World Ocean Day- महासागरों की रक्षा और संरक्षण का संकल्प

Share Us

2537
World Ocean Day- महासागरों की रक्षा और संरक्षण का संकल्प
08 Jun 2022
7 min read

Blog Post

विश्व महासागर दिवस (World Oceans Day) हर साल 8 जून को मनाया जाता है। पहला विश्व महासागर दिवस वर्ष 2009 में 'हमारे महासागर, हमारी जिम्मेदारी' विषय के साथ मनाया गया था। जैव विविधता, खाद्य सुरक्षा, पारिस्थतिकी संतुलन, जलवायु परिवर्तन, सामुद्रिक संसाधनों के अंधाधुंध उपयोग आदि विषयों पर प्रकाश डालना और साथ ही मानव जीवन में समुद्र से होने वाले लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करना ही इस दिवस को मनाने का प्रमुख कारण है। समुद्र को दवाओं का भी बड़ा स्रोत माना जाता है और समुद्र से खाद्य पदार्थ भी मिलते हैं इसलिए इसके संरक्षण की दिशा में कार्य करना जरूरी है। इसे मनाने का उद्देश्य लोगों को समुद्र की विशेषता और इसकी बहुमूल्य सम्पदा की सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना है। हमारे जीवन में समुद्र द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका और लोगों द्वारा इसे बचाने में मदद करने के महत्वपूर्ण तरीकों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए यह दिन मनाया जाता है। आइये आज इस आर्टिकल के द्वारा विश्व महासागर दिवस (World Oceans Day) के बारे में विस्तारपूर्वक जानते हैं।

#SaveOurOcean

हर साल 08 जून को दुनिया भर में विश्व महासागर दिवस World Ocean Day मनाया जाता है। इस वर्ष 2022 में भी वर्ल्ड ओसियन डे 8 जून यानि बुधवार को मनाया जायेगा। इसे मनाने का उद्देश्य लोगों को समुद्र की विशेषता और इसकी बहुमूल्य सम्पदा की सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना है। समुद्र अपने अन्दर लाखों-करोड़ों जीव-जन्तुओं को सुरक्षा प्रदान करता है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार महासागर न केवल ग्रह की ऑक्सीजन का 50% प्रोडक्शन करती है, बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था के लिए भी एक महत्वपूर्ण सोर्स Important Source for the Economy है। मनुष्यों के अनुचित कार्यों से 90% बड़ी मछलियों की आबादी में कमी आई है। हम मनुष्यों ने समुद्र को जितना दिया है, उससे कहीं अधिक लिया है। वर्ल्ड ओसियन डे हमारे जीवन में समुद्र द्वारा निभाई जाने वाली महत्वपूर्ण भूमिका और लोगों द्वारा इसे बचाने में मदद करने के महत्वपूर्ण तरीकों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है। आज हम इस आर्टिकल में विश्व महासागर दिवस का इतिहास, उद्देश्य और महत्व के बारे में जानेंगे।

विश्व महासागर दिवस (World Ocean Day) का इतिहास 

महासागर अनगिनत जीवों और वनस्पतियों को आश्रय प्रदान करते हैं। साल में एक दिन महासागरों को बचाने के उद्देश्य से प्लास्टिक प्रदूषण, कचरा निपटान, तेल रिसाव Plastic pollution, garbage disposal, oil spill जैसे मानव गतिविधियों के बारे में जागरूकता Awareness फ़ैलाने के लिए विश्व महासागर दिवस (World Ocean Day) मनाया जाता है। वर्ष 1992 में रियो डी जनेरियो में आयोजित पर्यावरण और विकास पर संयुक्त राष्ट्र पृथ्वी शिखर सम्मेलन में कनाडा के इंटरनेशनल सेंटर फॉर ओशन डेवलपमेंट International Center for Ocean Development (आईसीओडी) और ओशन इंस्टीट्यूट ऑफ कनाडा Ocean Institute of Canada (ओआईसी) द्वारा विश्व महासागर दिवस की अवधारणा रखी गई थी। 2008 में संयुक्त राष्ट्र महासभा United Nations General Assembly ने संकल्प लिया कि 8 जून को संयुक्त राष्ट्र द्वारा 'विश्व महासागर दिवस' ​​World Ocean Day के रूप में नामित किया जाएगा। पहला विश्व महासागर दिवस 8 जून, 2009 को मनाया गया था। इसके बाद से प्रतिवर्ष 8 जून को विश्व भर में 'विश्व महासागर दिवस' मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र ने महासागरों को बचाने के लिए स्थायी प्रयासों के जरिए प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने का आह्वान Call to stop plastic pollution किया है। पहला विश्व महासागर दिवस वर्ष 2009 में 'हमारे महासागर, हमारी जिम्मेदारी' विषय के साथ मनाया गया था। महासागर की वजह से धरती पर जलवायु का संतुलन बना रहता है और पर्यावरण की रक्षा होती है इसलिए हर साल विश्व महासागर दिवस मनाया जाता है। लोगों को सागर के प्रति जागरुक करने के लिए इस दिवस को मनाने की शुरुआत हुई। 

