जीता। 2008 में, उन्होंने अर्जेटीना ओलंपिक फ़ुटबॉल टीम के साथ बीजिंग में अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय सम्मान, ओलंपिक स्वर्ण पदक जीता। 2021 में मेसी ने रिकॉर्ड सातवीं बार Ballon d'Or पुरस्कार जीता, ऐसा करने वाले वह फुटबॉल इतिहास में पहले खिलाड़ी हैं।

उन्होंने अपने शानदार खेल से सीजन 2008-09 में, बार्सिलोना को तीसरी बार चैंपियन बनाया। साल 2012 में एक साल में, सबसे ज्यादा गोल करने की वजह से। मेस्सी का नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल किया गया। 25 साल की उम्र में, मेस्सी 200वां ला लीगा गोल करने वाले, सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए थे। उन्होंने लगातार चार FIFA पुरस्कार जीतने वाले, खिलाड़ी बनकर, एक रिकॉर्ड बनाया। वह तीन यूरोपीयन गोल्डन शू जीतने वाले पहले खिलाड़ी भी हैं।

16 फरवरी 2013 को मेस्सी ने, बार्सिलोना क्लब के लिए खेलते हुए। अपना 300वां गोल किया। स्पेनिश ला लीगा में 300 गोल करने वाले, वे एकमात्र खिलाड़ी हैं। 2014 के विश्व कप में, उनकी कप्तानी में ही अर्जेंटीना ने फाइनल तक का सफर तय किया। उनके शानदार प्रदर्शन के लिए, उन्हें गोल्डन बॉल के खिताब से नवाजा गया। मेस्सी केवल एक महान फुटबॉलर ही नहीं है बल्कि वह इसके अलावा एक परोपकारी भी हैं। जिनकी बच्चों के विकास और बेहतरी में गहरी रूचि है।

इसी वजह से, उन्होंने साल 2007 में Leo Messi Foundation की स्थापना की। मेस्सी हर साल $50 million कमाते हैं। जो कि भारतीय मुद्रा में ₹372 करोड़ों होते हैं। मेस्सी ने अपने शानदार खेल के दम पर कई रिकॉर्ड बनाए। जिन्हें तोड़ना किसी भी खिलाड़ी के लिए, इतना आसान नहीं होगा।

7. सचिन तेंदुलकर Sachin Tendulkar- क्रिकेट खिलाड़ी

क्रिकेट में जब भी किसी दिग्गज खिलाड़ी का नाम लिया जाता है तो उसमें सबसे पहला जिक्र मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर का होता है, जो रिटायरमेंट के बाद भी क्रिकेट से जुड़े हुए हैं और मुंबई इंडियंस की कमान संभाले हैं। राजापुर के मराठी ब्राह्मण परिवार में जन्मे सचिन का नाम उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने अपने चहेते संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था। सचिन के पिता मराठी स्कूल में शिक्षक थे। उनके बड़े भाई अजीत तेंदुलकर ने उन्हें क्रिकेट खेलने के लिये प्रोत्साहित किया था।

मैदान पर तीन दशक से भी ज्यादा वक्त तक तक अपनी बल्लेबाजी का लोहा मनवाने वाले हैं सचिन और सदी में एक बार आते हैं ऐसे बल्लेबाज। सचिन रमेश तेंदुलकर क्रिकेट के इतिहास में विश्व के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में गिने जाते हैं। भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न India's highest civilian award Bharat Ratna से सम्मानित होने वाले वह सर्वप्रथम खिलाड़ी और सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं।

राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित एकमात्र क्रिकेट खिलाड़ी हैं। सन् 2008 में वे पद्म विभूषण Padma Vibhushan से भी पुरस्कृत किये जा चुके है। 2001 में, सचिन तेंदुलकर अपनी 259 पारी में 10,000 ओडीआई रन पूरा करने वाले पहले बल्लेबाज बने।

बाद में अपने करियर में, तेंदुलकर भारतीय दल का हिस्सा थे जिन्होंने 2011 क्रिकेट विश्व कप जीता, भारत के लिए छह विश्व कप के प्रदर्शन में उनकी पहली जीत। दक्षिण अफ्रीका में आयोजित टूर्नामेंट के 2003 संस्करण में उन्हें पहले "प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट" नाम दिया गया था।

