मानसिक स्वास्थ्य और सोशल मीडिया का कनेक्शन

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मानसिक स्वास्थ्य और सोशल मीडिया का कनेक्शन
30 Nov 2021
7 min read

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सोशल मीडिया हमारी ज़रूरत बन गया है और ज्यादातर लोग एंटरटेनमेट entertainment ने नाम पर अपना ज्यादा से ज्यादा समय सोशल मीडिया पर ही बिताना पसंद करते हैं। वे यह नहीं जानते कि उनका एंटरटेनमेट अब एंटरटेनमेट नहीं रहा, वह अब एडिक्शन addiction का रूप ले चुका है।

सोशल मीडिया social media की शुरुआत भले ही हमारे जीवन को आसान बनाने के लिए हुई थी लेकिन ऐसा पाया जा रहा है कि सोशल मीडिया का ज़रूरत से ज्यादा इस्तेमाल मानसिक स्वास्थ्य mental health के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं है। सोशल मीडिया हमारी ज़रूरत बन गया है और ज्यादातर लोग entertainment ने नाम पर अपना ज्यादा से ज्यादा समय सोशल मीडिया पर ही बिताना पसंद करते हैं। वे यह नहीं जानते कि उनका एंटरटेनमेट अब एंटरटेनमेट नहीं रहा, वह अब addiction का रूप ले चुका है। 

आप खुद से पूछिए कि आज सुबह उठने के बाद आपने कितने देर बाद अपना फोन चेक किया है?

कई शोध तो ये बताते हैं कि लोग सुबह उठने के बाद खुद को फोन का इस्तेमाल करने से रोक ही नहीं पाते हैं। सुबह उठने के बाद वे सबसे पहले इंस्टाग्राम instagram, व्हाट्सएप whatsapp और फेसबुक facebook चेक करते हैं। इंस्टाग्राम पर स्क्रॉल करते-करते कब एक घंटे से ज्यादा हो जाता है, उन्हें पता ही नहीं चलता। यानी सुबह की शुरुआत होती है सोशल मीडिया के साथ उसके बाद काम पर जाना और फिर ब्रेक मिलने पर फिर से सोशल मीडिया का इस्तेमाल शुरू हो जाता है। 

सबसे बड़ी दिक्कत तो इस बात से है कि लोग सोशल को तब तक स्क्रॉल scroll करते रहते हैं जब तक वे थक नहीं जाते। सोशल मीडिया का इस्तेमाल करना तो ठीक है लेकिन उस पर निर्भर रहना और अपना ज्यादातर समय उसपर बर्बाद करना बेहद गलत है। इन सभी कारणों की वजह से सोशल मीडिया का प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा है और लोगों में depression और stress की समस्याएं देखी जा रही हैं। 

तो क्या है इसका समाधान ?

1. समय निर्धारित करें

जब आप निर्धारित कर लेंगे कि आप सिर्फ कुछ समय के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल करेंगे तो आप पर एक दबाव सा रहेगा कि ऐसे ही सोशल मीडिया का इस्तेमाल नहीं करना है क्योंकि अभी का समय मैंने किसी और चीज़ के लिए प्लान किया है। शुरुआत में आपको थोड़ी मुश्किल तो होगी लेकिन कुछ ही दिनों में आप नोटिस करेगें कि आप सोशल मीडिया पर पहले की तुलना में कम समय बिता रहे हैं।

2. सोशल मीडिया डिटॉक्स

हफ्ते में एक दिन ऐसा होना चाहिए जब आप सोशल मीडिया का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं करेंगे। इसे सोशल मीडिया डिटॉक्स social media detox कहा जाता है।

3. ज़िन्दगी जीना शुरू करें

सोशल मीडिया पर कम लाइक्स और कमेंट likes and comments मिलने पर परेशान मत हों और असल ज़िंदगी पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दें। सोशल मीडिया, real world नहीं है इसीलिए सोशल मीडिया पर नहीं असल ज़िंदगी में बेहतर बनना सीखिए।

4. अपनी हॉबी को समय देना शुरू करें

जो समय आप सोशल मीडिया को देते हैं, उसी समय में कुछ नया सीखने की कोशिश करें। अपनी हॉबी को समय देना शुरू करें, कोई नई स्किल सीखें, जिस किताब को आपने बहुत मन से खरीदा था उसे पूरा पढ़िए, सोशल मीडिया पर दोस्त बनाने से ज्यादा असल ज़िन्दगी में दोस्त बनाना शुरू करें, लोगों से बात करें, फैमिली को समय दें और खुद को स्वीकार करना सीखें।