अब अंतरिक्ष की सैर कराएगा भारत, स्‍पेस टूरिज्‍म को लेकर ISRO की ये है तैयारी

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अब अंतरिक्ष की सैर कराएगा भारत, स्‍पेस टूरिज्‍म को लेकर ISRO की ये है तैयारी
23 Jul 2022
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News Synopsis

दुनियां world में स्पेस टूरिज्म space tourism को लेकर कई देश कदम बढ़ा चुके हैं। स्‍पेस टूरिज्‍म एक महंगा पर्यटन expensive tourism है। इस साल अप्रैल में जब अमेरिकी कंपनी American company Axiom Space ने तीन बिजनेसमैन three businessmen को इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन International Space Station (ISS) की यात्रा कराई, तो बताया जाता है कि एक यात्री से करीब 420 करोड़ रुपए वसूल किए गए। फ‍िलहाल इस क्षेत्र में नासा NASA के सहयोग से Axiom Space और स्‍पेसएक्‍स Axiom Space and SpaceX जैसी कंपनियां अपना मार्केट बनाने में जुटी हुई हैं। अब भारत भी अंतरिक्ष पर्यटन Space Tourism की दिशा में स्‍वदेशी क्षमताओं Indigenous Capabilities को विकसित करने की प्रक्रिया में जुट गया है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह Union Minister Jitendra Singh ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन Indian Space Research Organization (ISRO) पृथ्वी की निचली कक्षा यानी लो अर्थ ऑर्बिट ,Low Earth Orbit में मानव अंतरिक्ष उड़ान Human Spaceflight, की क्षमता के प्रदर्शन के जरिए स्‍पेस टूरिज्‍म के लिए देशी क्षमताओं को विकसित कर रहा है। रिपोर्टों की मानें तो, राज्यसभा में एक प्रश्न के जवाब में जितेंद्र सिंह ने कहा कि नेशनल स्‍पेस प्रमोशन एंड ऑथराइजेशन सेंटर National Space Promotion and Authorization Center, (IN-SPACe) ने भी अंतरिक्ष पर्यटन को शामिल करने समेत इन गतिविधियों में प्राइवेट सेक्‍टर Private Sector की सक्रिय भागीदारी को बढ़ाने की मांग की। अंतरिक्ष कूटनीति पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि इसरो ने अंतरिक्ष गतिविधियों Space Activities के विभिन्न क्षेत्रों में 61 देशों के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और संबंधों International Cooperation and Relations को आगे बढ़ाया है। गौर करने वाली बात ये है कि ‘इन-स्पेस', अंतरिक्ष विभाग के तहत अंतरिक्ष क्षेत्र में प्राइवेट सेक्‍टर की गतिविधियों को बढ़ावा देने उन्हें अधिकृत करने के लिए एक सिंगल विंडो एजेंसी है।