नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में बदलें

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नकारात्मक सोच को सकारात्मक सोच में बदलें
15 Dec 2021
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लगातार नकारात्मक विचारों Negative Thoughts के साथ रहना इंसान को शारीरिक Physical और मानसिक Mental रूप से कमजोर कर सकता है। नकारात्मकता से सकारात्मक विचारों की लड़ाई में जीत हमेशा सकारात्मक विचारों की होगी। इसीलिए नकारात्मकता से हटकर केवल सकारात्मकता पर डटे रहें।

लगातार नकारात्मक विचारों Negative Thoughts के साथ रहना इंसान को शारीरिक Physical और मानसिक Mental रूप से कमजोर कर सकता है। इससे पहले कि यह आपका दिन बर्बाद करें और आपके व्यक्तिगत जीवन को प्रभावित करें। इन नकारात्मक विचारों को सकारात्मक विचारों Positive Thoughts में बदलना बेहद जरूरी है। बहुत से लोग विचारों को काबू में करने के बारे में नहीं सोच पाते, लेकिन यह सच है कि, हम अपने विचारों को नियंत्रित कर सकते हैं।

नकारात्मक विचारों को बाहर करें

एक बात जो हमेशा सकारात्मक लोगों के पास होती है, वह उनके मन में आने वाले नकारात्मक विचारों को अनदेखा करना और अस्वीकार करना होती है। किसी भी विचार को हमारी गहरी सोच में जाने में लगभग 30 सेकंड का समय लगता है। आप अपने मस्तिष्क को इन विचारों को अस्वीकार करने के लिए तैयार कर सकते हैं, उन विचारों के आने से पहले ही रोक सकते हैं। उन विचारों को अपने दिमाग से हटा दें और उन्हें दिमाग के अंदर न आने दें। यह एक ऐसी चीज है, जिसका अभ्यास और समय के साथ सुधार किया जा सकता है। कुछ लोग इसके लिए ध्यान Meditation या योग Yog का अभ्यास भी करते हैं। जिसकी मदद से उनके विचारों पर नियंत्रण हो जाता है।

सकारात्मकता के लिए समय निकालें

अगर आप खुद को और अपने जीवन को नकारात्मकता से घेर लेते हैं, तो आप एक बुरी स्थिति में पहुंच जाते हैं, ऐसी परिस्थिति में आप जीवित तो रहते हैं, लेकिन अंदर से मरा हुआ महसूस करते हैं। अपने खाली समय में उन चीजों को करने के लिए समय निकालें जो आपको व्यक्तिगत रूप से खुश करती हैं। यह आपका कोई शौक, पढ़ना, खेलकूद या व्यायाम हो सकता है। कोई भी चीज जिस पर आपका ध्यान केंद्रित किया जा सकता है और जिसका आनंद आप उठा सकते हैं, वह नकारात्मकता से दूर होने के लिए जरूर करें। अगर आप अपने जीवन के उन पहलुओं पर बहुत ज्यादा ध्यान रखते हैं, जहां खुशी और सकारात्मक सोच को बढ़ावा नहीं मिलता, तो आप अपने साथ खुद ही खिलवाड़ कर रहे हैं। खुद के लिए समय निकालें और छोटे-छोटे प्रयासों के द्वारा अपने आप को नकारात्मकता से निकालने का प्रयास करें।

नकारात्मक विचारों को अनदेखा करने के दौरान आप उन परिस्थितियों में सकारात्मकता को धारण करने का अभ्यास भी कर सकते हैं। अपने नकारात्मक विचारों को बदलने के लिए हमेशा सकारात्मक सोचें। किसी चीज़ के बारे में निराश होने के बजाय, खुश होने के लिए कुछ ढूंढें और अपने निराशावादी Pessimistic विचारों को बदलने के लिए आशावादी optimistic विचारों पर काम करें। समय के साथ इसका अभ्यास करने से आपका दिमाग बुरे विचारों के बजाय अच्छे विचारों पर ध्यान देना शुरू जरूर कर देगा।

एक खुश और सफल इंसान बनने के लिए अपनी भावनाओं के साथ एक अच्छा संतुलन बनाना बेहद जरूरी है। अपने मन, शरीर और आत्मा का ख्याल हर गतिविधि में रखें। इस बात पर हमेशा ध्यान दें कि, नकारात्मक विचार तो आपके जीवन को नहीं चला रहेंं हैं। अगर आप इस तरह के विचार के साथ चलते हैं और हमेशा भगवान को धन्यवाद करते हैं, तो नकारात्मकता आपके आसपास भी नहीं भटक सकती। नकारात्मकता से सकारात्मक विचारों की लड़ाई में जीत हमेशा सकारात्मक विचारों की होगी। इसीलिए नकारात्मकता से हटकर केवल सकारात्मकता पर डटे रहें।