इस रिसर्च से बैटरी के बदले रेडियो तरंगों से मिलेगी ऊर्जा

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अब घर के अंदर मोबाइल फोन Phones कैमरे Cameras और लैपटॉप Laptops बिना बैटरी के चलेंगे। कंप्यूटर के मानीटर,सीपीयू,एलईडी लाइटों और अन्य इंटरनेट से जुड़े उपकरणों में भी तारों का झंझट खत्म होगा। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान मंडी Indian Institute of Technology Mandi के शोधार्थियों Researchers की नई तकनीक ,वायरलेस पावरिंग एवं संचार प्रौद्योगिकी Wireless Powering and Communication Technology से यह संभव होगा। यह आविष्कार घर या भवन के अंदर इंटरनेट ऑफ थिंग्स के उपयोगों के लिए हुआ है। इस तकनीक के निष्कर्ष अंतरराष्ट्रीय वायरलेस नेटवर्क में प्रकाशित हुए हैं।
आईआईटी के निदेशक Director of IIT लक्ष्मीधर बेहरा Laxmidhar Behera के अनुसार आईओटी में स्मार्ट उपकरण फोन, कैमरे, लैपटॉप, विशेष सेंसर, चिप व सॉफ्टवेयर से लैस होंगे। इन्हें अतिरिक्त फीचर की तरह लगाया जा सकेगा। इसके लिए एक खास वायरलेस उपकरण Wireless Equipment को बिजली के स्विच में लगाना होगा, जो एनर्जी प्रवाह करने का काम करेगा। यह उपकरण एक सीमित क्षेत्र में काम करेंगे, लेकिन इनमें बिजली की निरंतर आवश्यकता रहेगी।
वहीं शोध के स्टूडेंट गुजराल ने बताया कि दुनिया भर में दूरस्थ संचार प्रौद्योगिकी को पावर के रिमोट विकल्पों से जोड़ने पर शोध हो रहे हैं। इसमें पावर के दो विकल्पों पर काम किया है। पहला रेडियो फ्रीक्वेंसी एनर्जी हार्वेस्टिंग व दूसरा बैकस्कैटर कम्युनिकेशन है। आरएफईएच में एक डेडिकेटेड ट्रांसमीटर आईओटी डिवाइस को रेडियो तरंगों के माध्यम से एनर्जी देता है। बैकस्कैटर संचार में पहले की तरह रेडियो तरंगों के माध्यम से पावर दी जाती है। यह एक डेडिकेटेड ट्रांसमीटर के साथ होता है।