वैज्ञानिकों ने बनाया हाईटेक Face Mask, बता देगा कोरोना की मौजूदगी

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वैज्ञानिकों ने बनाया हाईटेक Face Mask, बता देगा कोरोना की मौजूदगी
22 Sep 2022
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News Synopsis

पिछले कुछ सालों में कोविड-19 COVID-19 के दौर से फेस मास्‍क Face masks के इस्‍तेमाल को लोगों के लिए जरूरी बना दिया गया है। जबकि कई बार लोग मास्‍क लगाने में लापरवाही बरतते हुए देखने को मिलते हैं, लेकिन इनका इस्‍तेमाल आपको हवा में मौजूद वायरस और प्रदूषण Viruses and pollution से सुरक्षा देता है। बहरहाल, वैज्ञानिकों Scientists ने ऐसा फेस मास्क डेवलप Develop कर लिया है, जो हवा में बूंदों या एरोसोल Droplets or aerosols के रूप में मौजूद सामान्य श्वसन वायरस, जैसे- इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 का पता लगा सकता है। अगर हवा में ऐसे वायरसों की मौजूदगी है, तो यह मास्‍क अपने यूजर्स के मोबाइल पर 10 मिनट में उन्‍हें इसकी जानकारी दे सकता है।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, स्‍टडी से जुड़े और शंघाई टोंगजी यूनिवर्सिटी Shanghai Tongji University में मटीरियल साइंटिस्‍ट यिन फेंग Materials scientist Yin Feng ने कहा कि पुरानी रिसर्च से पता चला है कि फेस मास्क पहनने से बीमारी फैलने और उसके संपर्क में आने का जोखिम कम हो सकता है। इसीलिए हम एक ऐसा मास्क बनाना चाहते थे जो हवा में वायरस की उपस्थिति का पता लगा सके और पहनने वाले को सचेत कर सके। श्वसन रोगाणु Respiratory germs जो COVID-19 और H1N1 इन्फ्लूएंजा की वजह बनते हैं, ये संक्रमित लोगों द्वारा बात करने, खांसने और छींकने Coughing and sneezing पर निकलने वाली छोटी बूंदों और एरोसोल के जरिए से फैलते हैं।

ये वायरस लंबे समय तक हवा में मौजूद रह सकते हैं। ऐसे वायरस से बचाव के लिए फैंग और उनके सहयोगियों ने एक मास्‍क को टेस्‍ट किया। उन्‍होंने पाया कि नया डेवलप फेस मास्‍क हवा में मौजूद सामान्य श्वसन वायरस, जैसे- इन्फ्लूएंजा और कोविड-19 के वायरस का पता लगा सकता है। टीम ने aptamers के साथ एक छोटा सेंसर तैयार किया, जो एक प्रकार का सिंथेटिक मॉलिक्‍यूल है और यूनीक प्रोटीन और रोगाणुओं Unique proteins and microbes की पहचान कर सकता है। यह एकसाथ SARS-CoV-2, H5N1 और H1N1 के सर्फेस प्रोटीन Surface protein को पहचान सकता है।