World Hindi Day 2024: राष्ट्रीय और विश्व हिंदी दिवस में क्या अंतर

Share Us

220
World Hindi Day 2024: राष्ट्रीय और विश्व हिंदी दिवस में क्या अंतर
10 Jan 2024
8 min read

News Synopsis

World Hindi Day 2024: आज 10 जनवरी को भारत समेत दुनिया भर में विश्व हिंदी दिवस मनाया जा रहा है। विश्व भर में हिंदी के प्रचार प्रसार के लिए और इसे बढ़ावा देने के मकसद से हर वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के तौर पर मनाया जाता है। वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के अलावा हिंदी को लेकर दुनियाभर के तमाम देशों में बसे भारतीयों को एक सूत्र में बांधने के लिए भी विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है। भारत सरकार ने प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के कार्याकाल में 10 जनवरी 2006 को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद से हर साल इस दिन को धूमधाम के साथ मनाया जाता है। विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर सभी भारतीयों को हिन्दी को दुनिया के कोने-कोने में पहुंचाने का संकल्प लेना चाहिए।

भारत के साथ ही विदेशों में बसे भारतीयों को हिंदी भाषा ही एकजुट करती है, इसलिए इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है। यह दिन विदेशों में बसे भारतीयों के एकता के सूत्र में पिरोने का काम करता है। भाषा की मनुष्य के जीवन में अहम भूमिका है। भाषा के माध्यम से ही देश ही नहीं बल्कि विदेशों के साथ संवाद स्थापित किया जा सकता है।

विश्व हिंदी दिवस 2024 थीम:

विश्व हिंदी दिवस की हर साल एक थीम भी रखी जाती है। साल 2024 में हिंदी दिवस की थीम है, 'हिंदी-पारंपरिक ज्ञान और कृत्रिम बुद्धिमत्ता को जोड़ना'। इसी विषय पर विश्व हिंदी दिवस 2024 का फोकस रहेगा।

राष्ट्रीय हिंदी दिवस से कैसे है, यह दिन अलग:

विश्व हिंदी दिवस और हिंदी दिवस में अंतर है। भारत में हिंदी दिवस 14 सितंबर को होता है। वहीं हर साल विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी को मनाया जाता है। दोनों दिनों का मकसद हिन्दी को प्रोत्साहित करना है। विश्व हिंदी दिवस का उद्देश्य वैश्विक स्तर पर इसे बढ़ावा देना है।

पहला हिंदी दिवस:

पहले विश्व हिन्दी सम्मेलन का आयोजन 10 जनवरी 1975 को नागपुर में किया गया था। अभी तक पोर्ट लुईस, स्पेन, लंदन, न्यूयॉर्क, जोहानसबर्ग आदि सहित भारत में विश्व हिन्दी सम्मेलनों का आयोजन किया जा चुका है। इसी दिवस को मनाने के लिए प्रतिवर्ष 10 जनवरी को विश्व हिन्दी दिवस के रूप में मानाया जाता है।

विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर विश्वभर में फैले भारत के दूतावासों, विदेशों के विश्वविद्यालयों की हिन्दी शिक्षण पीठों में, भारत के सभी सरकारी कार्यालयों, विश्वविद्यालयों, स्कूलों भिन्न-भिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है, जिससे कि हिन्दी के बारे में व्यापक प्रचार- प्रसार किया जा सके।

हिन्दी के बारे में रोचक तथ्य:

विश्व के अनेकों विश्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ाई जाती है।

हिन्दी दुनियाभर में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली पांच भाषाओं में से एक है।

फिजी में हिन्दी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है।

अब हिन्दी भाषा में वेब एड्रेस या यू आर एल भी बनाए जाने लगे हैं।

अंग्रेजी भाषा भी हिन्दी के शब्दों को अपना रही है, जैसे Avtaar, Yoga आदि।

देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली हिन्दी भाषा विश्व की सबसे सरलतम वैज्ञानिक भाषा है।

हिन्दी के बारे में विद्वानों के विचार:

हिन्दी के माध्यम से सारे भारत को एक सूत्र में पिरोया जा सकता है, स्वामी दयानंद

भारत के हर भाग में शिक्षित-अशिक्षित, ग्रामीण तथा शहरी सभी हिन्दी के समझते हैं, राहुल सांकृत्यायन

मैं किसी भी विदेशी भाषा का विरोध नही करता, लेकिन मेरे ही देश में हिन्दी का सम्मान न हो मैं सहन नहीं कर सकता, विनोबा भावे

हिन्दी देश की राष्ट्रभाषा है, महात्मा गांधी

भारत में ही नहीं फिलीपींस, मॉरिशस, नेपाल, सूरीनाम, फिजी, तिब्बत, त्रिनिदाद और पाकिस्तान में भी हिंदी बोली जाती है। वैश्विक मंच पर हिन्दी को बढ़ावा देने के लिए सरकारी तथा गैर सरकारी संस्थाएं कार्यरत हैं। हिन्दी का विश्व में प्रचार प्रसार करने के लिए मॉरीशिस में विश्व हिन्दी सचिवालय की स्थापना भी की गई है। इस सचिवालय का उद्देश्य हिन्दी को अंतर्राष्ट्रीय भाषा के रूप में स्थापित करना है, तथा हिन्दी को संयुक्त राष्ट्र महासभा की आधिकारिक भाषा बनाना है।