जुलाई में UPI ट्रांजेक्शन 3.95% बढ़कर 14.44 बिलियन हो गया

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जुलाई में UPI ट्रांजेक्शन 3.95% बढ़कर 14.44 बिलियन हो गया
01 Aug 2024
7 min read

News Synopsis

इस साल जुलाई 2024 में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस Unified Payments Interface ट्रांजैक्शन पिछले महीने से 3.95% बढ़कर 14.44 बिलियन हो गया, जबकि जून में यह 13.89 बिलियन था। यह वृद्धि डिजिटल ट्रांजैक्शन में महीने-दर-महीने मजबूत वृद्धि को दर्शाती है।

एनुअल बेसिस पर यूपीआई ट्रांजैक्शन में 49% की वृद्धि हुई है, जो वर्ष भर में पर्याप्त वृद्धि को दर्शाता है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया के अनुसार जुलाई के लिए कुल ट्रांजैक्शन की वॉल्यूम 20.64 लाख करोड़ थी, जो जून के 20.07 लाख करोड़ से 2.8% अधिक है। इयरली बेस पर यह वॉल्यूम 35% बढ़ी है।

इस ग्रोथ के बावजूद जून में यूपीआई ट्रांजैक्शन UPI Transactions में मई की तुलना में 1% की मामूली गिरावट देखी गई, जहां 14.04 बिलियन ट्रांजैक्शन दर्ज किए गए थे।

यूपीआई की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है, पिछले साल इससे होने वाले कुल ट्रांजैक्शन की संख्या 100 बिलियन को पार कर गई। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि भारत में अब ग्लोबल डिजिटल ट्रांजैक्शन का लगभग 46% हिस्सा है, उन्होंने इस प्रभावशाली आंकड़े का श्रेय यूपीआई के व्यापक उपयोग को दिया।

पिछले महीने जून में फोनपे और गूगल पे जैसी प्रमुख फिनटेक कंपनियों के लिए ट्रांजैक्शन वैल्यू और वॉल्यूम में मामूली गिरावट की सूचना दी थी। इसके विपरीत इस अवधि के दौरान पेटीएम ने स्थिर वृद्धि दिखाई।

एनपीसीआई के आंकड़ों के अनुसार जून में यूपीआई ट्रांजैक्शन में फोनपे की हिस्सेदारी 48.3% थी, उसके बाद गूगल पे की हिस्सेदारी 36.7% और पेटीएम की हिस्सेदारी करीब 8% थी।

एनपीसीआई और भारत सरकार दोनों ही यूपीआई को अधिक से अधिक अपनाने पर जोर दे रहे हैं। हाल ही में किए गए इनोवेशन में यूपीआई लाइट, यूपीआई पर क्रेडिट लाइन, यूपीआई लाइट एक्स, टैप एंड पे, हैलो! यूपीआई और बिलपे कनेक्ट जैसी सुविधाएँ शामिल हैं, जो यूजर के अनुभव और सुविधा को बेहतर बनाती हैं।

NPCI के बारे में:

नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया National Payments Corporation of India को 2008 में भारत में रिटेल पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम के ऑपरेटिंग के लिए एक अम्ब्रेला आर्गेनाइजेशन के रूप में शामिल किया गया था। एनपीसीआई ने देश में एक रोबस्ट पेमेंट और सेटलमेंट इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया है। इसने RuPay card, Immediate Payment Service, Unified Payments Interface, Bharat Interface for Money, Aadhaar Enabled Payment System, National Electronic Toll Collection और Bharat BillPay जैसे रिटेल पेमेंट प्रोडक्ट्स के bouquet के माध्यम से भारत में पेमेंट करने के तरीके को बदल दिया है।

एनपीसीआई टेक्नोलॉजी के उपयोग के माध्यम से रिटेल पेमेंट सिस्टम में इनोवेशन लाने पर केंद्रित है, और भारत को एक डिजिटल इकॉनमी में बदलने के लिए अथक प्रयास कर रहा है। यह भारत की पूरी तरह से डिजिटल सोसाइटी बनने की आकांक्षा को आगे बढ़ाने के लिए न्यूनतम लागत पर राष्ट्रव्यापी पहुंच के साथ सिक्योर पेमेंट सलूशन की सुविधा प्रदान कर रहा है।