यूँ दें अपने व्यवसाय को पहचान

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यूँ दें अपने व्यवसाय को पहचान
02 Dec 2021
8 min read

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मान लीजिये यदि आप कोई व्यवसाय करना चाहते हैं, जो आपको लाभप्रद मालूम पड़ता है। मगर उसमें भी कुछ रिस्क तो देखने को मिलेंगे ही परन्तु हमें घबराना नहीं है, अपितु धैर्य के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना है क्योंकि यही हमारे स्टार्टअप के लिए अति आवश्यक कुंजी है।

व्यक्ति अपने जीवन में कुछ न कुछ तो ऐसा अवश्य ही करना चाहता है, जो उसको अधिक प्रीतिकर interesting लगता हो। परन्तु वह जोखिम business risk उठाने में असमर्थ महसूस करता है, जिसके कारण वह अपनी प्रतिभा स्वयं ही समाप्त करने लगता है। अगर व्यक्ति थोड़ी सी मेहनत और अपनी रूचि को बरकरार रखे तो वह अपने कार्य में अधिक सफल हो सकता है। 

1.)  अपनी कार्यात्मक रुचि को पहचानें

मान लीजिये यदि आप कोई व्यवसाय करना चाहते हैं, जो आपको interesting मालूम पड़ता है। मगर उसमें भी कुछ रिस्क तो देखने को मिलेंगे ही परन्तु हमें घबराना नहीं है, अपितु धैर्य के साथ आगे बढ़ने का प्रयास करते रहना है, क्योंकि यही हमारे स्टार्टअप के लिए अति आवश्यक कुंजी है। यह बात तो जग ज़ाहिर है कि व्यवसाय करना इतना आसान नहीं है, प्रत्येक मौकों पर यह आपकी परीक्षा भी लेगा। यदि आप किसी ऐसे क्षेत्र में काम कर रहे हैं, जिसके बारे में आपको कम ज्ञान के साथ-साथ अल्प रुचि महसूस होती है, तो आपके द्वारा उस कार्य को छोड़ने की संभावना बहुत बढ़ जाती है। ऐसा खासकर पहली बार व्यवसाय करते वक़्त महसूस होता है कि शायद आपने अपने मन मुताबिक़ व्यवसाय नहीं चुना बल्कि लोगों की बातों में आकर आपने अपनी रुचि पैदा की। उसका अंततः परिणाम ये निकलता है कि आपको उस व्यवसाय को एक समय बाद बंद ही करना पड़ जाता है। कहने का तात्पर्य है कि अपनी रुचि के मुताबिक अपने व्यवसाय का स्वामित्व प्राप्त करें यह आपके और आपके व्यवसाय के लिए बेहतर होगा।

कई बार हमारे मन का कार्य न होने के बाद भी हम उस कार्य में रुचि खोज लेते हैं, जोकि एक अच्छी बात है। क्योंकि बहुत बार हमारे दिमाग में ऐसे आईडिया नहीं आते जो दूसरों के द्वारा दिया जाना आसान मालूम पड़ता है। कई बार आपको व्यवसाय में मजा आने लगता है, जिस व्यवसाय की आपने कल्पना भी नहीं की थी। कहने का मतलब है, जरुरी नहीं हर बार आप किसी प्रकार का आदर्श पहलू लेकर चलें। कई बार आपको बहुत कुछ नए सिरे से भी शुरू करना पड़ सकता है, इसके लिए आप हमेशा तैयार रहें। 

2.) उन समस्याओं की पहचान करें जिन्हें आप हल कर सकते हैं solve the problem

एक लाभदायक और टिकाऊ व्यवसाय बनाने के लिए, आपको पहले अपने आस-पास के ग्राहकों की आवश्यकता का पता लगाना होगा कि आपके क्षेत्र में किस तरह का व्यवसाय पनप सकता है repeated व्यवसाय एक ही जगह पर कम कारगर साबित होता है। आवश्यकता के अनुसार शुरू किया गया व्यवसाय ही ग्राहकों की समस्याओं के निवारण का एक अच्छा विकल्प हो सकता है। तत्पश्चात यह निर्धारित करना होगा कि क्या आप वास्तव में उन्हें हल कर सकते हैं। 

आपके आस-पास के बाजार की हचान बहुत आवश्यक रोल अदा करती है, उसके हिसाब से आप एक ढांचा तैयार करें कि किस व्यवसाय को शुरू कर आप बाजार में अपनी पकड़ जल्दी बना सकते हैं। 

3.) व्यवसाय की शुरुआत से पूर्व उस पर शोध करें do research 

प्रतिस्पर्धा दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है बिना इसके कोई भी आगे नहीं बढ़ पाता। कहते हैं न कि जहां प्रतिपर्धा नहीं होती, वहां पर व्यक्ति हो या व्यवसाय सब उदासीन हो जाता है या यूँ कहें कि सब कुछ उबाऊ और अपरिवर्तनीय हो जाता है। इसलिए प्रतिस्पर्धा जरुरी है। परन्तु बिना किसी तैयारी के कुछ भी संभव नहीं। इसके लिए आपको बेहतर से बेहतर शोध की जरूरत पड़ेगी। जिसके लिए आपको अपने आस-पास समझना होगा और जानना होगा कि वे कैसे बाजार को वास्तविक व मूहर्त देखना चाहते हैं। क्या उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति हो भी रही है कि नहीं। इसके लिए आपको प्रतिस्पर्धी साइटों का गहन विश्लेषण करने की भी आवश्यकता है। एक नई स्प्रैडशीट बनाएं और उन सभी प्रतिस्पर्धी साइटों को लॉग करना शुरू करें, जिनसे आपको शोध में मदद मिल सकती है।

इन सब पहलुओं को समझ कर आप अपने व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं।