स्टार्टअप "सावर्ट फिनटेक" के संस्थापक 23 साल के संकर्ष चंदा की कहानी

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स्टार्टअप "सावर्ट फिनटेक" के संस्थापक 23 साल के संकर्ष चंदा की कहानी
22 Jul 2022
6 min read

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संकर्ष चंदा Sankarsh Chanda एक फिनटेक स्टार्टअप सावर्ट Savart Fintech नाम की कंपनी के संस्थापक है जो कि लोगों को शेयर बाजार में अपना पैसा इन्वेस्ट करने में मदद करती है। यानि यह कंपनी लोगों को शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड में निवेश share market, Mutual Funds, Investing in Bonds करने का तरीका जानने में मदद करती है। इनकी कंपनी का पंजीकृत नाम स्वोबोध इन्फिनिटी इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड है। संकर्ष चंदा को मात्र 14 साल की उम्र में अमेरिकी अर्थशास्त्री बेंजामिन ग्राहम American Economist Benjamin Graham के एक लेख को पढ़ने के बाद संकर्ष की शेयर बाजार में दिलचस्पी पैदा हो गयी थी संकर्ष चंदा ने 2017 में महज 8 लाख रूपये लगाकर एक कंपनी की शुरुआत की थी। संकर्ष चंदा बी टेक कंप्यूटर साइंस के छात्र होने के बावजूद शेयर बाजार को पूरा समय देने के लिए उन्होंने अपनी पढ़ाई को बीच में ही छोड़ दिया था। संकर्ष चंदा ने 2016 में स्कूल के बाद पहली बार 2000 रुपये का निवेश किया था। आज शेयर बाजार में महारत हासिल करने वाले इस 23 साल के संकर्ष चंदा 100 करोड़ के मालिक बन चुके हैं। इनका हैदराबाद के गगन महल में 2000 वर्ग फुट का ऑफिस है और जिसमें 35 लोग काम करते हैं। 

यदि हम एक दृढ़इच्छा के साथ मन में कुछ ठान ले तो फिर हमें सफलता जरूर मिलती है। क्योंकि हम उस चीज को प्राप्त करने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं और मेहनत का फल तो आज या कल में जरूर मिलता है। ऐसे ही अपने मेहनत के बलबूते सफलता हासिल करने वाले 23 साल के संकर्ष चंदा Sankarsh Chanda की कहानी भी युवाओं के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है। इतनी छोटी सी उम्र में सफलता के इतने बड़े मुक़ाम तक कैसे पहुँचा जाता है कोई संकर्ष चंदा से सीखे, जो कि आज 100 करोड़ के मालिक बन चुके हैं। चलिए आज इस आर्टिकल में संकर्ष चंदा के बारे में जानते हैं कि कौन हैं संकर्ष चंदा और कैसे उन्होंने इतनी बड़ी सफलता हासिल की। 

कौन हैं संकर्ष चंदा Who is Sankarsh Chanda?

संकर्ष चंदा (Sankarsh Chanda) हैदराबाद स्थित सावर्ट फिनटेक Founder of Savart Fintech के संस्थापक हैं। यह कंपनी लोगों को शेयर बाजार, म्यूचुअल फंड, बॉन्ड में निवेश Share market, Mutual Funds, Investing in Bonds करने का तरीका जानने में मदद करती है। इस कंपनी का पंजीकृत नाम "स्वोबोध इन्फिनिटी इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड" Svobodh Infinity Investment Advisors Pvt Ltd" है, उनकी वेबसाइट savart.com है। सावर्त के संस्थापक और अध्यक्ष संकर्ष चंदा ने अपनी वेबसाइट पर लिखा कि हम एक ऐसी दुनिया की कल्पना करते हैं जहां सभी के पास समान अवसर हों और हर कोई पैसा कमा सके साथ ही हमेशा खुशी से रह सके। कहते हैं कि "जीवन में सबसे बड़ा जोखिम कभी भी जोखिम न लेना है"। यह बात शेयर बाजार में निवेश करने वाले निवेशकों पर बिल्कुल फिट बैठती है शेयर मार्केट एक ऐसी दुनिया है जहां जोखिम ही जोखिम है। लेकिन इसके साथ ही यदि आप सोच समझ कर अपने दिमाग का इस्तेमाल जोखिम के साथ करते हैं, तो इसमें आपको काफी फायदा हो सकता है। जीवन में जोखिम उठाना कभी-कभी आवश्यक होता है। कभी-कभी आप जोखिम उठाकर जीवन में बहुत आगे निकल जाते हैं। ऐसे ही संकर्ष भी जोखिम उठाकर जीवन में बहुत आगे निकल गए हैं। 

17 साल की उम्र में शुरू किया शेयरों में निवेश 

संकर्ष चंदा ने मात्र 17 साल की उम्र में शेयरों में निवेश करना शुरू कर दिया था। इतनी छोटी सी उम्र में ही उन्होंने सोच लिया था कि उन्हें जीवन में बहुत आगे जाना है और जीवन में एक अलग मुकाम हासिल करना है। संकर्ष ने 2016 में पहली बार शेयर बाजार में निवेश किया था। अपने एक इंटरव्यू में संकर्ष चंदा ने कहा था कि मैंने 2016 में स्कूल के बाद पहली बार 2000 रुपये का निवेश किया था। मैंने दो साल में और निवेश किया है उसके बाद मेरा निवेश तेजी से बढ़ा और मैंने 2 साल के लिए शेयर बाजार में 1.5 लाख रुपये का निवेश किया। मेरे शेयरों का बाजार मूल्य दो साल में 13 लाख रुपये तक पहुंच गया था। संकर्ष ने कहा कि मेरी कंपनी का वर्तमान मूल्य 100 करोड़ रुपये है।

संकर्ष 23 साल की उम्र में हैं 100 करोड़ के मालिक 

आज के समय में हर कोई ज्यादा से ज्यादा पैसा कमाना चाहता है और शायद ये इसी का नतीजा है कि पिछले कुछ सालों में शेयर बाजार में ट्रेडिंग Trading in Stock Market करने वाले निवेशकों Investors की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। कुछ नाम ऐसे भी हैं जिन्होंने स्टॉक मार्केट Stock market के जरिए बेशुमार दौलत कमाई है। राकेश झुनझुनवाला, राधाकिशन दमानी, मुकुल अग्रवाल, आशीष धवन, डॉली खन्ना Rakesh Jhunjhunwala, Radhakishan Damani, Mukul Agarwal, Ashish Dhawan, Dolly Khanna जिन्हें बिग बुल Big Bull के नाम से जाना जाता है, शेयर बाजार में प्रमुख निवेशकों के रूप में भारत के कुछ बड़े नाम हैं। अब शेयर मार्केट के इन बिग ब्लैक लिस्ट में एक भारतीय युवा का नाम भी शामिल हो गया है। इस युवा का नाम है संकर्ष चंदा वह करोड़ों की संपत्ति का मालिक है। हैदराबाद Hyderabad के रहने वाले 23 वर्षीय संकर्ष चंदा ने हैदराबाद के स्लेट - द स्कूल से 12वीं पास करने के बाद 2000 रुपये से शेयर बाजार में निवेश Investing in Stock Market किया था तब से लेकर अब तक संकर्ष 100 करोड़ के मालिक बन चुके हैं। 

8 लाख रुपए से हुई थी कंपनी की शुरुआत 

संकर्ष चंदा की कंपनी की शुरुआत 8 लाख रुपए से हुई थी। यानि 2017 में संकर्ष ने कॉलेज छोड़कर 8 लाख रुपये के निवेश से सावर्ट कंपनी की शुरुआत की थी। संकर्ष का हैदराबाद के गगन महल में 2,000 वर्ग फुट का कार्यालय है। इसमें लगभग 35 लोग काम करते हैं। संकर्ष उस वक्त ग्रेटर नोएडा के बेनेट यूनिवर्सिटी Bennett University में बी.टेक कंप्यूटर साइंस B.Tech Computer Science के दूसरे वर्ष में थे और तब उन्होंने इसे छोड़ने का फैसला किया और अपना पूरा ध्यान स्टॉक ट्रेडिंग stock trading पर केंद्रित किया। बस फिर क्या था आज वह स्टॉक मार्केट के उस्ताद माने जाते हैं। 

14 साल की उम्र में जागी थी शेयर बाजार में दिलचस्पी 

संकर्ष चंदा को मात्र 14 साल की उम्र में अमेरिकी अर्थशास्त्री बेंजामिन ग्राहम American Economist Benjamin Graham के एक लेख को पढ़ने के बाद संकर्ष की शेयर बाजार में दिलचस्पी पैदा हो गयी थी। दरअसल बेंजामिन ग्राहम को 'मूल्य निवेश के जनक' Father Of Value Investing के रूप में जाना जाता है। उन्होंने शुरुआत में अपनी कंपनी शुरू करने के लिए 8 लाख रुपये के शेयर बेचे थे। इसके बाद उन्होंने बाकी पैसा बाजार में लगाया और अपनी कमाई को अपने स्टार्टअप के जरिए निवेश करना जारी रखा। संकर्ष कहते हैं कि, "मेरी नेटवर्थ अब 100 करोड़ रुपये Net worth now Rs 100 crore है और यह सिर्फ मेरा शेयर बाजार का निवेश नहीं है, बल्कि मेरी कंपनी के मूल्यांकन पर भी आधारित है।

