कमरे में रंगों का महत्त्व

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कमरे में रंगों का महत्त्व
20 Jan 2022
8 min read

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हम सभी के जीवन में रंगों का विशेष महत्व होता है। यह हमारे जीवन पर कई तरह से प्रभाव डालते हैं। अपने कमरों के लिए सही और आकर्षक रंगों को चुनना वाकई में बहुत मुश्किल काम है। लेकिन इनका चुनाव करते समय सावधानीपूर्वक विचार किया जाना चाहिए। यह हमारे मूड के साथ-साथ कमरे के वातावरण को भी प्रभावित करते हैं। वार्म और कूल कलर्स के आधार पर रंगों को बांटा गया है। कमरे के लिए रंगों का चुनाव करते समय कई बातों का ध्यान देना चाहिए जैसे कमरे का आकार, कमरे की शैली, आदि। कमरे को आकर्षक बनाने के लिए अलग-अलग कमरे और उनके आकार के अनुसार अलग-अलग रंगों का प्रयोग करना चाहिए।

रंगों का हम सभी के जीवन में बहुत महत्त्व होता है। रंग हमारे मूड को प्रभावित करते हैं। अपने कमरों के लिए सही और आकर्षक रंगों को चुनना वाकई में बहुत मुश्किल काम है। लेकिन इनका चुनाव करते समय सावधानीपूर्वक विचार किया जाना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि अपने कमरे के लिए चुने गए  रंग हमारे व्यक्तित्व को दर्शाते हैं  और हमारे मूड के साथ-साथ सोच को भी प्रभावित करते हैं। इनमें सकारात्मकता और नकारात्मकता को बढ़ावा देने की ताकत होती है। कमरे में किया गया पेंट कलर वातावरण को पूरी तरह से बदल सकता है। कमरे के लिए चुना गया रंगों का सबसे अच्छा संयोजन आपके घर में विभिन्न भावनाओं को एक साथ ला सकता है जैसे सुखद, शांत, आरामदायक, नाटकीय और आक्रामक आदि। कई बार हम ऐसे कमरों में जाते हैं जहां नकारात्मकता महसूस होती है, वास्तव में यह कमरे के गलत रंगों के चुनाव की वजह से हो सकता है। इसलिए कमरे के रंगों का चुनाव करते समय यह खुद से या फिर से जरूर पूछना चाहिए कि कमरे में प्रवेश करते समय आप क्या महसूस करना चाहते हैं और आपको कैसी वाइब्स आकर्षित करती हैं।

रंग कैसे करते हैं वातावरण को प्रभावित?

एक इंटीरियर डिजाइनर सारे तथ्यों को समझ कर आपके कमरों के रंगों का चुनाव करता है। जैसे कि बेडरूम को शांत और आरामदायक वातावरण की आवश्यकता होती है, वहीं लिविंग रूम को ऊर्जावान और रोमांचक होना चाहिए। इसलिए रंग की योजना उसी अनुसार की जानी चाहिए।

आमतौर पर रंग दो प्रकार के होते हैं- वार्म और कूल कलर्स। ऐसा माना जाता है कि वार्म कलर्स वातावरण को ऊर्जावान बनाते हैं, वहीं कूल कलर्स वातावरण को शांत करते हैं। नीले, बैंगनी और हरे जैसे रंगों को कूल-टोन रंग माना जाता है। इसके साथ-साथ लाल और नारंगी गर्म रंगों की श्रेणी में आते हैं। आमतौर पर कूल कलर्स कमरे को उज्ज्वल और बड़ा दिखाते हैं। इसके विपरीत, वार्म रंग स्टाइलिश होते हैं और वे कमरे के वॉल्यूम को कम दिखाते हैं।‌ नीरस रंगों का चुनाव एक कमजोर वातावरण की ओर ले जाता  है जिसे कमरे के लिए अच्छा नहीं माना जाता।

कमरे के आकार के अनुसार कैसे करें रंगों का चुनाव?

यह तो हुई कलर टोन के अनुसार वातावरण कैसे प्रभावित होता है लेकिन कमरे के आकार के अनुसार रंगों का चुनाव कैसे करें यह भी जानना आवश्यक है। अमूमन जिन कमरों में लोगों की संख्या अधिक होती है वहां गहरे रंगों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।‌ छोटे कमरे को बड़ा दिखाने के लिए वहां हल्के रंगों का उपयोग करना चाहिए, वहीं दूसरी ओर बड़े कमरों में गहरे रंगों का प्रयोग करने से वह छोटा दिखाई देगा। जब चौकोर कमरे के एक दीवार को अन्य तीनों दीवारों के विपरित रंगा जाता है तो वह आकर्षक बन जाता है। यदि कोई कमरा बहुत लंबा और संकरा है, तो छोटी दीवारों का रंग लंबी दीवारों के विपरीत रंग का होना चाहिए, ताकि यह व्यापक दिख सके। अगर कमरे की छत में नीची हो तो उसे ऊंचा दिखाने के लिए हल्के रंगों का प्रयोग सबसे अच्छा माना जाता है।

कमरे को आकर्षक  बनाने के लिए अलग-अलग कमरे और उनके आकार के अनुसार अलग-अलग रंगों का प्रयोग करना चाहिए। यह उन्हें आकर्षक बनाने के साथ-साथ उनमें सकारात्मकता का निर्माण करते हैं। यह आपके व्यक्तित्व को प्रबंधित करते हैं इसलिए सही कलर पैलेट चुनना ज़रूरी है।