क्या इमेल आज भी है प्रभावी?

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क्या इमेल आज भी है प्रभावी?
12 Oct 2021
9 min read

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आज भी कोई ऑफिसियल काम हो या कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारी साझा करना हो तो लोगों का पहला चुनाव जीमेल ही होता है, क्योंकि हमें इस पर पूर्ण विश्वास है। आज सोशल मीडिया एक मनोरंजन का साधन है, परन्तु जीमेल आज भी नये दौर से बिना विचलित हुए, उतनी ही गंभीरता से सबके सामने अपनी महत्ता के साथ खड़ा है।

समय कितना बदल गया है। इतिहास से वर्तमान कितना विपरीत लगता है। ऐसा लगता है जैसे समय ने अपना रूप बदला और पूरी दुनिया का चेहरा परिवर्तित कर दिया। वैसे तो मानवीय संचार के बिना दुनिया का अस्तित्व अधूरा है, परन्तु वर्तमान के कुछ दशकों में मनुष्य ने संचार के लिए जिस तीव्रता से माध्यम को परिवर्तित किया और उपस्थित सुविधा को समयानुसार उन्नयित (अपग्रेडेड) किया वह अपने आप में अतुलनीय और कल्पनीय है। संचार को सहज करने में टेक्नोलॉजी ने मुख्य भूमिका निभाई है। लोगों के मध्य हो रही संचार के क्षेत्र में क्रांति तब आई जब टेक्नोलॉजी ने इसमें हस्तक्षेप किया। ई-मेल के आविष्कार ने संचार के तरीके को बदला और व्यक्ति के भावों को और सक्रिय करने का कार्य किया। ई-मेल ने व्यवसायिक क्षेत्रों में भी काफी बदलाव किया। इस बदलाव की शुरुआत का नतीजा आज हम सबके सामने प्रत्यक्ष है। पूरी दुनिया में टेक्नोलॉजी की सुविधा से संचार में जो क्रांति आई उसका लाभ आज हम सब उठा रहे हैं। जीमेल के आने से हम सब ने अपने जीवन को सहजता की ओर ले जाने के लिए कदम बढ़ाया था। परन्तु क्या आज भी जीमेल उतना प्रभावी है?

जीमेल गूगल द्वारा दिया जाने वाला वह प्लेटफॉर्म है, जो लोगों को संदेश( लिखित, ऑडियो, चित्र के रूप में) भेजने में मदद करता है। जीमेल जब मानव के जीवन का हिस्सा बना, तब सबसे अधिक इसने व्यवसायिक क्षेत्र को प्रभावित किया। इसकी सहायता से जानकारियों को अधिक तथा तीव्रता से साझा किया जाने लगा। संदेशों को ना सिर्फ साझा किया बल्कि अपनी जानकारियों को यहां पर सहेज कर रखा। क्योंकि यह एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म है जहां प्रत्येक व्यक्ति की जानकारी सुरक्षित रहती है। जीमेल की गुणवत्ता अच्छी थी और इसके भीतर होने वाली प्रक्रिया भी आसान, इसलिए यह शीघ्र ही लोकप्रिय हो गया और चलन में आ गया। समय-समय पर जीमेल आवश्यकतानुसार अपनी सुविधाओं में बदलाव करता आ रहा है, ताकि उसका इस्तेमाल करने वालों को कोई परेशानी ना हो। 

समय ने बहुत तेजी से करवट बदला है। जो जीमेल एक समय में सबसे अधिक प्रिय और प्रचलित हुआ करता था, उसकी जगह आज कुछ अन्य सुविधाओं ने ले ली है। आज का दौर सोशल मीडिया का दौर है। जहां पर मनुष्य अपने जीवन में घटित हो रही छोटी-से-छोटी घटना को दुनिया के साथ साझा कर रहा है। तकनीकी का और अधिक विकास हुआ और मनुष्य खुद को बेहतर बनाने की कोशिश में कब अपनी निजी ज़िंदगी को सामाजिक बनाने लगा, इसकी खबर शायद ही उसको हुई होगी। 

आज हमारे पास ऐसे तमाम ऐप्स हैं, जो हमें देश-दुनिया में हो रही घटनाओं का अगले ही पल में ख़बर दे देते हैं। इन ऐप्स की मदद से हम जानकारियों को भी साझा करते हैं। हम इन प्रयोगों से खुश हैं तथा खुद को और अपनी मानसिकता को विकसित समझ रहे हैं। परन्तु इसके साथ ही हमारी निजता पूर्ण रूप से नष्ट हो गई है। हमारी निजी ज़िंदगी ख़तरे में पड़ गई तथा कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारियों की सुरक्षा में सेंध लगने से हम अपना वास्तविक जीवन खो देते हैं।

आज भी कोई ऑफिसियल काम हो या कुछ महत्त्वपूर्ण जानकारी साझा करना हो तो लोगों का पहला चुनाव जीमेल ही होता है, क्योंकि हमें इस पर पूर्ण विश्वास है। आज सोशल मीडिया एक मनोरंजन का साधन है, परन्तु जीमेल आज भी नये दौर से बिना विचलित हुए, उतनी ही गंभीरता से सबके सामने अपनी महत्ता के साथ खड़ा है।