फोर्ब्स 2021 में सात सबसे अमीर भारतीय-अमेरिकी

Share Us

1976
फोर्ब्स 2021 में सात सबसे अमीर भारतीय-अमेरिकी
29 Dec 2021
6 min read

Blog Post

फोब्स की लिस्ट में नाम आना न सिर्फ व्यक्ति बल्कि उस देश के लिए भी गौरव की बात है, जिस देश का वह व्यक्ति मूल निवासी है। यह भारत के लिए बहुत गर्व की बात है कि साल 2020 में फोब्स की सूची में सबसे अमीर लोगों में सात भारतीय-अमेरिकी American-Indian शामिल हैं, आज हम अपने देश का दुनिया भर में नाम रौशन करने वाले इन्हीं भारतीय बिज़नेसमैन्स के बारे में जानेंगे।

हर बिजनेसमैन का यह सपना होता है कि वह फोर्ब्स Forbes जैसी दुनिया की शीर्ष बिजनेस मैगजीन top business magazine के कवर पेज पर आए या कम से कम अंडर 30 की लिस्ट में आए। इस सूची में लगातार तीसरे वर्ष अमेज़ॅन के संस्थापक जेफ बेजोस Amazon founder Jeff Bezos शीर्ष पर बने हुए हैं। अमेरिका के 400 सबसे अमीर लोगों की 2020 फोर्ब्स की सूची में बेजोस सबसे ऊपर हैं, जिनकी कुल संपत्ति 179 बिलियन अमरीकी डालर है। फोब्स की लिस्ट में नाम आना न सिर्फ व्यक्ति बल्कि उस देश के लिए भी गौरव की बात है, जिस देश का वह व्यक्ति मूल निवासी है। यह भारत के लिए बहुत गर्व की बात है कि साल 2020 में फोब्स की सूची में सबसे अमीर लोगों में सात भारतीय-अमेरिकी American Indian शामिल हैं, आज हम अपने देश का दुनिया भर में नाम रौशन करने वाले इन्हीं भारतीय बिज़नेसमैन्स के बारे में जानेंगे।

1- जय चौधरी Jai Chaudhary

साइबर सुरक्षा फर्म ZScaler के सीईओ जय चौधरी 6.9 बिलियन अमरीकी डालर की संपत्ति के साथ फोब्स सूची में 85वें स्थान पर हैं। Jay एक सफल और दूरदर्शी उद्यमी हैं, उन्होंने AirDefense, CipherTrust, CoreHarbor, SecureIT, और Zscaler सहित कई सफल कंपनियों की स्थापना की है। श्री चौधरी और उनकी पत्नी, ज्योति चौधरी Jyoti Chowdhary दोनों ने अपनी नौकरी छोड़ दी और साइबर सुरक्षा फर्म सिक्योरआईटी Cyber ​​Security Firm SecureIT, से पहला स्टार्टअप शुरू करने के लिए अपनी सारी जमा पूंजी लगाई। जय मार्किट में अपने नए प्रयोगों के लिए जाने जाते हैं, जो कि तेज़ी से उभरती हुई प्रौद्योगिकी प्रवृत्तियों technology trends को सुरक्षित रूप से सक्षम करने की उत्कट मांग की जरूरत को न सिर्फ समझते हैं बल्कि उसे हल करने के नए तरीके भी सुझाते हैं, जैसे कि मोबाइल उद्यमों के लिए ज़स्केलर वैश्विक सुरक्षा क्लाउड Zscaler Global Security Cloud। सुरक्षा प्रौद्योगिकी security technology क्षेत्र में जय के उल्लेखनीय कार्य ने उन्हें कई उद्यमों, बड़े सीआईओ और सीआईएसओ के लिए एक विश्वसनीय सलाहकार बना दिया है।

जेआईबीएम, एनसीआर और यूनिसिस जैसे प्रमुख संगठनों के साथ इंजीनियरिंग, बिक्री, विपणन और प्रबंधन के अनुभव सहित सुरक्षा उद्योग विशेषज्ञता के 25 से अधिक वर्षों का अनुभव उन्हें एक अलग पहचान देता है। 2008 में Zscaler की स्थापना से पहले, उन्होंने Motorola द्वारा इसके अधिग्रहण से पहले, एक वायरलेस सुरक्षा अग्रणी, AirDefense की स्थापना की और उसका कुशल नेतृत्व किया। 2000 से 2006 के दौरान, Jay ने सिक्योर कंप्यूटिंग secure computing के साथ विलय से पहले, इस उद्योग के पहले ईमेल सुरक्षा गेटवे, CipherTrust की स्थापना की और उसका नेतृत्व किया। उन्होंने USi/AT&T द्वारा अधिग्रहित किए जाने से पहले, एक प्रबंधित ईकॉमर्स समाधान managed ecommerce solution, CoreHarbor की स्थापना और नेतृत्व भी किया। उन्होंने 2008 में ZScaler की स्थापना की और कंपनी मार्च 2018 में सार्वजनिक हो गई।

