हमारा बंधन- मुक्त बंधन, नेतृत्व, लेखन और पाठक

Share Us

3622
हमारा बंधन- मुक्त बंधन, नेतृत्व, लेखन और पाठक
21 Aug 2021
5 min read

Blog Post

इस रक्षाबंधन हमसे जुड़िये, हमारी टीम का हौसला बढ़ाइये और प्रेम दीजिये थिंक विद निश को। जानिये नेतृत्व की धारणा और आवयश्कता। जानिए वेबसाइट/डेवलपमेंट टीम को। हमारी लेखन टीम अपने लेख से पाठक को नया नज़रिया प्रदान करती है। हमारी ग्राफ़िक टीम के रंगों में रंग जाने के लिए तैयार हो जाइये। पढ़ते रहिये हमको और लेखन को एक नई उड़ान दीजिये। क्योंकि आपसे हमें प्रेरणा मिलती है लिखने की और आपको मिलता है बेहतर लेखन। तो आइये जुड़ते हैं इस रक्षाबंधन के पावन पर्व पर सभी से !!!

जीवन जीना एक अद्भुत कला है। जीवन निरंतर नए-नए पहलुओं को हमारी ज़िन्दगी में शामिल करता रहता है, कभी ख़ुशी का क्षण बनकर तो कभी उदासियों और निराशाओं की आंधी बनकर। हम रोज़ जितना जीते हैं रोज़ उतना ही मरते भी हैं। एक पेड़ की भातिं हम बीज से वृक्ष बनते हैं और धीरे-धीरे, रोज़-रोज़ बूढ़े होते जाते हैं। जीवन की कड़ियों को जोड़ने का काम या यूँ कहें कि जीवन को जीने लायक बनाने का काम, जीवन को सरल और चिंता मुक्त बनाने का काम मात्र प्रेम करता है। जिस मनुष्य के जीवन में प्रेम का बीज नहीं है वह असहज, चिंतित और कठोर होता चला जाता है। प्रेम एक बगीचा है और हम सब उसमें उगते, पनपते फूल हैं। ये सारी बाते हम क्यों कर रहे हैं? क्या ज़रूरत है इसकी? आइये जानने की कोशिश करते हैं और बात करते हैं इस पहलू पर। 

जिस प्रकार पूरा देश रक्षाबंधन के पर्व में डूबा हुआ है और तमाम भाई-बहन एक दूसरे को बधाई देते हुए राखी बांधने की प्राचीन परम्परा को आज भी चलायमान रखे हैं। ये देखते हुए हमें अपनी भारतीय संस्कृति पर गर्व होता है। भाई अपनी बहनों की रक्षा हेतु प्रण लेते हैं। बहनें अपने भाई को लम्बी उम्र की दुआयें देती हैं और ढेर सारे उपहारों के लेनदेन की प्रथा चलती रहती है।

इस रक्षा और सद्भाव के त्यौहार से हमें एक सीख मिलती है जो हर जगह प्रयुक्त होती है। वो चाहें किसी संस्था को चलाने की बात हो या किसी फर्म को चलाने की बात हो। वह है रक्षा, सद्भाव, बंधन, एवं आपसी प्रेम, हमारा एक दूसरे से सुगमता के धागे से जुड़ा रहना भी तो एक प्रकार का रक्षाबंधन ही तो है। आइये चर्चा करते हैं एक कुशल नेतृत्व से होते हुए आप पाठको तक के पहुँचने का सफर किस प्रकार चलता है। 

कुशल नेतृत्व

थिंक विद निश एक फर्म, एक संस्था के साथ-साथ एक परिवार भी है, जहाँ कुशल नेतृत्व और धनात्मकता की डोर से सब बंधे हुए हैं और सभी कर्मचारियों का एक सुखीमय समूह से जुड़ा होना भी मस्तिष्क तरोताजा रखता है। हमारा मानना है प्रत्येक संस्था, फर्म या कार्यालय में कुशल नेतृत्व का होना अति आवश्यक है। बिना उसको कर्मचारी पथभ्र्रमित रहेंगे। काम में विशेष रूप पैदा न होने से कर्मचारी अपना 100 फीसदी देने में रस नहीं लेंगे। इसलिए कुशल नेतृत्व का होना अधिक आवश्यक है। ये सारी बातें नए-नए विषय को जानने में भी मदद करती हैं और पाठकों को जोड़े भी रखती है। नेतृत्व का बन्धन एक धागे सा बंधन मुक्त बन्धन ही तो है। उसके बाद आता है एक ज़रिया जहाँ पाठक हम से जुड़ सके वो क्या है आइये जानें। 

