James Webb Telescope News: जेम्स स्पेस टेलीस्कोप ने दी नई जानकारी, ये बात आई सामने

News Synopsis
James Webb Space Telescope: अंतरिक्ष की खोजों Space discoveries में जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप James Webb Space Telescope योगदान को नकारा नहीं जा सकता। इस टेलीस्कोप ने अंतरिक्ष अनुसंधान Space research के क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव लाने का काम किया है। यह अलग तरह की इंफ्रारेड तरंगों Infrared waves को पकड़ने में सक्षम है जो कोई टेलीस्कोप अब तक नहीं पकड़ पाया है। इसी वजह से जिस भी दिशा में यह टेलीस्कोप मुड़ता है वहां की नई जानकारी मुहैया कराने लगता है। अब उसने अपना रुख शनि Saturn के चंद्रमा टाइटन Titan पर अपनी निगाह डाली है और उसने उम्मीद के मुताबिक उसके बारे में नई जानकारी भी दी है, जिसने वैज्ञानिकों को चौंकाते हुए टाइटन के घने वायुमंडल Dense atmosphere में दो बादलों की मौजूदगी का पता लगाया है।
दरअसल टाइटन ही सौरमंडल का अकेला ऐसा चंद्रमा है जहां घना वायुमडंल है। इस वजह से यह वैज्ञानिकों Scientists के लिए आकर्षण केंद्र है। इतना ही नहीं बहुत सारी असमानताएं होने के बाद भी वह कई लिहाज से पृथ्वी के समान है। यहां नदियां Rivers, झील और महासागर lakes and oceans हैं, लेकिन ये सभी पानी से नहीं बल्कि तरल मीथेन Liquid methane से भरे हुए हैं। वैज्ञानिक बहुत सालों से इस बात का इंतजार कर रहे थे कि कब जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप शनि के इस विशेष चंद्रमा पर निगाह डालकर नई जानकारी बताएगा। नासा के मुताबिक वैज्ञानिक वेब के इंफ्रारेड कैमरा Infrared camera के द्वारा वे टाइटन के वायुमंडल की गैसीय संरचना Gaseous composition of the atmosphere और उसके मौसम की जानकारी हासिल कर सकेंगे।
वैज्ञानिकों ने जेम्स टेलीस्कोप के नियर इंफ्रारेड कैमरा (NIRCam) से ली गई अलग-अलग तस्वीरों का अध्ययन किया जिससे उन्हें टाइटन के उत्तरी गोलार्द्ध Northern Hemisphere में एक चमकीला धब्बा देखा जो वास्तव में एक विशाल बादल था। इतना ही नहीं कुछ ही समय बाद उन्होंने एक दूसरा बादल भी देखा। इस खोज से टाइट की जलवायु को लेकर बनाए गए कई प्रतिमानों की वैधता की पुष्टि करने में मदद कर सकेगी।
18 Nov 2022
LAST UPDATE
James Webb Telescope: वैसे तो वैज्ञानिकों Scientists ने अपनी रिसर्ज से दुनियां के बारे में काफी हद तक ब्रह्मांड के रहस्यों mysteries of the Universe लोगों को रुबरू कराया है। वहीं जीवन की उत्तप्ति Origin of life को समझने के लिए दुनियाभर के वैज्ञानिक लगातार रिसर्च करने में जुटे हुए हैं। इसके लिए दुनियाभर के सैटेलाइट की निगाहें 24 घंटे अतंरिक्ष में होने वाली घटनाओं पर लगी रहती हैं। इसी रिसर्च के दौरान नासा NASA को एकबार फिर बढ़ी सफलता मिल है। नासा के जेम्स वेब टेलीस्कोप James Webb Telescope ने एक ऐसा कारनामा कर दिखाया है जो इससे पहले किसी भी टेलेस्कोप ने नहीं किया था।
नासा ने दावा किया है कि जेम्स वेब के नियर-इन्फ्रारेड कैमरा near-infrared camera (NIRCam) ने एक तस्वीर खींची है जिसमें काले बादलों (L1527) के बीच एक प्रोटोस्टार देखा गया है जो किसी नए तारे के बनने की दिशा में संकेत करता है। यह प्रोटोस्टार टॉरस मॉलिक्यूलर बादल Taurus molecular cloud में स्थित है और यह लगभग सैकड़ों निर्मित तारों का घर भी है। नासा ने बताया है कि यह काले बादल पृथ्वी earth से लगभग 430 प्रकाश वर्ष दूर है। वहीं नासा ने इसको लेकर कहा है कि तस्वीर के बीच में वाली जगह पर प्रोटोस्टार को देखा जा सकता है।
प्रोटोस्टार से प्रकाश इस डिस्क के ऊपर और नीचे लीक होता नजर आ रहा है। इसके आस-पास गैस और धूल का गुबार चमक रहा है। जिसमें प्रोटोस्टार और उसका बादल शामिल है। इसका नाम L1527 है। इसकी आयु करीब 1 लाख साल बताई जा रही है। इस तस्वीर पर शोध कर वैज्ञानिक समझने की कोशिश करेंगे कि अपनी उत्पत्ति के दौरान हमारा सौर मंडल कैसा दिखाई देता था। इससे किसी ग्रह की बनने की प्रक्रिया को समझने में वैज्ञानिकों को आसानी होगी।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि 10 बिलियन डॉलर की लागत से बना वेब दुनिया का सबसे शक्तिशाली अंतरिक्ष टेलीस्कोप most powerful Space Telescope है। इससे पहले भी जेम्स टेलीस्कोप कई कमाल के तस्वीरों को साझा कर चुका है। वहीं वैज्ञानिकों का मानना है कि इस शोध से अंतरिक्ष विज्ञान space science की दुनिया को एक नई दिशा मिलेगी।