2- रोमेश वाधवानी Romesh Wadhwani

रोमेश वाधवानी एक 73 वर्षीय उद्यमी, प्रौद्योगिकीविद् और समाजसुधारक हैं। अपने सम्पूर्ण व्यावसायिक कार्यकाल में, उन्होंने 40 से अधिक सफल प्रौद्योगिकी कंपनियों की स्थापना की है। अपने कॅरिअर के पिछले दो दशकों के दौरान, उन्होंने उद्यमिता, छोटे व्यवसायों के विकास और कौशल में बड़े पैमाने पर पहल के माध्यम से भारत, एशिया, लैटिन अमेरिका और अफ्रीका India, Asia, Latin America and Africa के अन्य उभरते देशों में रोजगार सृजन की संभावनाओं में तेजी लाने के लक्ष्यों पर केंद्रित एक संस्था वाधवानी फाउंडेशन Wadhwani Foundation की एक बेहद मज़बूत आधारशिला रखी है। डॉ. वाधवानी, सिम्फनीएआई ग्रुप SymphonyAI Group के संस्थापक और सीईओ भी हैं। 2017 में स्थापित, SymphonyAI Group श्रीवाधवानी के कुशल नेतृत्व में स्वास्थ्य सेवा, खुदरा, वित्तीय सेवाओं, विनिर्माण, प्रक्रिया उद्योगों, रक्षा और मीडिया में ग्राहकों के लिए राजस्व वृद्धि ,के साथ-साथ उन्नत Artificial intelligence AI विकल्पों के साथ नई पीढ़ी को प्रोत्साहित कर उन्हें अपनी छमताओं को निखारने का एक बेहतरीन अवसर प्रदान करता है। वर्तमान में वाधवानी फाउंडेशन भारत और एशिया, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका Asia, Africa and Latin America के 20 से अधिक देशों में सक्रिय है। 73 वर्षीय रोमेश वाधवानी फोब्स की इस सूची में 238वें स्थान पर हैं और उनकी कुल संपत्ति 3.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। 

डॉ. वाधवानी और उनके भाई सुनील वाधवानी Sunil Wadhwani ने मुंबई में वाधवानी इंस्टीट्यूट फॉर एआई Wadhwani Institute for AI (WIAI) की स्थापना की, जो एक गैर-लाभकारी अनुसंधान संस्थान और सार्वजनिक स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल, रोजगार सृजन और बुनियादी ढांचे में सामाजिक भलाई के लिए AI समाधान विकसित करने के लिए वैश्विक केंद्र है। इनकी प्रमुख अन्य उपलब्धियाँ निम्न है -

  • अमेरिकन राष्ट्रपति ओबामा American President Barack Obama द्वार इन्हे जॉन एफ कैनेडी सेंटर John F Kennedy Center के न्यासी बोर्ड में नियुक्ति किया गया। 
  • भारत में प्रतिष्ठित पद्म श्री 2020 पुरस्कार विजेता
  • वाशिंगटन, डी.सी. के सामरिक और अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के बोर्ड सदस्य नियुक्त हुए। 

3- नीरज शाह Neeraj Shah

फोब्स की सूची में 299वें स्थान पर 46 वर्षीय उद्यमी नीरज शाह हैं, जिनकी कुल संपत्ति 2.8 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। वेफेयर Wayfair के सीईओ और कोफाउंडर नीरज शाह एक सच्चे उद्यमी हैं। नीरज ने जब देखा की तमाम उपभोक्ता सफलतापूर्वक ऑनलाइन खरीदारी करने में असमर्थ हैं, तो उन्होंने बाजार की मांगों को पूरा करने के लिए उपयोगकर्ता की सुविधा के अनुकूल ई-कॉमर्स वेबसाइट e-commerce website बनाने का निर्णय लिया। और इस तरह उन्होंने अपने बिजनेस पार्टनर स्टीव कोनीन Steve Conine के साथ, दुनिया की सबसे बड़ी घरेलू खुदरा वेबसाइट: वेफेयर largest home retail website: Wayfair.लॉन्च कर दी। नीरज शाह ने 2002 में स्टीव कोनीन के साथ मिलकर अपना कारोबार शुरू किया, जो एक अरबपति भी हैं। दोनों की दोस्ती बहुत पुरानी है, दोनों हाई स्कूल के छात्रों के रूप में कॉर्नेल यूनिवर्सिटी Cornell University के एक कार्यक्रम में मिले थे।

