कचरा : व्यवसाय का नया आयाम

Share Us

6000
कचरा : व्यवसाय का नया आयाम
01 Sep 2021
9 min read

Blog Post

अपने लिए एक आरामदायक जीवन की कल्पना करना और उसके लिए कोशिश करना गलत नहीं है, परन्तु उसके साथ ही प्रकृति की सुरक्षा भी हमारा दायित्व है। इस बात को ध्यान में रखकर हमें आधुनिकीकरण की तरफ बढ़ना होगा ताकि हम अपने लिए और अपने आने वाले पीढ़ीयों के लिए एक स्वस्थ संसार बनाएं।

कचरा : व्यवसाय का नया आयाम

संसार में मनुष्य ऐसा प्राणी है, जो खाने-पीने, रहन-सहन इत्यादि चीजों में विविधताओं की अपेक्षा रखता है। यही गुण हमें बाकी प्राणियों से भिन्न बनाता है। मनुष्य की सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि हमारे पास अच्छा-बुरा, सही-गलत सोचने की क्षमता है जिसका इस्तेमाल करके हम अपना और अपने आस-पास के लोगों का जीवन बेहतर बना सकते हैं। मनुष्य के सोचने-समझने की क्षमता ने ही संसार में कई तरह के आविष्कार किए, जिसने समाज को नयी तकनीकी की दुनिया में प्रवेश कराया। जिससे लोगों के जीवन जीने का तरीका बदला। बदलते समय के साथ लोगों की अपेक्षाएं बढ़ती गईं। उन्हीं अपेक्षाओं की आपूर्ति के लिए, जीवन को सरल बनाने के लिए मनुष्य और आविष्कार करता गया। नतीजा यह हुआ कि मनुष्य प्रकृति के नियमों के विरूद्ध जाकर खुद को संतुष्ट करने लगा। प्रकृति ने हमें कई संसाधन दिये हैं, जिनका इस्तेमाल हमें अपनी सुविधा के लिए करना चाहिए परन्तु उसके साथ ही हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि हम प्रकृति को नुकसान ना पहुचाएं। आज हमारे आविष्कारों ने पर्यावरण को प्रदुषित किया है, जो अब भयंकर बीमारियों के रूप में हमारे सामने प्रकट हो रहे हैं। व्यक्ति इन उपयोगिताओं का इतना आदि हो चुका है, यह जानते हुए कि इनसे निकलने वाला कचरा हमें और हमारी प्रकृति के लिए नुकसानदेह है फिर भी वह इनका उपयोग छोड़ नहीं सकता। ऐसे में हमारे पास एक ही रास्ता बचता है, यही कि क्या इन वस्तुओं का इस्तेमाल हम फिर से कर सकते हैं? क्या यह कचरा फिर से रिसायकल हो सकता है? ऐसा संभव है। ऐसा करने से संसार में इकट्ठा हो रहे कचरे को हम कम कर सकते हैं और इनके माध्यम से व्यवसाय के नए आयाम ढूंढ़ सकते हैं।

क्या होता है रिसायकल कचरा?

हमारी रोजमर्रा की जिंदगी में कई तरह के कचरे निकलते हैं। दूध-दही इत्यादि के पैकेट, रैपर, कांच, प्लास्टिक की बोतल, अखबार, धातु की चीजें ऐसे कई प्रकार के कचरे हैं जो हमारी रोज की जिंदगी में से निकलते हैं। इलेक्ट्रॉनिक कचरा भी हमारी जिंदगी का हिस्सा है, इससे निकलने वाले कचरों को भी यूं ही फेक दिया जाता है। इन सारी चीजों को रिसायकल किया जा सकता है। अर्थात इन सबको फिर से इस्तेमाल करके योग्य बनाया जा सकता है।

कचरे का कितना करते हैं हम इस्तेमाल?

हमारी रोज की जिंदगी में निकलने वाले कचरे में से हम कुछ को सहेज कर रखते हैं और कुछ को हम कचरे के डिब्बे में फेंक देते हैं। अखबार को हम बेचने के लिए या फिर घर की जरूरत में इस्तेमाल करने के लिए रख लेते हैं, कांच-मेटल की बोतलों को भी हम कोई सामान वगैरह रखने के लिए घर में ही रख लेते हैं बाहर नहीं फेकते। परन्तु दूध-दही के पैकेट वगैरह हमें बेकार लगते हैं, इलेक्ट्रॉनिक चीजें खराब होने के बाद हमें बेकार लगती हैं और हम इन्हें फेंक देते है, और यहीं से प्रकृति में कचरा इकट्ठा होने लगता है और उसे कई तरह से नुकसान पहुंचता है।

क्या होता है इन कचरों से नुकसान?

