घटी थोक महंगाई, लेकिन 15वें माह भी 10 फीसदी से ज्यादा

News Synopsis
देश में थोक महंगाई Wholesale Inflation में कमी तो जरूर देखने को मिल रही है लेकिन ये अभी भी 15वें माह मे 10 फीसदी से अधिक है। अनाज Cereals, गेहूं Wheat, प्याज Onion, पेट्रोल Petrol, बिजली और खनिज की कीमतों Electricity and Mineral Prices में गिरावट की वजह से जून, 2022 में थोक महंगाई के मोर्चे पर राहत मिली है। इसके साथ ही थोक मूल्य सूचकांक Wholesale Price Index (डब्ल्यूपीआई) आधारित महंगाई के पिछले तीन महीने से बढ़ने का चलन जून में बंद हो गया।
फिर भी यह अप्रैल, 2021 से लगातार 15वें महीने 10 फीसदी से ऊंची बनी हुई है। सरकार की ओर से बृहस्पतिवार को जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, खनिज और मूल धातु के दाम Minerals and Basic Metals में मासिक आधार पर भले ही तेज सुधार हुआ है, लेकिन खाने-पीने की वस्तुओं की कीमतों में तेजी बनी हुई है। जून में खाद्य वस्तुओं की महंगाई बढ़कर 14.39 फीसदी पहुंच गई, जो मई, 2022 में 12.34 फीसदी रही थी।
रेटिंग एजेंसी इक्रा Rating Agency Icra का कहना है कि वैश्विक स्तर पर मंदी आने की आशंका बढ़ने और कमोडिटी की कीमतों Commodity Prices में नरमी से खनिज एवं मूल धातु सस्ते हुए हैं। इससे थोक महंगाई के मोर्चे पर राहत मिली है। लेकिन, फल Fruits, सब्जियों Vegetables, आलू के दाम Potato Prices बढ़ने की वजह से डब्ल्यूपीआई महंगाई अब भी उच्च स्तर पर बनी हुई है।