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निवेश करने के लिए सब्सक्रिप्शन

संकर्ष की कंपनी Savart Fintech लोगों को शेयर बाजार में पैसे इन्वेस्ट करने के लिए प्रेरित करती है। आपको संकर्ष की कंपनी से जुड़ने के लिए एक ऐप डाउनलोड करना पड़ेगा और इसके लिए आपको ₹4999 का सब्सक्रिप्शन subscription लेना पड़ेगा। संकर्ष कहते हैं कि शेयर बाजार में इन्वेस्ट करना बहुत आसान है और आप इसकी शुरुआत छोटी रकम से भी कर सकते हैं। संकर्ष चंदा इतनी छोटी सी उम्र में भी करोड़पति बनने के बाद बहुत ही सामान्य जीवन जीना पसंद करते हैं। 

संकर्ष के बिज़नेस में परिवार भी करता है मदद 

संकर्ष एक ऐसे व्यक्ति हैं जिसने अपने जीवन में जोखिम उठाया और आज वह बहुत सफल और पॉपुलर हैं। दरअसल संकर्ष अपनी उम्र से ज्यादा बुद्धिमान हैं। क्योंकि संकर्ष ने इतनी कम उम्र में इतना कुछ हासिल कर लिया है कि कई लोग पूरी उम्र में भी इतनी सफलता हासिल नहीं कर पाते हैं। संकर्ष अपने माता-पिता के साथ हैदराबाद के हिमायत नगर में 2 बीएचके अपार्टमेंट में रहते हैं। उनके पिता चंद्रशेखर चंदा Chandrashekhar Chanda भी सावर्ट में वित्त संभाल रहे हैं और उनकी मां संगीता चंदा Sangeeta Chanda एक कंटेंट राइटर हैं वह भी संकर्ष के कारोबार में उनकी मदद कर रही हैं। उनकी कंपनी को चलाने में उनका पूरा परिवार उनकी मदद करता है। उनकी बड़ी बहन तरुणी चंदा Taruni Chanda अमेरिका America में चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। 

कॉलेज में ही शोध शुरू कर दिया था 

पहले संकर्ष पढ़ाई के लिए विदेश जाना चाहते थे लेकिन फिर उन्होंने अपना मन बदल लिया और बेनेट विश्वविद्यालय Bennett University में बी.टेक कंप्यूटर साइंस में प्रवेश ले लिया। यहाँ जाकर उन्होंने पैसे के प्रति मानवीय दृष्टिकोण पर अपना शोध करना शुरू कर दिया। फिर संकर्ष ने छह महीने में निम्न-मध्यम वर्ग के लोगों, अमीर लोगों और उद्यमियों से बात करके यह पता लगाने के लिए एक सर्वेक्षण शुरू किया कि वे जीवन में क्या प्राथमिकता रखते हैं। संकर्ष बताते हैं कि, "विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा के बाहरी इलाके में स्थित है, इसलिए मैं कई ग्रामीणों के संपर्क में आया। वह कई सफल व्यवसायियों और उद्यमियों से जुड़ें। उनका कहना है कि उनके सर्वेक्षण के निष्कर्ष काफी आश्चर्यजनक थे। जिन युवाओं पर उन्होंने शोध किया उनमें से लगभग सभी का यही कहना था कि पैसा उनके लिए बहुत महत्वपूर्ण था।

किताबें पढ़ने का शौक 

संकर्ष Sankarsh Chanda  को पढ़ना बहुत पसंद है और बेंजामिन ग्राहम को पढ़ने के बाद उनकी रुचि और भी बढ़ गई। 2016 में, संकर्ष ने वित्तीय निर्वाण नामक एक पुस्तक प्रकाशित की और निवेश के बीच अंतर, निवेश में विविधता लाने और इसके साथ ही बाजार को समझने के लिए सुझाव दिए। संकर्ष कहते हैं, मैं निवेश और शेयर मार्केटिंग के बारे में पढ़ता रहता हूँ और जितना अधिक मैं पैसे और निवेश के बारे में पढ़ता हूँ उतनी ही मेरी रूचि इन सब चीज़ों में बढ़ती चली जाती है। बस फिर इसके साथ ही मैं निवेश के साथ मेरा प्रयोग करना शुरू कर देता हूँ। वह आगे कहते हैं कि मैंने पुस्तकालय और लोगों से किताबें लेना शुरू कर दिया। क्योंकि वह इतनी किताबें पढ़ते हैं कि इतनी किताबों को खरीदकर घर में रखना मुश्किल है। इतनी किताबों को रखने के लिए कम से कम तीन से चार कमरों की आवश्यकता होगी।