वेबसाइट डेवलपमेंट टीम

नेतृत्व तो हर पहलू का पहला हिस्सा है, जो नायाब तरीके विकसित करता है। आज के डिजिटल विश्व में मनुष्य को मनुष्य से जोड़ने का काम मनुष्य द्वारा बनाई गयी डिजिटल दुनिया से ही होने लगा है। कौन जानता था कम्यूप्टर का आविष्कार आज पूरी दुनिया को अपने में कैद कर लेगा। आज लेखन के लिए भी वेबसाइट की ज़रूरत है और पढ़ने वाले के लिए भी वेबसाइट की आवयश्कता है। थिंक विद निश की आईटी टीम / डेवलपमेंट टीम ने थिंक विद निश वेबसाइट बनाकर लेखक और पाठक के बीच की डोर को मजबूत करने का अध्भुत कार्य किया है। इस वेबसाइट से हम आप के समीप हैं। और हर दिन कुछ नया डेवलपमेंट टीम इसमें समाहित करने का प्रयास करती रहती है। ये है एक डिजिटल बंधंन की मजबूत डोर रक्षाबंधन के धागे जैसी। 

लेखन टीम

लेखक अपने विचारों से शब्दों में जान डालता है। वह समाज को प्रतिदिन अपने भाव व लेखनी से जीवन में नयापन लाने का प्रयत्न करता है। जिससे  पाठक स्वयं को ऊर्जावान महसूस करता है तथा लोगों से जुड़ने व समझने का प्रयास करता है। थिंक विद निश एक ऐसा जरिया है, जो पाठकों के लिए एक बहता दरिया है। यहां लेखक और पाठक मुक्त एवं प्रेम के बंधन की डोर से जुड़े हैं और हम आशा करते हैं कि निरंतर एक दूसरे से जुड़े रहेंगे।    

क्रिएटिव/ ग्राफिक डिज़ाइनर टीम

लेखन को और आकर्षक बनाने का कार्य ग्राफिक टीम के द्वारा किया जाता है, जो लेख को और भी रोचक बनाने में मदद करते हैं। यूँ समझें जैसे राखी पर सजावट करके उसको और भी रोचक, आकर्षक और देखने लायक बनाया जाता है, ताकि राखी पहनने वाला उसको आनंदित रूप से पहने और कई बार निहारे। ठीक वैसे ही थिंक विद निश के ग्राफ़िक डिज़ाइनर लेख में चार चाँद लगाने का कार्य करते हैं। मानो जैसे लेखन रुपी धागें में चमक पैदा करना उनके बाएं हाथ का काम है। 

हमारे प्रिय पाठक 

हमारे लिए सबसे प्रथम व सबसे महत्वपूर्ण यहाँ आप हैं। आप हैं हमारे प्रिय पाठक। पाठक ही सबसे प्रथम और अंतिम लक्ष्य होता है। बिना पाठक के लेखन महत्वहीन है। एक बेहतर पाठक ही लेखन की गरिमा को समझता है। थिंक विद निश से जुड़ा प्रत्येक पाठक हमारा अतिथि है और साथ ही साथ परिवार भी। प्रत्येक लेखक की यही कामना रहती है कि लेख, लेखक और पाठक का बंधन यूँ ही बना रहे, जैसे रक्षाबन्धन का धागा राखी से जुड़ा रहता है, हमेशा के लिए। 

अंत में कहना चाहेंगे कि यूँ ही सब एक दूसरे से रक्षा और प्रेम की डोरी से जुड़े रहिये। हमें पढ़ते रहिये, सुनते रहिये और इसी तरह TWN परिवार का हिस्सा बने रहिये।

पढ़ते हैं-पढ़ाते हैं। 

नया दौर बनाते हैं।।