एक जिला एक उत्पाद- वाराणसी

Share Us

1117
एक जिला एक उत्पाद- वाराणसी
30 Mar 2022
7 min read

News Synopsis

भारत India के राज्य उत्तर प्रदेश Uttar Pradesh में बनारस Banaras जिसको अब वाराणसी Varanasi के नाम से जाना जाता है ये बहुत पुराना शहर Old City  है। हिन्दू धर्म Hinduism में आस्था रखने वालों के लिए यह एक प्रमुख केंद्र है। इस शहर को काशी नगरी Kashi Nagari और घाटों के शहर City of Ghats के नाम से भी जाना जाता है। वैसे तो इस शहर में बनारसी पान Banarasi Paan के साथ- साथ बनारसी साड़ियां Banarasi Sarees काफी मशहूर हैं। आज हम एक जिला एक उत्पाद सीरीज One District One Product Series में बनारसी साड़ियों की बात करेंगे। बनारस की साड़ियां विश्व भर में बहुत ही प्रतिष्ठित Eminent मानी जाती हैं। वाराणसी भारत के जरी फिगर-रेशम बुनाई उद्योग Silk Weaving Industry का एक प्रमुख केंद्र है। बनारस की साड़ी सुंदर रूप से डिजाइन की गई होती हैं। इन साड़ियों का इतिहास History में बौद्ध ग्रंथों में और बनारस के कपड़ों का उल्लेख किया गया है। वाराणसी के बुनकरों Weavers का इतिहास 10वीं सदी का माना जाता है। वे अपने उच्च स्तर के तकनीकी और सौंदर्य कौशल Technology and Beauty Skill के लिए जाने जाते हैं। बनारस की साड़ियों में डिजाइन और पैटर्न Design and Pattern बनारसी साड़ियों में एक समृद्ध विविधता होती है। बुनकर विभिन्न क्षेत्रीय बाजारों और बदलते फैशन के अनुरूप विभिन्न उत्पाद बनाते हैं। बनारसी साड़ियों में व्यापक विविधता है। बनारसी सिल्क साड़ियों के डिज़ाइन और पैटर्न अलग-अलग हैं। अधिकांश बनारसी ब्रोकेड में आमतौर पर मजबूत मुगल डिजाइन Mughal Design का प्रभाव होता है। यह विशेष रूप से बनारसी साड़ियों को जटिल पुष्प और पत्तेदार रूपों Floral and Leafy Forms, कलगा और बेल Kalaga and Bell के साथ डिजाइन किया गया है। रचनात्मकता और परंपरा Creativity and Tradition के अनुसार कारीगर ‘बूटी’ , ‘बूटा’ और ‘जाल’ समेत विभिन्न डिज़ाइन बनाते हैं जो बनारस ब्रोकेड के लिए विशिष्ट हैं। बनारस में इस कारोबार से हजारों लोगों का जीवन यापन चलता है। बनारस से इन साड़ियों का कारोबार करोड़ों में होता है। इस व्यवसाय से पूरे भारत में हजारों लोग जु़ड़े हुए हैं। बनारसी साड़ियां भारतीय पोशाक में अपना अलग महत्व रखती हैं।