क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर पर एक बायोपिक फिल्म ‘सचिन : ए बिलियन ड्रीम्स’ 'Sachin: A Billion Dreams' बनाई जा चुकी है। 24 मई, 1995 के दिन सचिन ने डॉ. अंजलि महेता से शादी की थी। सचिन और अंजलि के दो बच्चें है, बड़ी बेटी सारा तेंदुलकर और बेटा अर्जुन तेंदुलकर Sara Tendulkar and son Arjun Tendulkar है। उन्होंने टेस्ट व एक दिवसीय क्रिकेट, दोनों में सर्वाधिक शतक अर्जित किये हैं।

वे टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ हैं। इसके साथ ही टेस्ट क्रिकेट में 14000 से अधिक रन बनाने वाले वह विश्व के एकमात्र खिलाड़ी हैं। एकदिवसीय मैचों में भी उन्हें कुल सर्वाधिक रन बनाने का कीर्तिमान प्राप्त है। सचिन एक महान खिलाड़ी होने के साथ साथ एक अच्छे इंसान भी हैं। सचिन तेंदुलकर क्रिकेट में बल्लेबाज़ी दायें हाथ से करते हैं किन्तु लिखते बाये हाथ से हैं। वह अपनी बल्लेबाजी की अनूठी पंच शैली के लिये भी जाने जाते हैं।

सचिन तेंदुलकर भूतपूर्व राज्य सभा सांसद भी रह चुके हैं। सन् 2012 में उन्हें राज्य सभा के सदस्य के रूप में नामित किया गया था। वनडे क्रिकेट में सबसे ज्यादा शतक का रिकॉर्ड सचिन तेंदुलकर के नाम है, जिन्होंने अपने करियर में 49 शतक जड़े हैं। विराट कोहली ने अपने पिछले दो वनडे मैच में शतक जड़े हैं। इसी के साथ उनके कुल वनडे शतकों की संख्या 45 हो गई है।

यानी विराट कोहली सिर्फ 4 शतक के बाद सचिन के रिकॉर्ड की बराबरी कर लेंगे। सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने इंटरनेशनल क्रिकेट में कुल 100 शतक जड़े हैं।

पुरस्कार- 1994- अर्जुन पुरस्कार, खेल में उनके उत्कृष्ट उपलब्धि के सम्मान में भारत सरकार द्वारा, 1997-98 - राजीव गांधी खेल रत्न, खेल में उपलब्धि के लिए दिए गए भारत के सर्वोच्च सम्मान, 1999- पद्मश्री Padma Shri, भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, 2001- महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार, महाराष्ट्र राज्य के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, 2008- पद्म विभूषण, भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, 2014- भारत रत्न, भारत के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार

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8. डेविड बेकहम David Beckham- फुटबॉल खिलाड़ी 

दुनिया के सबसे हैंडसम फुटबॉलर रहे डेविड बेकहम 3408 करोड़ के मालिक हैं और 202 करोड़ के प्राइवेट जेट से सफर करते हैं। बेकहम 1992 से 2013 तक पेशेवर फुटबॉल में सक्रिय रहे। इस दौरान क्लब के लिए 719 मैच में 129 गोल किए। इंग्लैंड के लिए बेकहम 1996 से 2009 तक खेले। उन्होंने 115 मैच में 17 गोल किए। बेकहम को ऑलटाइम स्लाइलिश फुटबॉलर कहा जाता है। वे फुटबॉलर के साथ-साथ एक सक्सेसफुल मॉडल और बिजनेसमैन भी हैं।

बेकहम 3408 करोड़ रुपए के मालिक हैं। दुनिया के महान खिलाड़ियों में शुमार और 'फ्री किक' के बादशाह माने जाने वाले इंग्लैंड के पूर्व फुटबॉलर डेविड बेकहम। इंग्लैंड के लिए बेकहम ने 21 साल की उम्र में 1996 में डेब्यू किया था। वह इंग्लिश फुटबॉल टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। दो बार फीफा के वार्षिक विश्‍व खिलाड़ी FIFA world player of the year के रूप में रनर-अप रह चुके हैं और 2004 में विश्‍व के सबसे मंहगे फुटबॉल खिलाड़ी , बेकहम 100 चैंपियंस लीग मैच खेलने वाले पहले अंग्रेज़ फुटबॉल खिलाड़ी थे।

