ओला के भाविष अग्रवाल की AI कंपनी कृत्रिम ने छुआ आसमान - 50 करोड़ डॉलर फंडिंग से हासिल किया यूनिकॉर्न का दर्जा

News Synopsis
ओला कैब Ola cabs के दिमाग भाविष अग्रवाल ने फिर कमाल कर दिखाया है, इस बार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस Artifical Intelligence (AI) के तेजी से बढ़ते हुए क्षेत्र में. उनकी नई कंपनी कृत्रिम ने अपने पहले ही फंडिंग राउंड में 50 करोड़ डॉलर जुटाकर यूनिकॉर्न का दर्जा हासिल कर लिया है. यूनिकॉर्न का मतलब होता है ऐसी कंपनी जिसका मूल्य 1 अरब डॉलर या उससे ज्यादा हो।
भारत का पहला AI यूनिकॉर्न - कृत्रिम की सफलता के पीछे छिपे मायने India's first AI unicorn – the key behind Artificial Intelligence's success
कृत्रिम भारत की पहली AI कंपनी है जो यूनिकॉर्न बनने में सफल हुई है। ये भारतीय तकनीकी प्रतिभा और उद्यमशीलता की क्षमता को दर्शाता है। इसके अलावा, भाविष के लिए ये एक और उपलब्धि है। वो अब भारत के पहले ऐसे उद्यमी बन गए हैं जिनके तीन यूनिकॉर्न कंपनियां हैं - ओला Ola , ओला इलेक्ट्रिक और अब कृत्रिम।
कृत्रिम के AI मिशन को गति देगा फंडिंग - भारत का पहला व्यापक AI स्टैक बनाने की कोशिश
50 करोड़ डॉलर का फंडिंग कृत्रिम के "AI परिदृश्य को बदलने, नवाचार को बढ़ावा देने और वैश्विक स्तर पर विस्तार करने" के मिशन को गति देगा. भाविष Bhavish Aggarwal ने एक बयान में "भारत का पहला व्यापक AI कंप्यूटिंग स्टैक बनाने" के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया है।
कृत्रिम का अत्याधुनिक LLM: भारतीय भाषाओं की दौड़ में सबसे आगे
दिसंबर 2023 में, कृत्रिम ने अपने बेस लैंग्वेज मॉडल language model (LLM) का अनावरण किया, जिसमें "भारतीय डेटा का सबसे बड़ा प्रतिनिधित्व" होने का दावा किया गया है। ये LLM सभी भारतीय भाषाओं के लिए जनरेटिव AI अनुप्रयोगों को शक्ति देता है, जो कृत्रिम को ग्लोबल दिग्गजों Google और Microsoft की अगुवाई वाली AI दौड़ में सबसे आगे ला खड़ा करता है।
बीटा से व्यापार तक - कृत्रिम का बहुआयामी दृष्टिकोण
कृत्रिम Artificial फरवरी 2024 में उपभोक्ताओं के लिए अपने संवादात्मक AI सहायक को बीटा रूप में लॉन्च करने की योजना बना रहा है। ये सहायक कई भारतीय भाषाओं में धाराप्रवाह होगा और कविता से बॉलीवुड तक की बारीकियों पर चर्चा करने में सक्षम होगा। इसके अलावा, कंपनी अपने LLM को उद्यमों और डेवलपर्स के लिए एक API (एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस) के रूप में पेश करेगी, जिससे उन्हें अपने AI अनुप्रयोग बनाने का अधिकार मिलेगा।
जल्द ही आपके फोन में आ रहा है Krutrim Krutrim is coming to your phone soon
Krutrim अपना कन्वर्सेशनल AI असिस्टेंट फरवरी 2024 में कुछ लोगों के लिए टेस्ट करने के लिए लॉन्च करेगा। यह असिस्टेंट कई भारतीय भाषाओं में बात कर सकता है और आपसे कविता से लेकर बॉलीवुड फिल्मों तक किसी भी विषय पर बात कर सकता है। Krutrim अपना LLM डेवलपर्स और कंपनियों को भी एक API के रूप में देगा, ताकि वे अपने खुद के AI एप्लिकेशन बना सकें।
भारत के AI जगत में हो रही है हलचल There is a stir in India's AI world
Krutrim भले ही एक बड़ा कदम है, लेकिन भारत के AI जगत में और भी कंपनियां शानदार काम कर रही हैं। Sarvam AI नाम की एक कंपनी ने हाल ही में OpenHathi लॉन्च किया है, जो पहला हिंदी LLM है। भारत में AI का तेजी से विकास हो रहा है, जिससे विभिन्न क्षेत्रों में इसका इस्तेमाल बढ़ने की उम्मीद है।