ओवरथिंकिंग कम करने के लिए 6 हैक्स

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ओवरथिंकिंग कम करने के लिए 6 हैक्स
01 Nov 2021
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कभी-कभी चीज़ों के बारे में जरूरत से ज्यादा सोचना ठीक है लेकिन अगर आप हर बार अतीत और भविष्य के बारे में सोचते रहते हैं और इस वजह से आपकी प्रोडक्टिविटी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है तो आपको संभलने की जरूरत है। कोई भी चीज़ अगर जरूरत से ज्यादा की जाए तो उसके नकारात्मक प्रभाव ही देखने को मिलते हैं।

अगर आप एक ओवरथिंकर हैं तो इसमें बिल्कुल भी परेशान होने वाली बात नहीं है। ये सभी के साथ होता है और ये बिलकुल सच है। कभी-कभी चीज़ों के बारे में जरूरत से ज्यादा सोचना ठीक है लेकिन अगर आप हर बार अतीत और भविष्य के बारे में सोचते रहते हैं और इस वजह से आपकी प्रोडक्टिविटी पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है तो आपको संभलने की जरूरत है। कोई भी चीज़ अगर जरूरत से ज्यादा की जाए तो उसके नकारात्मक प्रभाव ही देखने को मिलते हैं। ऐसा नहीं है कि आप अचानक से एक दिन उठेंगे और आपकी ज्यादा सोचने और चिंता करने वाली आदत चली जाएगी। हाँ, अगर आप चाहेंगे तो आप जरूर इस समस्या से निजात पा सकते हैं। आज हम आपको कुछ ऐसे हैक्स बताएंगे जिनकी मदद से आपकी ओवरथिंकिंग की आदत में आप बदलाव ला पाएंगे

1.अपनी दिनचर्या में बदलाव लाएं

ऐसा पाया गया है कि ओवरथिंकर्स रात में अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं क्योंकि उस वक्त वो अपनी सोच में डूबे रहते हैं। ओवरथिंकिंग की आदत में बदलाव लाने के लिए सबसे पहले अपनी दिनचर्या में बदलाव लाएं। रात को जल्दी सोने की कोशिश करें और सुबह जल्दी उठें। जिस दिन सुबह जल्दी उठ कर आप अपना दिन प्रोडक्टिव कामों में बिताएंगे तो ऐसा हो ही नहीं सकता कि रात को आपको अच्छी नींद ना आए। जब आप दिन भर अपने आप को बिज़ी रखेंगे तो आपके पास ज्यादा सोचने और चिंता करने के लिए समय ही नहीं बचेगा। इसके साथ-साथ अपनी दिनचर्या में उन चीज़ों को शामिल करें, जिनसे आपको खुशी मिलती हो। 

2.नेगेटिव सोचना बंद करें

हम ज्यादा तभी सोचते हैं जब हम चीज़ों के बारे में नकारात्मक सोच रखते हैं। अगर आपने कोई निर्णय लिया है और आप उसके नकारात्मक प्रभाव के बारे में सोचेंगे तो आप उसके बारे में तब तक सोचना नहीं बंद कर पाएंगे जब तक उस चीज़ का परिणाम ना आ जाए। इससे बचने के लिए आप नेगेटिव सोचना बंद करें। चीजों को सकारात्मक ढंग से देखें।

3.डर से क्या डरना

हर इंसान के मन में किसी ना किसी बात को लेकर डर रहता है लेकिन जब कोई व्यक्ति हर छोटी से छोटी बात से डरने लगे तो यह उसे मानसिक तौर से कमजोर कर देता है। कोई व्यक्ति किसी बात के बारे में ज्यादा तभी सोचता है जब वो किसी बात को लेकर परेशान या डरा हुआ होता है। अगर आप अपने डर से नहीं जीत सकते हैं तो ओवरथिंकिंग की आदत में बदलाव लाना थोड़ा मुश्किल है।

4.प्राणायाम और योग हर मर्ज़ की दवा हैं

योग करने से तो बड़ी से बड़ी बीमारियां चली जाती हैं इसीलिए खुद को रिलैक्स रखने के लिए आप प्राणायाम करें। ऐसी कई ब्रीथिंग एक्सरसाइज और योग हैं जिन्हें करने के आप पहले से बेहतर और शांत महसूस करेगें।

5.परफेक्शन एक झूठ है

अपनी खामियों को जानिए लेकिन अपनी अच्छाइयों को नजरंदाज करने की गलतियां ना करें। दुनियां में कोई भी परफेक्ट नहीं है, अगर ऐसा कोई है जो खुद को परफेक्ट कहता है तो वह इंसान हो ही नहीं सकता क्योंकि परफेक्ट सिर्फ भगवान होते हैं। परफेक्शन लाने की कोशिश में इतना मत डूब जाओ कि अच्छी चीजों की भी सराहना करना भूल जाओ।

6.क्यों ना कुछ नया हो जाए

जब आप जरूरत से ज्यादा सोचने लगते हैं तो आपको कुछ बदलाव की जरूरत होती है। कुछ ऐसा करें, जो आपने पहले कभी ना किया हो। जैसे कोई नई डिश बनाइए, किसी नई जगह पर घूमने जाइए, कोई नई स्किल सीखिए, आदि। आप जितना खुद को व्यस्त रखेंगे उतना ही आप ओवरथिंकिंग से बच पाएंगे।