उन्होंने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल 115 मैच खेले। साथ ही तीन फीफा वर्ल्ड कप में भी टीम का हिस्सा रहे। इसमें 1998, 2002 और 2006 वर्ल्ड कप शामिल है। बेकहम फुटबॉल के ग्लोबल अंबेस्डर भी हैं। वह दुनिया के हाईएस्ट अर्निंग फुटबॉलर भी रह चुके हैं। 2013 में वह हाईएस्ट पेड एथलीट भी बने थे। 

बेकहम को साल 2000 में इंग्लैंड की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम का कप्तान नियुक्त किया गया था और वह 2006 तक इस पद पर रहे। डेविड बेकहम ने 17 साल की उम्र में अपने प्रोफेशनल फुटबॉल की शुरुआत की और नौ सीजन तक मैनचेस्टर यूनाइटेड के लिए लिए खेले। इस दौरान टीम ने छह बार प्रीमियर लीग का खिताब, दो बार एफए कप और एक बार यूईएफए चैम्पियंस लीग जीता। साल 2003 में बेकहम को स्पेनिश क्लब मैड्रिड रियल में ट्रेड किया गया था।

फिर 2007 में बेखम ने लॉस एंजिल्स गैलेक्सी के साथ पांच साल के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए, जिससे वह मेजर लीग सॉकर में सबसे अधिक भुगतान पाने वाले खिलाड़ी बन गए। बेकहम ने मई 2013 में फुटबॉल से संन्यास ले लिया था। उन्होंने इस दौरान 19 मेजर ट्रॉफीज जीतीं। उन्हें अपने समय के महान मिड-फील्डर्स में से एक माना जाता है। साथ ही उन्हें सेट-पीस स्पेशलिस्ट भी माना जाता है। वह पहले इंग्लिश प्लेयर हैं, जिसने चार देशों (इंग्लैंड, स्पेन, यूएसए और फ्रांस) में लीग टाइटल्स जीते हैं।

बेकहम ने 2019 में विक्टोरिया बेकहम से शादी की थी और उनके चार बच्चे हैं। बेकहम की पत्नी विक्टोरिया बेकहम भी जानी-मानी मॉडल हैं। उनके चार बच्चे हैं। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 115 मैचों में 17 गोल दागे। साथ ही क्लब करियर में 523 मैचों में 97 गोल दागे। बेकहम क्लब करियर में मैनचेस्टर यूनाइटेड, रियल मैड्रिड, एलए गैलेक्सी, एसी मिलान और पेरिस सेंट जर्मेन जैसे क्लब से खेल चुके हैं।

बेकहम के पास एक प्राइवेट जेट है। इसकी कीमत 202 करोड़ रुपए हैं। इसमें वे फैमिली के साथ सफर करते हैं। बेकहम को कार और बाइक से भी खासा लगाव रहा है। उनके गैराज में पोर्शे 911 टूरबो, जीप रैंगलर अनिलिमिटेड, बेंटले कॉन्टिनेंटल सुपरस्पोर्ट और रॉल्स रॉयस फैंटम जैसी लग्जरी गाड़ियां हैं। इसके अलावा रॉल्स रॉयस घोस्ट, ऑडी एस8, शेवी कैमारो, कैडिलाक एस्क्लेड और बेंटली मुलसेन भी है। बेकहम ने फेरारी 612 स्काग्लिएटी और रेंज रोवर सहित और भी गाड़ियां खरीद रखी हैं।

9. लिएंडर पेस Leander Paes- टेनिस खिलाड़ी

लिएंडर पेस का जन्म 17 जून 1973 को कोलकाता में हुआ था। लिएंडर पेस भारत के सफलतम टेनिस खिलाड़ियों में से एक हैं। बात जब भारतीय टेनिस की हो तो लिएंडर पेस (Leander Paes) का नाम अदब से लिया जाता है। युगल और मिश्रित युगल वर्ग में खेलते हुए पेस ने अपने जौहर का बखूबी प्रमाण पेश किया है। उन्होंने कई युगल एवं मिश्रित युगल स्पर्धायें जीती हैं। उनको भारत का खेल जगत में सबसे बड़ा पुरस्कार राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार 1996-1997 में दिया गया और साथ ही 2001 में पद्म श्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

