क्या आप भी जरूरत से ज्यादा सोचते हैं?

Share Us

1309
क्या आप भी जरूरत से ज्यादा सोचते हैं?
01 Nov 2021
9 min read

Blog Post

किसी भी चीज़ के बारे में ज़रूरत से ज्यादा सोचना ओवरथिंकिंग करना कहलाता है और अगर आपको भी ये आदत है तो आपको जागरूक होने की ज़रूरत है। ओवरथिंकिंग करने की वजह से ना सिर्फ आपके मानसिक स्वास्थ्य को बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचता है।

अपने द्वारा लिए गए फैसलों के बारे में सोचने और ध्यान देने में कोई बुराई नहीं है। सच कहें तो यह एक अच्छी आदत है क्योंकि ऐसा करने से हम कम गलतियां करते हैं और ज्यादातर सही फैसले लेने में सक्षम होते हैं। पर क्या आपको लगता है कि एक ही चीज़ के बारे में दिन भर सोचना सही है?

आपने कभी ना कभी तो जरुर नोटिस किया होगा कि कोई ख्याल हमारे दिमाग से जाता ही नहीं है। हम कितनी भी कोशिश कर लें लेकिन फिर से हम उसी के बारे में सोचने लगते हैं। किसी एक टॉपिक के बारे में दिन भर सोचने से आपको कोई प्रोडक्टिव परिणाम नहीं मिलेगा बल्कि उसी समय को आप सही ढंग से इस्तेमाल करेंगे तो आप जरूर कुछ प्रोडक्टिव कर पाएंगे। किसी भी चीज़ के बारे में ज्यादा सोचना ओवरथिंकिंग करना कहलाता है और अगर आपको भी ये आदत है तो आपको जागरूक होने की जरूरत है। ओवरथिंकिंग करने की वजह से ना सिर्फ आपके मानसिक स्वास्थ्य को बल्कि शारीरिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचता है। आज हम आपको ओवरथिंकिन्ग के कुछ लक्षण के बारे में बताएंगे जिनकी मदद से आप जान पाएंगे कि आप एक ओवरथिंकर हैं या नहीं-

1.गलतियों को सुधारने की बजाय उन्हें दोबारा करना

जब आप बार-बार एक ही गलती करते हैं तो उसके बारे में अत्यधिक सोचने भी लगते हैं। हमें ऐसा लगता है कि हम मल्टीटास्किंग तो कर सकते हैं लेकिन कई बार हम अपने दिमाग को एक जगह केंद्रित नहीं कर पाते हैं और कई गलतियों को दुबारा करते हैं। बार-बार एक ही गलती करने पर आप ओवरथिंकिंग के शिकार हो सकते हैं। 

2.हर छोटी सी बात की चिंता करना

चीजों के बारे में सोचना बुरा नहीं है लेकिन किसी भी चीज़ के बारे में हद से ज्यादा सोचना ठीक नहीं है। इस आदत की वजह से आप हर छोटी चीज़ को लेकर परेशान हो सकते हैं। आप अपने करियर, परिवार और रिश्तों से जुड़ी बातों को लेकर उदास रहने लगते हैं और आगे क्या होगा, क्यों होगा और कैसे होगा जैसी बातें आपको परेशान करती हैं। 

3.सही ढंग से नींद ना लेना

जब आप जरूरत से ज्यादा सोचते हैं तो आप पर्याप्त नींद नहीं ले पाते हैं। दरअसल, आपके दिमाग में हमेशा कोई न कोई ख्याल लगा रहता है इस वजह से आप सोचने में इतने व्यस्त रहते हैं कि आपको सही से नींद नहीं आती है। कई बार ऐसा पाया गया है कि जिन लोगों को ज्यादा सोचने की आदत होती है उनकी नींद अक्सर बीच रात में खुल जाती है।

4.हमेशा अपने विचारों में खोए रहना

ओवरथिंकिंग का सबसे बड़ा लक्षण है अपने-अपने विचारों में खोए रहना। ओवरथिंकर्स शारीरिक तौर पर दूसरों के आस-पास होने के बावजूद भी एक तरह से दूसरों के आस-पास नहीं होते हैं क्योंकि ओवरथिंकर्स मन में तो भविष्य या अतीत के बारे में सोच रहे होते हैं। ऐसा करने से आपका समय बर्बाद होता है और आप इमोशनली बहुत कमजोर होने लगते हैं।

5.मानसिक तौर पर थका हुआ महसूस करना

मुझे ये बोलना चाहिए था, मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए था, शायद मेरी ही गलती है, मैंने ये बात क्यों रखी, अब ऐसा नहीं करना है, और न जाने कितनी चीज़ें आप लगातार सोचते हैं और इस वजह से आपका ब्रेन इतना थक जाता है कि आप मानसिक तौर पर काफी थका हुआ महसूस करते हैं और आपको कुछ भी प्रोडक्टिव करने का मन नहीं करता है। अगर आप कुछ प्रोडक्टिव करना चाहते हैं तो फिर से आप अपनी सोच में डूब जाते हैं।