ज्योतिष शास्त्र: विज्ञान है या अंधविश्वास

Post Highlight
ज्योतिष शास्त्र आज से इस दुनिया में नहीं है और ग्रहों की स्थिति देखकर भविष्य के बारे में जानने की प्रक्रिया सदियों पुरानी है। विज्ञान की पढ़ाई करने के बावजूद डॉक्टर कभी-कभी गलत इलाज बता देते हैं, वैज्ञानिकों को भी कई अनुसंधान करने के बाद परिणाम मिलता है, वैसे ही ज्योतिष शास्त्र भी है। लेकिन जब कोई ज्योतिष गलत भविष्यवाणी कर दे तो लोग उनका मजाक बनाते हैं।
Podcast
Continue Reading..
ज्योतिष शास्त्र: विज्ञान है या अंधविश्वास, खैर इस पर तो सदियों से चर्चा हो रही है। आज आपने अखबार में अपना राशिफल पढ़ा होगा, अगर वह सच निकल जाएगा तो आपको अचानक से ज्योतिष विद्या पर यकीन हो जाएगा और आप आगे भी राशिफल पढ़ना शुरू रखेंगे। आपने लोगों को अक्सर कहते हुए सुना होगा कि ज्योतिष विद्या, राशिफल, टैरो कार्ड्स ये सब विश्वास का खेल है, अगर आप विश्वास करेंगे तो आपके साथ वैसा होगा, नहीं करेंगे तो नहीं होगा, लेकिन ये सच नहीं है। हम आपको बता दें कि ज्योतिष शास्त्र आज से इस दुनिया में नहीं है और ग्रहों की स्थिति देखकर भविष्य के बारे में जानने की प्रक्रिया सदियों पुरानी है।
पहले लोगों के पास कोई भी वैज्ञानिक उपकरण नहीं थे, फिर भी उन्होंने ऐसी बहुत सारे सिद्धांत दिए जो सच हैं और कुछ पर तो आज भी अनुसंधान हो रहे हैं। हम आपको यही बताना चाहते हैं कि ज्योतिष विद्या संपूर्ण रूप से विज्ञान है। फर्क बस इतना है कि चीजों के निष्कर्ष तक पहुंचने की प्रक्रिया विज्ञान से थोड़ी अलग है। वास्तव में तो ज्योतिष शास्त्र अपने निष्कर्षों में वैज्ञानिक जांच से काफी आगे है। विज्ञान में आज भी हमें मंगल, बृहस्पति, शनि, बुध, शुक्र के बारे में बहुत कम जानकारी है, जबकि हमारे ऋषि एक हजार साल पहले ही ग्रहों की मदद से कई भविष्यवाणी कर चुके थे।
कुछ लोग ज्योतिष शास्त्र में भरोसा नहीं रखते हैं और इसका मजाक बनाते हैं। जैसे विज्ञान की पढ़ाई करने के बावजूद डॉक्टर कभी-कभी गलत इलाज बता देते हैं, वैज्ञानिकों को भी कई अनुसंधान करने के बाद परिणाम मिलता है वैसी ही ज्योतिष शास्त्र भी है। लेकिन जब कोई ज्योतिष गलत भविष्यवाणी कर दे तो लोग उनका मजाक बनाते हैं और उनके पास जाने से मना करते हैं। दरअसल, सच्चाई ये है कि पहले के समय में ज्योतिष शास्त्र का बहुत इस्तेमाल होता था और कई ऋषियों द्वारा इस पर कई किताब लिखी गई थी। लेकिन जब भारत पर कई बार हमला हुआ तो उसमें हमारी सभ्यता के कई श्रोत और प्राचीन विश्व के सभी ज्ञान के भंडार को उन लोगों ने जला दिया और कुछ श्रोत को अपने देश ले गए। भारत ने इन हमलों में बहुत सारी चीज़ें खोई और उसमें ज्योतिषीय पुस्तकें भी शामिल थीं। इसीलिए जब ज्योतिषी, ज्योतिष विद्या का इस्तेमाल करते हैं तो उन्हें भी ऐसा लगता है कि कुछ कमी रह गई है। अंत में वही हुआ जिसका हर भारतीय को डर था। आधुनिक विज्ञान के विकसित होने की वजह से ज्योतिष ज्ञान कहीं लुप्त हो गया।
कई लोगों ने पैसे कमाने के चक्कर में लोगों को बेवकूफ बनाया, गलत भविष्यवाणी की और एक ज्योतिषी होने का नाटक किया। इन्हीं कारणों की वजह से लोग आज शक करते हैं कि ज्योतिष विद्या अंधविश्वास है, जबकि वास्तव में ज्योतिष विद्या एक संपूर्ण विज्ञान है। आप कह सकते हैं कि ज्योतिष शास्त्र सच है लेकिन आपके सवाल का सही जवाब पाने के लिए आपको सही ज्योतिष के पास जाना होगा। अगर ज्योतिष को ज्योतिष शास्त्र का सही ज्ञान है तो वह सटीक रूप से आपके जीवन में होने वाली घटनाओं के बारे में बता सकते हैं।
बहुत ही आसान सी बात है, प्रकृति कैसे झूठ बोल सकती है। सूर्य, चंद्रमा, तारे और ग्रह जिनकी वजह से आज हम हैं, वो गलत कैसे हो सकते हैं?