Tata Motors ने रिटेल कार मार्केट में फिर से दूसरा स्थान हासिल किया

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फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार मार्च में टाटा मोटर्स Tata Motors ने रिटेल सेल के मामले में भारत के दूसरे सबसे बड़े कार ब्रांड के रूप में अपना स्थान पुनः प्राप्त कर लिया है, जो Mahindra & Mahindra और Hyundai Motor से आगे निकल गया है।
मुंबई स्थित इस ऑटोमेकर ने पिछले महीने 48,462 पैसेंजर व्हीकल्स बेचे, जिससे सात महीने के अंतराल के बाद रिटेल सेल रैंकिंग में दूसरा स्थान प्राप्त किया। इस पीरियड के दौरान टाटा मोटर्स ने अधिकांश समय तीसरा स्थान प्राप्त किया और दो मौकों पर चौथे स्थान पर खिसक गई।
मार्च में टाटा मोटर्स Tata Motors की सेल में ईयर-ऑन-ईयर 5% की वृद्धि हुई, हालांकि इसकी मार्केट शेयर थोड़ी कम होकर 13.8% हो गई, जो एक साल पहले 14.1% थी। महिंद्रा ने 46,297 PV की सेल दर्ज की, जो ईयर-ऑन-ईयर 17% अधिक है, जबकि हुंडई मोटर इंडिया ने 42,511 PV की सेल दर्ज की, जो 5% कम है। मार्केट शेयर के मामले में महिंद्रा की हिस्सेदारी मार्च 2024 में 12.03% से बढ़कर 13.20% हो गई, जबकि हुंडई की हिस्सेदारी 13.50% से घटकर 12.13% हो गई।
रैंकिंग में यह ताजा बदलाव भारत के पीवी मार्केट में दूसरे स्थान के लिए बढ़ती कम्पटीशन को रेखांकित करता है, हाल के महीनों तक यह स्थान हुंडई के पास था। 2025 में दूसरे स्थान के लिए दौड़ तेज हो गई है। फरवरी में महिंद्रा ने टाटा मोटर्स और हुंडई दोनों को पीछे छोड़ दिया, जिससे टॉप पर लंबे समय से चली आ रही मारुति-हुंडई की एकाधिकार की स्थिति कुछ समय के लिए टूट गई। लेकिन मार्च में टाटा ने वापसी की।
यह फेरबदल हुंडई के लिए संभावित चिंताओं का भी संकेत देता है, जो अपनी मजबूत एसयूवी लाइनअप और हाल ही में क्रेटा ईवी की शुरुआत के बावजूद लगातार दो महीनों से दूसरे स्थान पर नहीं पहुंच पाई है। इसके विपरीत महिंद्रा ने स्कॉर्पियो-एन, थार और एक्सयूवी700 जैसे पॉपुलर एसयूवी मॉडलों की बदौलत मजबूत गति बनाए रखी।
मार्च में भारत के पीवी मार्केट में कुल रिटेल सेल 350,603 यूनिट दर्ज की गई, जो पिछले साल इसी महीने में बेची गई 329,946 यूनिट से 6.27% अधिक है। देश की सबसे बड़ी कारमेकर कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया ने इस महीने अपना टॉप स्थान बनाए रखा।
मारुति सुजुकी Maruti Suzuki ने 132,423 यूनिट बेचीं, जो एक साल पहले 128,465 यूनिट थी। हालांकि इसका मार्केट शेयर घटकर 37.77% रह गया, जो मार्च 2024 में 38.94% था, जो कॉम्पिटिटर्स से बढ़ते दबाव का संकेत है। जबकि मारुति को हैचबैक, सेडान और एसयूवी में ब्रॉड कस्टमर बेस से बेनिफिट मिलना जारी है, लेकिन इसके प्रभुत्व को धीरे-धीरे चुनौती मिल रही है, क्योंकि कॉम्पिटिटर्स अपनी ऑफरिंग्स का विस्तार कर रहे हैं, और स्थानीयकरण में सुधार कर रहे हैं।
मार्केट शेयर के मामले में महिंद्रा, टोयोटा किर्लोस्कर मोटर और स्कोडा ऑटो वोक्सवैगन ग्रुप जैसी कंपनियों ने मार्च में उल्लेखनीय बढ़त हासिल की। टोयोटा की हिस्सेदारी एक साल पहले के 5.98% से बढ़कर 6.65% हो गई, जबकि स्कोडा ऑटो वोक्सवैगन ग्रुप की मार्केट शेयर 1.78% से बढ़कर 2.59% हो गई।
टोयोटा ने अपनी बढ़त जारी रखते हुए मार्च में 23,328 यूनिट बेचीं, जो एक साल पहले 19,732 यूनिट थी। इनोवा हाइक्रॉस, अर्बन क्रूजर हाइराइडर और हिलक्स जैसे मॉडलों की मजबूत मांग से इसकी मार्केट शेयर बढ़ी।
इस बीच स्कोडा ऑटो वोक्सवैगन ग्रुप ने अपनी कंबाइन मार्केट शेयर में उल्लेखनीय उछाल देखा, और मार्च 2024 में 5,872 यूनिट्स की तुलना में 9,064 यूनिट्स की सेल की।