भारत के गेहूं निर्यात पर बैन से गेहूं के दाम में आया उछाल

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संयुक्त राष्ट्र के खाद्य व कृषि संगठन Food and Agriculture Organization of the United Nations ने अपनी रिपोर्ट में दावा करते हुए बताया कि भारत India द्वारा गेहूं के निर्यात पर पाबंदी ban on export of wheat के चलते विश्वभर में प्रमुख खाद्यान्न गेहूं major food grains wheat के दाम में उछाल आया है। वहीं दूसरी ओर युद्ध के कारण यूक्रेन में गेहूं उत्पादन पर बुरा असर पड़ा है, इसके चलते दुनियाभर में खाद्य संकट खड़ा हो रहा है।
आपको बता दें कि एफएओ खाद्यान्न मूल्य सूचकांक FAO food price index विश्वभर में खाद्यान्न के दामों में मासिक उतार-चढ़ाव पर नजर रखता है। इस संगठन के अनुसार मई में यह सूचकांक 173.4 बिंदु पर था, जो कि अप्रैल की तुलना में 3.7 बिंदु या 2.2 फीसदी ज्यादा था। इसकी मई 2021 से तुलना करें तो यह 39.7 बिंदु या 29.7 फीसदी अधिक था।
इस रिपोर्ट के अनुसार लगातार पांचवें माह विश्व में गेहूं के दाम बढ़े हैं। मई में दाम 5.6 फीसदी बढ़े। ये पिछले साल की तुलना में औसत 56.2 फीसदी ज्यादा हैं। दामों में यह बढ़ोतरी मार्च 2008 के रिकॉर्ड उच्च स्तर से सिर्फ 11 फीसदी कम है।
कई प्रमुख गेहूं निर्यातक देशों में फसल की स्थिति के अलावा युद्ध के कारण यूक्रेन Ukraine में उत्पादन में कमी के अनुमान और भारत द्वारा निर्यात पर प्रतिबंध से गेहूं की कीमतों में भारी वृद्धि हुई। मई माह में दुनियाभर में मोटे अनाज की कीमतों में 2.1 फीसदी की गिरावट आई है। हालांकि पिछले साल की तुलना में दाम 18.1 फीसदी ज्यादा हैं।
विश्व बाजार में चावल rice की कीमतें मई में लगातार पांचवें महीने बढ़ीं। सभी प्रमुख बाजारों में इसके दाम बढ़े। वहीं दूसरी ओर भारत में बंपर फसल व वैश्विक उपलब्धता global availability बढ़ने के कारन चीनी sugar के दाम गिर गए हैं।