Mother Dairy ने 20,000 करोड़ के रेवेनुए का लक्ष्य रखा

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Mother Dairy ने 20,000 करोड़ के रेवेनुए का लक्ष्य रखा
27 Mar 2025
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News Synopsis

मदर डेयरी Mother Dairy ने कहा कि फाइनेंसियल ईयर 2026 में 20,000 करोड़ रुपये का रेवेनुए प्राप्त करने का लक्ष्य है, क्योंकि यह खाली जगहों की पहचान करना और नए प्रोडक्ट्स पेश करना जारी रखे हुए है। इसने प्रोटीन से भरपूर प्रोडक्ट्स की एक नई “प्रो” रेंज लॉन्च की, जिसकी शुरुआत रेगुलर मिल्क की तुलना में 30 प्रतिशत अधिक प्रोटीन युक्त दूध से हुई। कंपनी ने कहा कि वह तीन महीने में दही, सेट दही और पनीर को शामिल करने के लिए रेंज का विस्तार करेगी।

मदर डेयरी के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष बंदलिश Manish Bandlish ने कहा "अध्ययनों से पता चलता है, कि 70-80 प्रतिशत भारतीय अपनी डेली प्रोटीन की ज़रूरतों को पूरा नहीं कर पाते हैं, जबकि प्रोटीन कई रूपों में उपलब्ध है। वास्तव में कई लोगों के लिए प्रोटीन का सेवन बढ़ाने के लिए अक्सर नई आदतें या व्यवहार अपनाने की ज़रूरत होती है।"

कंपनी दिल्ली-एनसीआर में दूध के इस नए प्रकार के 50,000 लीटर का डिस्ट्रीब्यूशन शुरू करेगी, उसके बाद वह इसे नए शहरों में विस्तारित करेगी और मांग बढ़ने पर इसकी मात्रा बढ़ाएगी।

डेयरी ब्रांड प्रोटीन सेगमेंट में अपनी भूमिका को तेजी से मजबूत कर रहे हैं। कॉम्पिटिटर ब्रांड Amul ने पिछले दो वर्षों में प्रोटीन युक्त कई प्रोडक्ट्स पेश किए हैं, क्योंकि वह मार्केट में बड़ी हिस्सेदारी चाहता है।

इस बीच मदर डेयरी का लक्ष्य कर्रेंट फाइनेंसियल ईयर में 17,500 करोड़ रुपये का रेवेनुए दर्ज करना है, जो FY24 में 15,037 करोड़ रुपये के रेवेनुए से 15 प्रतिशत की ग्रोथ रेट है।

कंपनी अगले दो वर्षों में क्षमता विस्तार के लिए 1,400-1,500 करोड़ रुपये का निवेश करने की भी योजना बना रही है, क्योंकि वह अपनी पैन-इंडिया भूमिका को बढ़ाना चाहती है, और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र पर निर्भरता कम करना चाहती है।

इन नए निवेशों में गुजरात और आंध्र प्रदेश में सफल ब्रांड के लिए दो नए फ्रूट्स और वेजिटेबल प्रोसेसिंग प्लांट शामिल होंगे, साथ ही नागपुर, नई दिल्ली में मंगोलपुरी और उत्तर प्रदेश में इटावा में अपने प्लांट की क्षमता का विस्तार भी किया जाएगा।

कंपनी इस साल गर्मियों में अपने आइसक्रीम बिज़नेस को मौजूदा ₹500 करोड़ से बढ़ाकर ₹650-700 करोड़ करने पर भी दांव लगा रही है।

इसके अलावा यह रायता और पुदीना आधारित छाछ भी लॉन्च करेगी।

मनीष बंदलिश ने कहा "हम पश्चिमी स्वादों को पेश करने के बजाय भारतीय स्वाद पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं, जिससे बड़े पैमाने पर खपत में मदद मिलेगी।"

दूध की कीमतों के बारे में बोलते हुए मनीष बंदलिश ने कहा कि कंपनी की कीमतों में बढ़ोतरी की कोई योजना नहीं है, क्योंकि सप्लाई स्थिर बनी हुई है। प्रमुख कॉम्पिटिटर अमूल ने हाल ही में कीमतों में 1 रुपये प्रति लीटर की कटौती की है।

मदर डेयरी फ्रूट एंड वेजिटेबल प्राइवेट लिमिटेड के बारे में:

मदर डेयरी की स्थापना 1974 में National Dairy Development Board की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी के रूप में की गई थी। इसकी स्थापना ‘ऑपरेशन फ्लड’ की पहल के तहत की गई थी, जो भारत को दूध से भरपूर राष्ट्र बनाने के लिए शुरू किया गया दुनिया का सबसे बड़ा डेयरी डेवलपमेंट प्रोग्राम है। आज मदर डेयरी एक अग्रणी डेयरी कंपनी है, जो ‘मदर डेयरी’ ब्रांड के तहत कल्चर्ड प्रोडक्ट्स, आइसक्रीम, पनीर और घी सहित दूध और दूध से बने प्रोडक्ट्स का निर्माण, मार्केटिंग और सेल करती है। कंपनी के पास ‘धारा’ ब्रांड के तहत एडिबल आयल और ‘सफल’ ब्रांड के तहत ताजे फल और सब्जियां, फ्रोजन सब्जियां, बिना पॉलिश की दालें, शहद आदि के प्रोडक्ट्स के साथ एक विविध पोर्टफोलियो भी है। हेअल्थी सेवन के प्रति कंस्यूमर्स की बढ़ती जरूरतों के साथ सफल ने ‘ऑर्गेनिक’ प्रोडक्ट्स की अपनी विविध रेंज में भी कदम रखा है। इस रेंज में ताजे फल और सब्जियां तथा दालें, मसाले, चावल, बाजरा, सूखे मेवे, गेहूं का आटा आदि प्रोडक्ट्स शामिल हैं। मदर डेयरी अपने ब्रांडों के माध्यम से भारत के सभी प्रमुख शहरों में राष्ट्रीय उपस्थिति रखती है, तथा अपने कस्टमर्स को प्रोडक्ट्स की एक स्वादिष्ट रेंज प्रदान करती है।