टाइम के इन 4 नेक्स्ट जेनरेशन लीडर्स से लें सीख

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टाइम के इन 4 नेक्स्ट जेनरेशन लीडर्स से लें सीख
23 Oct 2021
9 min read

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आज हम आपको मुख्य रूप से 4 बड़े लीडर्स के बारे में बताएंगे, जिन्होंने दुनिया में समानता, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा दिया है। छोटी सी शुरुआत से उन्होंने व्यवसाय तक और उसके के द्वारा लोगों का भला करने की पहल की है। आप भी अगर कुछ नया करना चाहते हैं तो आप सीख सकते हैं कि समस्याओं से लड़कर भी किस तरह आगे निकला जा सकता है।

टाइम मैग्जीन द्वारा हर साल नेक्स्ट जेनरेशन लीडर्स की लिस्ट घोषित की जाती है। साल 2021 में इसी तरह टाइम मैग्जीन द्वारा 10 युवाओं को इस महत्वपूर्ण सूची में शामिल किया गया है। इनमें से सभी लोगों ने अपने-अपने क्षेत्र में बड़ी सफलता अर्जित की है। यह सभी लोग सिनेमा, हेल्थ केयर, स्पोर्ट्स और दुनिया के अन्य कई क्षेत्रों में बड़ा मुकाम हासिल कर चुके हैं। आज हम आपको मुख्य रूप से 4 बड़े लीडर्स के बारे में बताएंगे, जिन्होंने दुनिया में समानता, सुरक्षा और स्थिरता को बढ़ावा दिया है। छोटी सी शुरुआत से उन्होंने व्यवसाय तक और उसके द्वारा लोगों का भला करने की पहल की है।

खाने पीने के सामान को खराब होने से बचाया

रेनेर लोई सिंगापुर से हैं, इन्होंने नई टेक्नॉलजी की मदद से खाने पीने के सामान को बचाने की पहल की। वह शुरुआत में अपने आईफोन से घर में बर्बाद होने वाले सामान की जांच किया करते थे और हिसाब रखते थे कि किस सब्जी और किस खाने का नुकसान कितना हुआ है। इस तरह घर से शुरुआत करने के बाद साल 2017 में उन्होंने नई पहल शुरू की, इस पहल में उन्होंने होटल, एयरलाइन, रेस्टोरेंट में खराब होने वाले खाने को बचाने की शुरुआत की, नजर रखने के लिए लूमिटिक्स नामक एक संस्था बनाई। नई तकनीक के माध्यम से उन्होंने वेस्ट प्रोडक्ट बचाने का ऐसा ज़रिया बनाया जो एआई (AI) की मदद से काम करता है, जिसमें सेंसर और कैमरे लगे होते हैं, इससे पता लग जाता है की कितना सामान बर्बाद होता है। जिसकी मदद से सामान को बनाने में कुछ कटौती की जाती है। इस पहल से खाद्य पदार्थ की काफी बचत होने लगी। इस पहल को लेकर सिंगापुर के रेनेर लोई काफी चर्चा में बने हुए हैं।

मोबाइल ऐप 'एहतेसाब' बनाया

प्रतिभाशाली युवाओं में शुमार 'सारा वहीदी', अफ़ग़ानिस्तान से हैं, इन्होंने अफगानी लोगों के लिए खतरों से बचाने वाला ऐप तैयार किया है। जिसका नाम है एहतेसाब। सारा द्वारा बनाया गया यह मोबाइल ऐप कई खतरों से बचाता है, चाहे बम विस्फोट हो या फिर गोलाबारी या फिर सड़क पर जाम, यह अफ़ग़ानिस्तान के काबुल शहर के लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित होता है। सारा द्वारा बनाया गया यह ऐप इसलिए भी खास है, क्योंकि उनकी टीम महज़ 20 लोगों के साथ काम करती है। 

टीम में कुछ अल्पसंख्यक भी मौजूद हैं, इसलिए उन्हें तालिबान से काफी खतरा है। तालिबान के कब्जे के बाद उनका काम घर से हो रहा है। तालिबानी हमले को लेकर सारा वहीदी का कहना है कि वह अपनी पूरी टीम के सदस्यों को सुरक्षित विदेश ले जाना चाहती हैं।

नए तरीके से पता चलता है मौसम का हाल

दक्षिण के इलाके, चाडी से ताल्लुक रखने वाली हिंडोउ ओउमारौ इब्राहिम, आदिवासी समुदाय को मौसम से जुड़ी जानकारी प्रदान करती हैं। वहां मौसम का पता लगाना काफी मुश्किल होता है। उनका मानना है कि नई तकनीक का ज्ञान ही मौसम बताने में सक्षम है, लेकिन देशी ज्ञान भी विज्ञान की तरह है। उन्होंने मौसम विशेषज्ञों की मदद से मौसम को पता लगाने के लिए एक नया सिस्टम बना लिया है। उन्होंने टेक्स्ट मैसेज पर आधारित एक सिस्टम बनाया है और वहां के रहवासियों के लिए यह एक अनूठी पहल साबित हुई। उनके इस तरह के कार्य के लिए उन्हें काफी सराहा गया है।

उठाई समानता की पहल

चिका स्टेसी ओरिउवा कनाडा से हैं, साल 2020 में यह पहली ऐसी अश्वेत महिला थी जिन्होंने टोरंटो यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज से मेडिकल की डिग्री हासिल की, चिका ने आश्रितों को लेकर समानता का अधिकार दिलाने की पहल की, उन्हें यूनिवर्सिटी के अधिकारियों ने अश्वेत छात्रों की चयन प्रक्रिया के लिए चुना, क्योंकि वह 259 लोगों में पहली अश्वेत महिला थी जो उनके लिए लड़ सकती थीं। कई लोगों ने कभी नहीं सोचा था कि वह इस तरह की पढ़ाई कर पाएंगे और डॉक्टर भी बन पाएंगे। आज चिका स्टेसी ओरिउवा की मदद से कई अश्वेत डॉक्टर बन चुके हैं।

इन सभी बेहतरीन लीडर्स ने अपने-अपने क्षेत्र में बड़ा मुकाम हासिल किया है। आप भी अगर कुछ नया करना चाहते हैं तो आप सीख सकते हैं कि समस्याओं से लड़कर भी किस तरह आगे निकला जा सकता है। अगर नई योजना और कुछ कर गुजरने का जज़्बा हो तो इस तरह बड़े मुकाम हासिल किए जा सकते हैं।