कचरा इकट्ठा होने से हम सबको कई तरह की भयानक परिस्थितियों का सामना करना पड़ता है। धरती की सतह पर कचरा इकट्ठा होने से धरती के अंदर पानी का रिसाव सही से नहीं हो पाता और यदि होता भी है तो वह शुद्ध रूप से नहीं होता, जिसका नतीजा यह निकलता है कि हमारी जो मानसून की प्रक्रिया है वह सही से नहीं हो पाती। जिसका असर हमारे नियमित जीवन के कार्यों पर पड़ता है। इसके साथ ही कचरा इकट्ठा होने से पर्यावरण भी प्रदूषित होता है और हम कई तरह की बीमारियों से ग्रसित हो जाते हैं।

कैसे कम कर सकते हैं प्रकृति में कचरा?

दुनिया में बढ़ते कचरे की खान एक बड़ी परेशानी है, जिसका हल निकालना आवश्यक है। इस परेशानी से काफी हद तक छुटकारा भी पाया जा सकता है। इकट्ठा होने वाले कचरे में से ज्यादा कचरा ऐसा होता है जो फिर से रिसायकल करके इस्तेमाल में लाया सकता है। जैसे प्लास्टिक की बोतलों को रिसायकल करके फिर से नए बोतल बनाए जा सकते हैं। पैकट, रैपर को भी रिसायकल करके फिर से इस्तेमाल करने योग्य बनाया जा सकता है। अखबार की कहानी तो हम सब जानते हैं, इसको हम कई तरह से इस्तेमाल कर सकते हैं। इस प्रक्रिया से हम दुनिया में कचरा भी कम करेंगे और इसके माध्यम से लोगों को काम भी देंगे। इसके लिए हमें लोगों को कचरा फेकने के लिए नहीं बल्कि उसे इकट्ठा करके सही स्थान पर रिसायकल होने के लिए देने के लिए प्रेरित करना होगा।

क्या रिसायकल प्रकिया बन सकती है अच्छा व्यवसाय?

कचरों को रिसायकल करने की प्रक्रिया एक अच्छे व्यवसाय का माध्यम बन सकती है। ना केवल यह एक अच्छे व्यवसाय का माध्यम बन सकती है बल्कि आपको कम मेहनत और लागत में अधिक फायदे भी दिला सकती है। लोगों से कचरा इकट्ठा करके उसे रिसायकल करने में ज्यादा खर्च नहीं आता है। इसमें कंपनी से निकलने वाले कचरे को भी रिसायकल कर सकते हैं और अच्छे दामों में इसे बाजार में बेच सकते हैं। इस काम के जरिए हम और भी कई लोगों को रोजगार का अवसर दे सकते हैं, जैसे लोगों के घर रद्दी लेने जाने के लिए किसी व्यक्ति को रखना इत्यादि। ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने इस कार्य को अपना व्यवसाय बनाया है और आज वो सफल व्यवसायी भी हैं।  

लोगों को कैसे करें कचरा ना फेकने के लिए प्रेरित?

कोई भी व्यक्ति उस काम को ज्यादा लगन से करता है जब उसे पता हो कि उस काम के बदले में उसे कुछ मिलेगा। यह जानते हुए भी कि कचरे को ऐसे फेक देने से उनके ही स्वास्थ्य पर असर पड़ेगा व्यक्ति कचरे को सहेज कर तभी रखेगा जब उसके स्थान पर उसे कुछ मिले। हमने और आपने अक्सर ही देखा होगा कि जब हम अखबार को रद्दी वाले को बेचते हैं तो वह उसके स्थान पर हमें कुछ और देता है। शायद इसलिए हम अखबार को इतना संभाल के रखते हैं। ऐसे ही हम और अन्य कचरों के लिए यदि लोगों को कुछ देंगे तो वो उन्हें भी इकट्ठा करके रिसायकल करने के लिए देंगे। साथ ही यदि हम लोगों के घर खुद कचरा लेन जाएंगे तो भी वो हमें कचरा देने में लापरवाही नहीं करेंगे। हम लोगों को पर्यावरण के परिपेक्ष में जागरूक कर सकते हैं जिससे वो कचरा फेकना कम कर दें।

इस कार्य के लिए जितना एक व्यवसायी के लगन की जरूरत है उतना ही आम लोगों के साथ की भी जरूरत है, जो कचरा रिसायकल होने के लिए देंगे। दोनों में से किसी के भी साथ ना देने से यह कार्य संभव नहीं है। दोनों के मध्य सामंजस्य से ताल-मेल बनाकर काम करने से ही प्रत्येक व्यक्ति को फायदा होगा चाहे वो एक व्यवसायी हो या एक आम व्यक्ति।

क्या होगा इससे लाभ?

कचरा रिसायकल करने से हमारे पर्यावरण पर बहुत असर पड़ेगा। दुनिया में हर जगह फैले कचरे में कमी आएगी, गंदगी कम होगी। हमारा पर्यावरण शुद्ध होगा, पीने वाला पानी शुद्ध होगा और हम कम बीमारियों से ग्रसित होंगे। एक स्वस्थ्य प्रकृति का फिर से निर्माण होगा।