UPI ट्रांजैक्शन अब केवल 15 सेकंड में पूरा हो जाएगा

Share Us

119
UPI ट्रांजैक्शन अब केवल 15 सेकंड में पूरा हो जाएगा
17 Jun 2025
8 min read

News Synopsis

आज से पूरे भारत में UPI यूजर्स अपने ट्रांजैक्शन पहले की तुलना में तेज़ी से पूरा होने की उम्मीद कर सकते हैं। UPI ऑपरेशन का मैनेज करने वाली संस्था नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ़ इंडिया ने नए दिशा-निर्देश पेश किए हैं, जो UPI ट्रांजैक्शन को प्रोसेस्ड होने में लगने वाले समय को कम करते हैं।

अब तक पैसे भेजने और प्राप्त करने सहित UPI ट्रांजैक्शन को पूरा होने में आमतौर पर 30 सेकंड तक का समय लगता था। लेकिन नए नियम के लागू होने से यह समय आधा रह गया है। अब से UPI पेमेंट पूरा होने में लगभग 15 सेकंड का समय लगेगा। यह PhonePe, Google Pay, Paytm और अन्य UPI प्लेटफ़ॉर्म जैसे ऐप पर लागू होता है।

किसी ट्रांजैक्शन की स्थिति की जांच करने या फेल्ड ट्रांजैक्शन को उलटने में लगने वाला समय भी कम हो गया है। पहले अगर आपका पेमेंट नहीं होता था, तो आपको यह जांचने के लिए 30 सेकंड या उससे ज़्यादा समय तक इंतज़ार करना पड़ता था, कि पैसे कट गए हैं, या वापस आ गए हैं। अब इस प्रोसेस में सिर्फ़ 10 सेकंड लगेंगे, जिससे यूज़र को जल्दी पता चल जाएगा कि कोई ट्रांजेक्शन फेल्ड हुआ है, या सफल।

चलिए एक वास्तविक दुनिया का उदाहरण लेते हैं। मान लीजिए कि आप किसी स्टोर पर जाते हैं, और अपने बैंक के ऐप का इस्तेमाल करके मर्चेंट के क्यूआर कोड को स्कैन करके 500 रुपये का पेमेंट करते हैं। ऐप NPCI के UPI सिस्टम के ज़रिए मर्चेंट के बैंक को पेमेंट रेकेस्ट भेजता है। पेमेंट प्रोसेस्ड होने के बाद ट्रांजेक्शन की सक्सेस या फेलियर की पुष्टि करते हुए आपके ऐप पर रिस्पांस आती है। यह पूरा आदान-प्रदान, जिसमें पहले लगभग आधा मिनट लगता था, अब सिर्फ़ 15 सेकंड में पूरा हो जाएगा।

NPCI ने यह भी अपडेट किया है, कि बैंक और पेमेंट ऐप कब और कैसे पेंडिंग या अटके हुए ट्रांजैक्शन की जांच कर सकते हैं। पहले किसी ट्रांजैक्शन के सफल होने या न होने की पुष्टि करने के लिए ऐप्स को 90 सेकंड तक इंतजार करना पड़ता था। अब वे ट्रांजैक्शन शुरू होने के 45 से 60 सेकंड बाद ही जांच कर सकते हैं, जिसका मतलब है, कि किसी भी टेक्निकल समस्या के मामले में जल्दी रिस्पांस मिलेगा।

यह बदलाव न केवल UPI पेमेंट को तेज़ करेगा, बल्कि ट्रांजैक्शन के फेल होने या हैंग होने पर भ्रम को भी कम करेगा। कई यूजर्स तब चिंतित होते हैं, जब उन्हें तुरंत पुष्टि नहीं मिलती या जब सक्सेस मैसेज के बिना पैसे कट जाते हैं। कम वेट टाइम और तेज़ रिस्पांस ऐसी स्थितियों के दौरान अधिक क्लैरिटी और कॉन्फिडेंस देगी।

इसके अलावा अगर कोई ट्रांजैक्शन UPI ​​सिस्टम तक नहीं पहुंचता है, उदाहरण के लिए नेटवर्क फेलियर या टेक्निकल टाइमआउट के कारण - तो सिस्टम अब इसे आटोमेटिक रूप से फेल्ड के रूप में चिह्नित कर देगा। इससे समय की बचत होती है, क्योंकि ऐप्स अब ऐसे पेमेंट की स्थिति की जांच करने में प्रयास बर्बाद नहीं करेंगे जो पहले कभी प्रोसेस्ड नहीं हुआ था।

सिस्टम ओवरलोड से बचने के लिए NPCI ने प्रत्येक पेमेंट प्रोवाइडर या बैंक को ट्रांजैक्शन की स्थिति को तीन बार तक जांचने की अनुमति दी है, आइडियल रूप से ट्रांजैक्शन के प्रयास के दो घंटे के भीतर।

यूजर्स के लिए इसका क्या मतलब है? सीधे शब्दों में कहें तो आपका पेमेंट अनुभव तेज़ और अधिक विश्वसनीय होगा। चाहे आप किसी मित्र को पैसे भेज रहे हों या किसी दुकान पर किराने का सामान खरीद रहे हों, कन्फर्मेशन आपके पास जल्दी पहुँच जाएगा। आपको यह भी जल्दी पता चल जाएगा कि कोई ट्रांजैक्शन फेल्ड हो गया है, या नहीं और आपको फिर से प्रयास करने की आवश्यकता है, या नहीं।