2014 में उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। युगल मैचों के अलावा उन्होंने डेविस कप टेनिस स्पर्धा में भारत के लिये कई यादगार जीतें हासिल की और 1996 अटलांटा ओलम्पिक में कांस्य पदक Bronze Medal in Atlanta Olympics जीता है। ओलंपिक में कांस्य पदक निस्संदेह उनके करियर की उल्लेखनीय उपलब्धि है। महेश भूपति के साथ लिएंडर पेस ने बहुत सी उपलब्धियों को हासिल किया है। इन दोनों की जोड़ी कोर्ट पर सबसे खतरनाक जोड़ियों में से एक मानी जाती थी। भूपति के अलावा पेस ने दिविज शरण, रोहन बोपन्ना और पूर्वा राजा के साथ मिलकर भारतीय टेनिस की गाथा में कई सुनहरे पन्ने जोड़ें है

पेस ने मिश्रित युगल में 10 ग्रैंड स्लैम जीतकर टेनिस जगत में अपनी गहरी छाप छोड़ी थी। उन्होंने मार्टिना नवरातिलोवा, मार्टिना हिंगिस और कारा ब्लैक जैसी लोकप्रिय खिलाड़ियों के साथ जोड़ी बनाकर सफलता हासिल की थी। मिश्रित युगल में खेलते हुए पेस एक फ्रेंच ओपन (2016), तीन ऑस्ट्रेलियन ओपन (2003, 2010 और 2015), चार विंबलडन (1999, 2003, 2010 और 2015) और दो यूएस ओपन (2008 और 2015) जीत चुके हैं।

एकल मुकाबलों की तुलना में पेस जोड़ी बनाकर ज्यादा सफल रहे हैं और यही कारण है कि उन्होंने पुरुष युगल में खेलते हुए आठ ग्रैंड स्लैम जीते हैं। पेस ने एक बार ऑस्ट्रेलियन ओपन (2012), तीन बार फ्रेंच ओपन (1999, 2001 और 2009), एक बार विंबलडन (1999) और तीन बार यूएस ओपन (2006, 2009 और 2013) खिताब जीते हैं। इन आठ में से तीन खिताब उन्होंने महेश भूपति के साथ जीते हैं।

पेस लगातार सात ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले पहले भारतीय हैं। इसके साथ ही वह ऐसा करने वाले दुनिया के इकलौते टेनिस खिलाड़ी भी हैं। पेस अपने प्रोफेशनल करियर में 120 से ज्यादा पुरुष खिलाड़ियों के साथ जोड़ी बनाकर पुरुष डबल्स में खेल चुके हैं। भारत में टेनिस की लोकप्रियता बढ़ाने का श्रेय लिएंडर पेस को जाता है।

उन्होंने महेश भूपति के साथ मिलकर दुनिया की नंबर वन जोड़ी बनाई। लिएंडर पेस के नाम 18 ग्रैंड स्लैम हैं। साल 1990 में लिएंडर पेस को अर्जुन पुरस्कार से नवाजा गया था। वहीं 1996 में अटलांटा ओलंपिक में उन्होंने कांस्य पदक जीता था, जिसके बाद उन्हें राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। 

10. एमएस धोनी Mahendra Singh Dhoni- क्रिकेट खिलाड़ी

भारतीय पूर्व कप्तान एमएस धोनी को कौन नहीं जानता है उनकी गिनती दुनिया के सबसे सफलतम कप्तानों में होती है। उन्हें दुनिया का टॉप फिनिशर भी माना जाता है। धोनी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट international cricket  में लगभग सभी ऊंचाइयों को हासिल किया। वह अब तक के सबसे सफल भारतीय कप्तानों में से एक हैं। धोनी तीनों ICC खिताब जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं।

