आत्मविश्वास समाज में बढ़ाये मान

Share Us

2305
आत्मविश्वास समाज में बढ़ाये मान
07 Sep 2021
9 min read

Blog Post

आप समाज में खुद को तभी अर्थपूर्ण बना पाएंगे जब आप खुद पर विश्वास रखेंगे। यदि मनुष्य खुद पर विश्वास रखे तो वह जिस रूप में चाहे खुद को उस रूप में प्रस्तुत कर सकता है। आत्मविश्वास होने पर ही कोई अन्य व्यक्ति आप पर विश्वास कर पायेगा और आपसे जुड़ पायेगा। समाज में विभिन्न प्रकार की सोच रखने वाले लोग हैं। प्रत्येक व्यक्ति आपकी बातों और हाव-भाव से ही अपने मन में आपकी छवि का निर्माण करेगा।   

समाज वह शब्द है, जो मनुष्य के एक दूसरे से जोड़े रखने को परिभाषित करता है। समाज हमें किस नजरिये से देखता है यह हम सबके लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। हम कोई भी काम इस बात को ध्यान में रख कर करते हैं कि इससे समाज में हमारी क्या छवि बनेगी। कई बार तो हम कुछ काम करते ही हैं समाज को दिखाने के लिए, ताकि समाज में हमारा अधिक नाम हो और लोग हमारी तारीफ करें। मनुष्य खुद को समाज में एक प्रतिष्ठित शख़्स के रूप में स्थापित करना चाहता है और इसी काम के लिए हमेशा प्रयासरत रहता है। मनुष्य का स्वभाव भी लोगों के सामने उसकी छवि बनाने का कारण बनता है। यदि मनुष्य का स्वभाव अच्छा है और वह सबसे अच्छे से बातचीत करने में सक्षम है, तो लोगों के सामने वह एक सभ्य मनुष्य के रूप में प्रस्तुत होगा। बावजूद इसके समाज के सामने कई बार हम खुद को जैसा चाहते हैं वैसा प्रस्तुत नहीं कर पाते हैं। हमारे मन में कुछ बातों की झिझक रहती है, और हम खुद को समाज के सामने अर्थपूर्ण नहीं बना पाते हैं।

कई बार हम खुद को जिस तरह से लोगों के सामने दिखाना चाहते हैं वैसे दिखा नहीं पाते और नतीजा यह निकलता है कि हम सबकी नज़रों में नहीं आ पाते। मनुष्य के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह खुद को समाज में अर्थपूर्ण तरीके से रखे। तभी वह समाज के साथ कदम मिलाकर चल पायेगा और सफल हो पायेगा। मनुष्य कुछ बातों पर ध्यान देकर समाज की नज़रों में खुद को अर्थपूर्ण बना सकता है।  

कुछ कहने से हिचकिचाएं नहीं 

समाज में किसी भी बात को बोलते वक़्त कभी हिचकिचाएं नहीं, बात करते वक़्त खुद पर विश्वास रखें। सामने वाले की आँखों में देखकर बोले, इससे उसके सामने आपकी एक मजबूत छवि बनेगी। ऐसा करने से वह आपकी बातों पर विश्वास करेगा। मनुष्य किस तरह अपनी बात व्यक्त करता है यह महत्वपूर्ण बिंदु है, इससे वह अपनी बात को और प्रभावशाली बनाता है। यदि आप ऐसा करने से घबराते हैं तो अकेले में या फिर आप जिन पर भरोसा करते हैं उनके साथ इसका अभ्यास करें। यह समाज में आपकी भूमिका को बढ़ाएगा।

बात की सच्चाई का करें आंकलन 

आप किसी से जो कुछ भी कह रहे हैं उस बात के बारे में पूरी तरह से पुष्टि कर लें। सही-गलत, सच-झूठ के तराजू में तोलने के बाद ही कुछ बोलें। इस बात का पूरी तरह से ध्यान रखें कि उसका अन्य लोगों पर क्या प्रभाव पड़ेगा। यह आपके व्यक्तित्व की महत्ता को बढ़ाएगा। इससे आप जो कहेंगे उस पर लोग आसानी से विश्वास करेंगे, और आपकी बातों को महत्व देंगे। आपका आत्मविश्वास इससे बढ़ेगा, आप खुद को और अच्छा प्रदर्शित करेंगे।   

अपनी सोच पर रखें भरोसा 

किसी मुद्दे पर आपकी जो भी राय है उस पर विश्वास रखें, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति के अपने विचार होते हैं। ऐसा करने से आपको अपने विचारों को व्यक्त करने में मदद मिलेगी। आप किसी मुद्दे पर क्या सोचते हैं उसके बारे में निडर होकर बिना किसी झिझक के अपनी भावना व्यक्त करें। अपनी बात कहते हुए इस बात का थोड़ा सा भी ख्याल न करें कि अन्य व्यक्ति इसके बारे में क्या सोचते हैं। 

शब्दों पर दें ध्यान 

बोलते समय अपने शब्दों पर ध्यान दें। बोल-चाल की भाषा में आप किस तरह के शब्द इस्तेमाल करते हैं इसका भी बहुत प्रभाव पड़ता है। आपके शब्दों के चुनाव से ही आपकी शिक्षा-संस्कार का अनुमान लगाया जाता है। कोशिश करें कि किसी बात को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर न बताएं। इससे आपकी बातों को लोग हल्के में लेंगे। यह कोशिश करें कि आप कम बोलें तथा उचित शब्दों का प्रयोग करके कम शब्दों में ही अपनी बात ख़त्म कर दें। इसे अपने व्यवहार में लाने के लिए आप अपने घर में मौजूद लोगों तथा दोस्तों के साथ ऐसे ही बात करने की कोशिश करें।    

शारीरिक हाव-भाव पर दें ध्यान 

कहीं पर बात करते वक़्त आपका शारीरिक हाव-भाव कैसा है यह आपके अंदर मौजूद आत्मविश्वास को दिखाता है। जिस तरह आप अपनी बात कहते हैं उसका सीधा संबंध आपके शारीरिक हाव-भाव से होता है। अपने हाव-भाव इस प्रकार रखें कि लोग उसे आपकी बात से जोड़ पाएं। यदि आवश्यकता हो तो अपने चेहरे पर हमेशा एक मुस्कान बनाएं रखें। यह आपको आत्मविश्वास से परिपूर्ण रखेगा।