इस दिन को मनाने का उद्देश्य 

जैव विविधता, खाद्य सुरक्षा, पारिस्थतिकी संतुलन, जलवायु परिवर्तन, सामुद्रिक संसाधनों के अंधाधुंध उपयोग Biodiversity, food security, ecological balance, climate change, indiscriminate use of marine resources इत्यादि विषयों पर प्रकाश डालना और मानव जीवन में समुद्र से होने वाले लाभों के बारे में जागरूकता पैदा करना ही इस दिवस को मनाने का प्रमुख कारण है। समुद्र, खाना और दवाओं का भी सबसे बड़ा स्रोत Largest source of food and medicines है इसलिए इसके संरक्षण के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना इसका उद्देश्य है। हमारे जीवन में महासागरों का बहुत ही अधिक महत्व है। पृथ्वी का लगभग 71 प्रतिशत हिस्सा महासागर कवर करता है। समुद्र में कई तरह के जानवर, जीव और पौधों का जीवन है। विश्व महासागर दिवस का उद्देश्य महासागरों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में जन जन को जागरूक करना है। इस दिन, हमारे पास महासागर के कारण मानव जाति को होने वाले फायदों के बारे में और इन संसाधनों का स्थायी रूप से उपयोग करने के लिए हमारे व्यक्तिगत और सामूहिक कर्तव्यों के प्रति वैश्विक जागरूकता बढ़ाने का अवसर होता है। साथ ही दुनिया को यह बताने का अवसर भी होता है कि आने वाली पीढ़ियां भी अपनी आजीविका के लिए महासागरों पर निर्भर होंगी। महासागर से जुड़े पहलुओं पर भी लोगों का ध्यान आकृष्ट कराना इसका उदेश्य है। इस दिन को मनाने के पीछे उद्देश्य है कि मानव जीवन में समुद्र से होने वाले लाभों के बारे में जागरूकता पैदा की जाए। हमारी जिम्मेदारी बनती है कि सतत विकास के लिए समुद्र और समुद्री संसाधनों का संरक्षण Conservation of ocean and marine resources for sustainable development किया जाए। इसका उद्देश्य दुनिया के महासागरों के स्थायी प्रबंधन के लिए एक परियोजना पर दुनिया की आबादी को एकजुट करना है।

2022 की थीम Theme

प्रत्येक वर्ष एक थीम को केंद्र में रखते हुए वर्ल्ड ओसियन डे मनाया जाता है। जैसे पिछले साल 2021 में विश्व महासागर दिवस का विषय 'The Ocean: Life & Livelihoods' 'द ओशन: लाइफ एंड लाइवलीहुड' था। इसका मुख्य फोकस समुद्र के जीवन और आजीविका पर था। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, इस थीम का उद्देश्य वैज्ञानिक अनुसंधान और नवीन तकनीकों को विकसित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करना था। थीम जारी करने का उद्देश्य लोगों तक समुद्र के बारे में जागरूक करना है। इस वर्ष विश्व महासागर दिवस 2022 का विषय Theme "पुनरोद्धार :महासागर के लिए सामूहिक कार्रवाई" "Revitalization: Collective Action for the Ocean" है। इस विषय का उद्देश्य समुदायों, विचारों और समाधानों पर प्रकाश डालना है जो समुद्र की रक्षा और पुनरुद्धार के साथ-साथ इसकी प्रकृति को बनाए रखने के लिए एक साथ काम कर रहे हैं। महासागर को पृथ्वी की अधिकांश जैव विविधता का घर माना जाता है। महासागर हमारी अर्थव्यवस्था की कुंजी Ocean is the key to our economy है। यह दुनिया भर के अरबों से अधिक लोगों के लिए प्रोटीन का मुख्य स्रोत प्रदान करता है। 2030 तक समुद्र आधारित उद्योगों द्वारा लगभग 40 मिलियन लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र ने इससे पहले महासागरों को बचाने के लिए स्थायी प्रयासों के जरिए प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने की अपील की थी। 

