Jio और Airtel के लिए Starlink बनेगी चुनौती?, लाइसेंस के लिए भारत में फिर किया अप्लाई 

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Jio और Airtel के लिए Starlink बनेगी चुनौती?, लाइसेंस के लिए भारत में फिर किया अप्लाई 
19 Oct 2022
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News Synopsis

दुनिया के सबसे अमीर शख्स और कार कंपनी टेस्ला Tesla के मुखिया एलन मस्क Elon Musk की कंपनी स्पेसएक्स SpaceX ने भारत में सैटेलाइट बेस्ड ब्रॉडबैंड सर्विस Satellite Based Broadband Service देने के लिए लाइसेंस License के लिए अप्लाई किया है। भारत में इन सर्विसेज के लिए ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट Global Mobile Personal Communication by Satellite (GMPCS) लाइसेंस जरूरी है। इसे डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशन Department of Telecommunication (DoT) प्रोवाइड करता है। स्टारलिंक ब्रांड Starlink Brand के तहत एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स इन सर्विसेज को देती है। ET ने इसे लेकर एक रिपोर्ट पब्लिश की है।

स्टारलिंक GMPCS लाइसेंस के लिए आवेदन करने वाली तीसरी कंपनी है। इससे पहले एयरटेल बैक्ड वनवेब Airtel Backed OneWeb और जियो की सैटेलाइट आर्म जियो स्पेस टेक्नोलॉजी Arm Geo Space Technology इसके लिए आवेदन कर चुकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि भारत के स्पेस इंटरनेट सेगमेंट Space Internet Segment के भीतर स्टालिंक के आने से एयरटेल, जियो और अमेजन को तगड़ा कॉम्पिटिशन मिलेगा। गौर करने वाली बात ये है कि स्टारलिंक की पिछले साल भारत में अपनी सेवाएं शुरू करने की योजना थी और उसने मार्च 2021 के आसपास प्री-बुकिंग लेना शुरू कर दिया था।

कंपनी ने भारत के दूरसंचार नियामक प्राधिकरण Telecom Regulatory Authority (ट्राई) से ब्रॉडबैंड सेवाओं को डिलीवर करने के लिए मंजूरी मांगी थी। जबकि, नवंबर 2021 में DoT ने यह कहते हुए हस्तक्षेप किया कि स्टारलिंक को भारत में काम करने के लिए सभी आवश्यक लाइसेंस प्राप्त करने होंगे। वहीं DoT ने भारतीय यूजर्स को $99 (INR 7,500 प्रति पिछले वर्ष की विनिमय दरों) की प्री-बुकिंग राशि वापस करने का आदेश भी दिया था। 1 दिसंबर 2021 तक, स्टारलिंक ने सभी यूजर्स को रिफंड करते हुए, प्री-बुकिंग बंद कर दी थी।