वेफेयर, जो अब 18 मिलियन से अधिक उत्पादों की प्रदान करता है, ने 2020 में शुद्ध राजस्व में $14 बिलियन का उत्पादन किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 55% अधिक था। नीरज शाह वर्ष 2017 में फेडरल रिजर्व बैंक ऑफ बोस्टन Federal Reserve Bank of Boston के बोर्ड में शामिल हुए।

4- विनोद खोसला Vinod Khosla

65 वर्षीय विनोद खोसला एक उद्यमी, निवेशक और प्रौद्योगिकीविद् हैं। 2.4 अरब अमेरिकी डॉलर की संपत्ति के साथ वे फोब्स की सूची में 353वें स्थान पर हैं। श्री खोसला ने 1982 में कंप्यूटर हार्डवेयर फर्म सन माइक्रोसिस्टम्स computer hardware firm Sun Microsystems की स्थापना की और अपना खुद का फंड लॉन्च करने से पहले वेंचर कैपिटल फर्म क्लेनर पर्किन्स काउफील्ड एंड बायर्स Kleiner Perkins Caufield & Byers में 18 साल बिताए। वह खोसला वेंचर्स Khosla Ventures के संस्थापक भी हैं, जो नई ऊर्जा और प्रौद्योगिकी कंपनियों new energy and technology companies के निर्माण में उद्यमियों की सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध एक फर्म है। विनोद खोसला के परिवार में कोई भी व्यवसाय या प्रौद्योगिकी के क्षेत्र से जुड़ा नहीं रहा इसके उलट इनके परिवार के लोग भारतीय सेना Indian Army से सम्बद्ध रहे इसके बावजूद, विनोद बचपन सेएक उद्यमी बनने का सपना देखते हुए बड़े हुए। 16 साल की छोटी उम्र में जब उन्होंने पहली बार इंटेल Intel की स्थापना के बारे में सुना, तो उन्होंने अपनी खुद की प्रौद्योगिकी कंपनी शुरू करने का साहसी संकल्प लिया।

5- कवितर्क राम श्रीराम Kavitark Ram Shriram

शेरपालो वेंचर्स Sherpalo Ventures के मैनेजिंग पार्टनर 63 वर्षीय कवितर्क राम श्रीराम फोब्स की सूची में 359वें स्थान पर है। वर्ष 2008 और 2009 में श्रीराम को फोर्ब्स की शीर्ष तकनीकी डीलमेकरों technical dealmakers की सूची में तीसरे स्थान पर रखा गया था, और 2007 में, बिजनेस 2.0 पत्रिका Business 2.0 Magazine द्वारा टेक में शीर्ष दस किंगमेकरों में छठे नंबर पर स्थान दिया गया था। उनकी कुल संपत्ति 2.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। भारत में जन्में श्रीराम ने मद्रास विश्वविद्यालय Madras University से गणित की पढ़ाई की। राम श्रीराम ने जनवरी, 2000 में शेरपालो की शुरुआत की, जिसका लक्ष्य अपने शुरुआती चरण के उपक्रमों के लिए परिचालन और कंपनी निर्माण Operations and company building के अनुभव को लागू करना था। आपने 30 से अधिक वर्षों तक प्रौद्योगिकी उद्योग क्षेत्रों में विभिन्न बड़ी और छोटी कंपनियों में काम किया।