ग्रह के फेफड़े हैं महासागर The Lungs of the Planet are the Oceans

महासागरों को ग्रह का फेफड़ा Planet's lung माना जाता है इसलिए इनका संरक्षण करना बेहद आवश्यक है। ये जीवमंडल का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और भोजन और दवा का एक प्रमुख स्रोत है। इस दिन को मनाने का उद्देश्य महासागरों पर मानवीय कार्यों के प्रभाव के बारे में जनता को सूचित करना,जागरूक करना और शिक्षित करना है। विश्व महासागर दिवस के रूप में यह अंतर्राष्ट्रीय दिवस दुनिया भर में सतत विकास लक्ष्यों के कार्यान्वयन का समर्थन करता है और महासागर की सुरक्षा और इसके संसाधनों के सतत प्रबंधन में सार्वजनिक हित को बढ़ावा देता है। स्थानीय मछली के खाने को लेकर प्लास्टिक प्रदूषण को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र ने हमारा सागर बचाओ #SaveOurOcean की गाइड लाइन जारी की है।

समुद्र का दोहन रोकना होगा 

हम सब जानते हैं कि पृथ्वी के 71 प्रतिशत भाग पर जल फैला हुआ है। यही वजह है कि पृथ्वी को नीला ग्रह blue Planet कहकर भी बुलाया जाता है। आज 90 प्रतिशत से ज्यादा मछलियों की आबादी विलुप्त होने के कगार पर है। साथ ही 50 फीसदी प्रवाल शैल-श्रेणी खत्म हो रहे हैं। अब जरुरत है हम सबको समुद्र का दोहन रोकना होगा exploitation of the sea must be stopped तभी जाकर हम आने वाले भविष्य को बचा पाएंगे। इसको बचाने के लिए हम सबको आगे आकर महासागर की रक्षा और संरक्षण Ocean Defense and protection के लिए एक नया संतुलन बना कर रखना है। यूएन का कहना है कि आज हम सभी विश्वभर के सरकारों को समुद्र के साथ एक ऐसा संबंध बनाने की जरूरत है, जो महासागर और उसके अंदर के जीवन के लिए उपयोगी हो। इस विश्व महासागर दिवस के मौके पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। हर साल की तरह इस वर्ष भी विश्व महासागर दिवस पर कई कार्यक्रम किए जा रहे हैं। इस दिवस पर भारत में भी आयोजन हो रहा है। 

विश्व के 5 महासागर 5 oceans of the world

पृथ्वी पर पाँच महासागर पाये जाते हैं जो निम्न हैं -

  • प्रशांत महासागर Pacific Ocean - प्रशांत महासागर की बात करें तो यह महासागर विश्व का सबसे बड़ा महासागर है। यह उत्तर अमेरिका, दक्षिणी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, रूस, चीन और जापान के मध्य स्थित है। इस महासागर में कई प्रकार के समुद्री खनिज पदार्थ पाये जाते है।

  • अटलांटिक (उत्तरी और दक्षिणी) महासागर Atlantic Ocean - अटलांटिक महासागर विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महासागर है। सबसे ज्यादा समुद्री जहाज इसी महासागर में चलते हैं। यह अफ्रीका, यूरोप, दक्षिणी और उत्तरी अमेरिका के मध्य में स्थित है।

  • हिन्द महासागर Indian Ocean - यह ऑस्ट्रेलिया, एशिया और अफ्रीका के मध्य स्थित है और यह महासागर तीन ओर से खुला है।

  • आर्कटिक महासागर Arctic Ocean - यह सबसे छोटा महासागर है और यह उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। 

  • अंटार्कटिक महासागर Antarctic Ocean - इस महासागर को दक्षिणी ध्रुवीय महासागर भी कहा जाता है। यह पृथ्वी के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित है। 

