बच्चों की एकाग्रता कैसे बढ़ाएं?

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बच्चों की एकाग्रता कैसे बढ़ाएं?
15 Jan 2022
7 min read

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किसी भी काम में एकाग्रता बनाए रखना बहुत ही कठिन है लेकिन यह ज़रूरी भी है‌। चाहे वह कोई व्यस्क हो या बच्चे एकाग्र होकर कार्य करना जैसे असंभव हो जाता है। लेकिन बच्चों में अक्सर यह देखा जाता है कि वे अपनी पढ़ाई में फोकस नहीं कर पाते जिससे उनकी पढ़ाई अस्त-व्यस्त हो जाती है। यह उनके मस्तिष्क को भी प्रभावित करती है। इसलिए उनका ध्यान केंद्रित करने के लिए कुछ कदम उठाए जाएं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि बच्चों का फोकस बढ़ाने और एकाग्रता को बढ़ाने के लिए अभिभावकों को किन चीजों का पालन करना चाहिए।

किसी भी कार्य में लक्ष्य प्राप्ति के लिए उसमें एकाग्रता बनाए रखना आवश्यक है‌। यह एक ऐसी कुंजी है जो आपको सफलता की ओर ले कर जाती है लेकिन एकाग्रता बनाए रखना सबसे कठिन कार्यों में से एक है। फिर चाहे वह बात किसी कार्य को करने की हो, पढ़ाई की हो, या फिर ध्यान लगाने की, प्रत्येक काम में एकाग्रता का बहुत बड़ा महत्व है। यह एक ऐसा मानवीय गुण है जिसे व्यक्ति खुद से कभी स्वीकार नहीं कर पाता। यह समस्या हर किसी के साथ होती है फिर चाहे वह एक व्यस्क हो या कोई बच्चा। बच्चों में खासतौर पर ऐसा देखा जाता है कि वे अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित नहीं कर पाते। सिर्फ पढ़ाई ही नहीं बच्चों के लिए किसी भी काम में कुछ मिनटों से ज्यादा एकाग्र रहना काफी कठिन है और यह स्वाभाविक भी है। हालांकि यह उनके लिए काफी महत्वपूर्ण कौशल है जो हर किसी में होना चाहिए। जैसे जैसे बच्चे बड़े होते हैं उनके पास पढ़ाई के अलावा भी अन्य ऐसे कार्य होते हैं, जिसमें एकाग्रता की ज़रूरत होती है‌। इसलिए बच्चों को एकाग्र बनाने की कोशिश माता-पिता को बचपन से ही करनी चाहिए। इसके लिए आप कई तरीकों को अपना सकते हैं जो आपके बच्चों को अपनी पढ़ाई और अन्य आवश्यक कार्य की तरफ एकाग्र बनाते हैं।

1. अच्छा आहार 

इस बात से तो कोई इंकार नहीं कर सकता है कि खराब पोषण और आहार कई समस्याओं को जन्म देता है जिसमें से एकाग्रता भी एक है। बच्चों की एकाग्रता बढ़ाने के लिए उनके खान-पान पर ध्यान देना ज़रूरी है। दूध, अंडा, ओट्स, ओमेगा आदि का सेवन बच्चों की स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। ओमेगा-3 फैटी एसिड भी एकाग्रता के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं। बच्चों के शरीर में पानी की कमी भी उनके स्वास्थ्य को बहुत हद तक प्रभावित करती है। पानी की कमी मस्तिष्क की कोशिकाओं को प्रभावित कर सकती है और बच्चों में संज्ञानात्मक प्रदर्शन को कम कर सकती है। इसलिए सुनिश्चित करें कि बच्चों को अच्छे आहार के साथ-साथ पर्याप्त पानी भी पीना चाहिए। अपने बच्चे के मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बनाने के लिए उन्हें दैनिक आधार पर 4 लीटर पानी पीना चाहिए।

2. मस्तिष्क को तेज करने वाले खेल 

खेल बच्चों के दिमाग को तेज करते हैं और उनकी एकाग्रता को भी बढ़ाते हैं। मोबाइल गेम्स खेलने के बजाए शारीरिक क्षमता वाले खेल उनकी स्वास्थ्य में सुधार करते हैं। कई शोधों में ऐसा पाया गया है कि इलेक्ट्रॉनिक गेम बच्चों की ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को कम कर देते हैं। ऐसे कई खेल मौजूद हैं जो बच्चों के दिमाग को तेज करने में सहायक होते हैं। उन्हें विचार-मंथन करने वाले खेलों और मनोरंजक गतिविधियों में शामिल करें। बाज़ारों में कई तरह के गेम उपलब्ध हैं जिनमें प्लानिंग, फोकस और एकाग्रता की जरूरत होती है। आप बच्चों को पहेलियां, विभिन्न क्रॉसवर्ड गेम आदि गेमों की ओर मोड़ सकते हैं।

3. बड़े काम को छोटे में बाटें

एक बड़े कार्य को पूरा करने के लिए बहुत अधिक एकाग्रता और दिमागी शक्ति की आवश्यकता होती है। इसलिए आप अपने बच्चों के लिए बड़े कामों को छोटे-छोटे कार्यों में विभाजित करें। छोटे-छोटे कार्यों में बच्चों को शामिल करने से उन्हें अनुशासित और फोकस बढ़ाने में मदद मिलती है। यह गृहकार्य या फिर कोई अन्य कार्य भी हो सकते हैं। कार्यों को चरणबद्ध तरीके से पूरा करने से वे पूरे काम को बखूबी ढंग से करते हैं और उनमें व्यस्तता बनी रहती है जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।

4. कार्य पूरा करने की समय सीमा निर्धारित करें

बच्चे किसी भी काम में रूचि तब लेते हैं जब वह उन्हें मजेदार लगता है। किसी भी कार्य को मजेदार बनाने के लिए उनके लिए समय सीमा निर्धारित करें। किसी कार्य को एक निश्चित समय में पूरा करने का विचार आपके बच्चे को ध्यान केंद्रित करने और उसे समय पर पूरा करने के लिए प्रेरित करता है। समय सीमा उन्हें चिंतित करने के लिए ना बहुत कम होना चाहिए और न ही आसान बनाने के लिए बहुत लंबा होना चाहिए। औसत समय सीमा निर्धारित करने से उनकी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता भी प्रभावित हो सकती है। 15-20 मिनट की समय सीमा उनके लिए पर्याप्त है।

5. विश्राम करने दें

काम के साथ-साथ आराम भी उतना ही आवश्यक है। बच्चों का पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है। एक अच्छी रात की नींद एकाग्रता के स्तर को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है। यह बच्चों में एकाग्रता के स्तर को बढ़ाने में मदद करती है और उनकी पढ़ाई में ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। अच्छी रात की नींद के अलावा, दोपहर में या स्कूल के बाद बीस से तीस मिनट की नींद भी बच्चों की एकाग्रता में सुधार करती है।