धोनी के इंस्टाग्राम पर 20.1 मिलियन फॉलोअर्स हैं जबकि टि्वटर और फेसबुक पर उनके क्रमशः 7.8 मिलियन और 20.5 मिलियन फॉलोअर्स हैं। धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 को झारखण्ड के रांची में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ। धोनी की स्कूली शिक्षा रांची के डीएवी जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली से हुई है। धोनी ने 2010 में साक्षी से शादी की जिनसे उनकी एक बेटी जीवा है।

धोनी को एमएसडी के नाम से भी जाना जाता है। करियर की शुरुआत में वे अपने असाधारण और आक्रामक बल्लेबाजी के कारण सुर्खियों में आए। धोनी (MS Dhoni) भारतीय क्रिकेट के सबसे शांतचित्त कप्तान माने गए हैं। उनकी कप्तानी में भारत ने 2007 आईसीसी वर्ल्ड ट्वेंटी20 (ICC World Cup), 2007-08 कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज , 2011 विश्व कप (World Cup 2011), आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2013 और बॉर्डर-गावस्कर ट्राफी जीती।

वे आईसीसी की सारी ट्रॉफीज जीतने वाले दुनिया के अकेले कप्तान हैं। धोनी ने 2 सितम्बर 2014 को भारत को 14 साल बाद इंग्लैंड में वनडे सीरीज में जीत दिलाई। धोनी ने 24 मार्च 2022 को आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी छोड़ दी। वह लीग के पहले सीजन यानी 2008 से ही सीएसके के कप्तान थे। 

महेंद्र सिंह धोनी आमतौर पर एमएस धोनी के रूप में जाना जाता है। उन्हें दाएं हाथ के मध्य-क्रम के बल्लेबाज़ और विकेट-कीपर, उन्हें सीमित ओवरों के क्रिकेट के सबसे बड़े फिनिशर में से एक माना जाता है। उन्होंने दिसंबर 2004 में बांग्लादेश के खिलाफ अपना एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय वनडे खेला और एक साल बाद श्रीलंका के खिलाफ अपना पहला टेस्ट खेला।

धोनी ने कई पुरस्कार और सम्मान भी प्राप्त किए हैं जिसमें 2008 आईसीसी वनडे प्लेयर ऑफ़ द ईयर अवार्ड, खेल रत्न पुरस्कार और 2009 में पद्मश्री पुरस्कार और 2018 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। महेंद्र सिंह धोनी अथवा मानद लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र सिंह धोनी पद्म भूषण, पद्म श्री के अलावा राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार, मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार Rajiv Gandhi Khel Ratna Award, Major Dhyan Chand Khel Ratna Award से सम्मानित क्रिकेट खिलाड़ी हैं।

इसके साथ ही, 2009 में विजडन के सर्वप्रथम ड्रीम टेस्ट इलेवन टीम में धोनी को कप्तान का दर्जा दिया गया। उनकी कप्तानी में भारत ने 28 साल बाद 2011 में वर्ल्ड कप में दोबारा जीत हासिल की। इन्होंने 2014 में टेस्ट क्रिकेट को कप्तानी के साथ अलविदा कह दिया था. साल 2018 में एमएस धोनी ओडीआई में 10,000 रन बनाने वाले चौथे भारतीय और दूसरे विकेटकीपर बने। धोनी भारत के पहले ऐसे कप्तान बने जिन्होंने 100 वनडे मैच जिताए।

धोनी ने 4 जनवरी 2017 को वनडे और टी20 टीम की कप्तानी छोड़ी और 15 अगस्त 2020 को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास की घोषण कर दी। सन् 2013 में इनकी कप्तानी में भारत पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी का विजेता बना। धोनी दुनिया के पहले ऐसे कप्तान बन गये जिनके पास आईसीसी के सभी कप है। इन्होंने 2014 में टेस्ट क्रिकेट को कप्तानी के साथ अलविदा कह दिया था। इनके इस फैसले से क्रिकेट जगत स्तब्ध रह गया। 14 जुलाई 2018 को, एमएस धोनी चौथे भारतीय क्रिकेटर और ओडीआई क्रिकेट में 10,000 रन बनाने के लिए दूसरे विकेटकीपर बने।