महासागरों को सुरक्षित रखने के लिए अपनाना होगा इन आदतों को 

आज हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि हम सब समुद्र और समुद्री संसाधनों का संरक्षण करें और उन्हें सुरक्षित रखने के लिए प्रयासरत रहें। ये कुछ जरुरी चीजें हैं जिन्हें करके हम अपने महासागरों को बचाने में सक्षम हो सकते हैं, वो हैं -

  • प्लास्टिक पूरी तरह बंद करें Turn off plastic

हम सबको प्लास्टिक को पूरी तरह बंद करना होगा और कपड़े के बैग का इस्तेमाल करना होगा। प्लास्टिक की पॉलीथीन, प्लास्टिक की बोतलें, प्लास्टिक से बना कोई भी सामान हमारे और हमारे पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक है। इन प्लास्टिक की थैलियों से न जाने कितने जलीय जीव मर जाते हैं। प्लास्टिक आसानी से गलता नहीं है। प्लास्टिक हमारे वायुमंडल में कई वर्षों सालों तक ऐसे ही पड़ा रहता है जो हमको बहुत नुकसान पहुँचाता है। अब हम सबको मिलकर प्लास्टिक की थैलियों को बंद करना होगा। 

  • वातावरण को साफ़ रखें और गंदगी न फैलाएं 

हम सब जैसे अपने घर को साफ़ सुथरा रखते हैं और रोज सफाई करते हैं। ठीक उसी तरह हमें समुद्र और वातावरण को भी साफ़ रखना चाहिये। समुद्र के किनारे एन्जॉय करने और कुछ भी खाने के बाद हमें कोई भी गंदगी समुद्र में नहीं फेंकनी चाहिए, जैसे कोई भी चीज या कोई पॉलिथीन आदि। हम सबको अपनी जिम्मेदारी समझते हुए कहीं भी गंदगी नहीं फैलानी चाहिए। ये हमारा एक छोटा सा कदम महासागरों को बचाने में बहुत बड़ा योगदान साबित हो सकता है। 

  • समुद्र तटों की सफाई करना है बहुत जरूरी

आज हम अपने सुख और मनोरंजन के लिए घूमने जाते हैं। घूमना और पिकनिक मनाना तो अच्छी बात है लेकिन इस खूबसूरत नियामत यानि इस पृथ्वी को हम साथ में गंदा भी कर देते हैं। हम अपने वातावरण में काफी कूड़ा-करकट फैला देते हैं और ये भूल जाते हैं कि इसका खामियाजा हमें ही बुरी तरह भुगतना पड़ेगा। हम समुद्र तटों में घूमने के दौरान कहीं भी पानी की प्लास्टिक की बोतलों को, खाने के सामान को या अन्य किसी भी चीज को इधर उधर फेंक देते हैं। जिससे समुद्र में रहने वाले जीव जंतुओं को काफी नुकसान झेलना पड़ता है इसलिए हमें समय-समय पर इन समुद्र तटों की सफाई cleaning the beaches जरूर करनी चाहिए।

ये भी पढ़े: विश्व पर्यावरण दिवस: Only One Earth 

  • कॉस्मेटिक उत्पाद या अन्य उत्पादों के जहरीले रसायन हैं खतरनाक 

आज हर कोई जानता है कि सौंदर्य उत्पादों का कितना अधिक इस्तेमाल हो रहा है। क्योंकि इन कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स cosmetic products को बनाने वाली कंपनियों से बहुत सारा कचरा निकलता है। यही कचरा फिर समुद्र तक पहुंच जाता है और ये बहुत ही खतरनाक होता है। इसके अलावा फैक्ट्री में बनने वाले अन्य उत्पादों से निकलने वाले रसायन भी समुद्र में पहुँच जाते हैं और फिर इस कचरे को बाहर निकालना बहुत ही असंभव है और इन रसायनों को फिल्टर करना भी असंभव है। सौंदर्य प्रसाधनों के जहरीले रसायन Poisonous Chemicals या अन्य रसायन नालियों के माध्यम से रिसकर महासागरों में चले जाते हैं। जिसकी वजह से पर्यावरण को काफी नुकसान पहुंचता है और साथ ही महासागर में कई जलीय जीव-जंतुओं की मौत हो जाती है। हमें इस समस्या से बचने के लिए ठोस कदम उठाने की जरुरत है।