6- राकेश गंगवाल Rakesh Gangwal

67 वर्षीय राकेश गंगवाल इस सूची में 359वें स्थान पर हैं और उनकी कुल संपत्ति 2.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। श्री  गंगवाल ने इंटरग्लोब एविएशन InterGlobe Aviation से अपना भाग्य बनाया, जो बजट एयरलाइन इंडिगो airline indigo की मूल कंपनी है, और बाजार में हिस्सेदारी के हिसाब से भारत की सबसे बड़ी कंपनी है। श्री राकेश गंगवाल ने 1975 में आईआईटी कानपुर IIT Kanpur से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक किया। बाद में उन्होंने पेन्सिलवेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल The Wharton School of the University of Pennsylvania से एमबीए की डिग्री हासिल की। वह वर्ल्डस्पैन टेक्नोलॉजीज Worldspan Technologies में शामिल हो गए जहाँ उन्होंने यात्रा और परिवहन उद्योग के लिए यात्रा प्रौद्योगिकी और सूचना सेवाओं के प्रदाता के रूप में तथा कंपनी के अध्यक्ष, और मुख्य कार्यकारी अधिकारी की प्रमुख भूमिकाएं निभाई। 1984 में, वह यूनाइटेड एयरलाइंस United Airlines में प्रबंधक, रणनीतिक योजना manager, strategic planning के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कंपनी में कई पदों पर कार्य किया। वह 1998 से यूएस एयरवेज समूह US Airways Group के अध्यक्ष और सीईओ भी थे। उन्होंने 2001 में समूह से इस्तीफा दे दिया। श्री गंगवाल ने कई बड़ी कंपनियों, विश्वविद्यालयों एवं स्कूलों के सलाहकारों बोर्ड में अपनी सेवाएं दी हैं। उन्हें 2000 में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान कानपुर Indian Institute of Technology Kanpur के विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया था।

7- अनील भुसरी Anil Bhusri

359वें स्थान पर भुसरी हैं जिनकी कुल संपत्ति 2.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर है। भुसरी बिजनेस सॉफ्टवेयर फर्म वर्कडे business software firm workday के सीईओ हैं, जिसकी स्थापना उन्होंने पीपलसॉफ्ट के संस्थापक डेव डफिल्ड PeopleSoft founder Dave Duffield के साथ की थी। भुसरी ने 1990 के दशक की शुरुआत में बिजनेस सॉफ्टवेयर फर्म पीपुलसॉफ्ट में अपना करियर शुरू किया, जहां वे वाइस चेयरमैन बने। श्री भुसरी 2008 से छह बार फोर्ब्स मिडास सूची Forbes Midas List में रहे हैं और मई 2018 में, भुसरी गिविंग प्लेज Giving Pledge में शामिल हो गए, जो कि दुनियां के अत्यंत धनी लोगों को लोक हितकारी कार्यों में अपनी अधिकांश संपत्ति का योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करने का एक अभियान है। अनील भुसरी वर्कडे में सह-संस्थापक और सह-सीईओ हैं। वह कंपनी के निदेशक मंडल के अध्यक्ष भी हैं।

अनील 20 से अधिक वर्षों से सॉफ्टवेयर उद्योग में एक अग्रणी नेतृत्वकर्ता, उत्पाद दूरदर्शी Product Visionary और नयी तकनीकों को खोजने वाले रहे हैं। 2005 में Workday की सह-स्थापना से पहले, अनील ने पीपुलसॉफ्ट में कई मुख्य पदों पर कार्य किया, जिसमें बोर्ड के उपाध्यक्ष और उत्पाद रणनीति, व्यवसाय विकास और विपणन के लिए जिम्मेदार वरिष्ठ उपाध्यक्ष शामिल थे। अनील ने पहले इंटेल, प्योर स्टोरेज और ओक्टा Intel, Pure Storage and Octa सहित कई अन्य कंपनियों के निदेशक मंडल में काम किया था। वर्कडे में अपनी भूमिकाओं के अलावा, अनील एक प्रमुख उद्यम पूंजी फर्म ग्रेलॉक capital firm Greylock में एक सलाहकार भी है, जिसके साथ वह 1999 से जुड़ा हुए है ,इसके साथ ही वह स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय Stanford University में न्यासी बोर्ड के सदस्य हैं। वह वर्कडे फाउंडेशन, जनरल मोटर्स और मेमोरियल स्लोन केटरिंग कैंसर सेंटर General Motors and Memorial Sloan Kettering Cancer Center के निदेशक मंडल में भी कार्यरत हैं। श्री अनील के पास स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी से मास्टर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की डिग्री और ब्राउन यूनिवर्सिटी Brown University से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और अर्थशास्त्र में स्नातक की डिग्री है। वह एस्पेन इंस्टीट्यूट में क्राउन फेलो Crown Fellow at Aspen Institute भी हैं।