भारत सरकार ने हरित हाइड्रोजन के लिए 400 करोड़ की योजना का अनावरण किया

News Synopsis
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने राष्ट्रीय हरित हाइड्रोजन मिशन National Green Hydrogen Mission के लिए अनुसंधान एवं विकास रोडमैप का अनावरण किया, जिसमें एक अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने के लिए 400 करोड़ का वादा किया गया है, जो हरित हाइड्रोजन का व्यावसायीकरण कर सकता है।
रोडमैप उन सामग्रियों, प्रौद्योगिकियों और बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर देता है, जो हरित हाइड्रोजन उत्पादन, भंडारण और परिवहन की दक्षता, विश्वसनीयता और लागत प्रभावशीलता को बढ़ा सकते हैं।
विश्व हाइड्रोजन और ईंधन सेल दिवस World Hydrogen and Fuel Cell Day की पूर्व संध्या पर नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय और भारतीय सौर ऊर्जा निगम लिमिटेड द्वारा आयोजित कार्यक्रम में घोषणा की गई।
केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री आर.के. सिंह Union Minister for New and Renewable Energy R. K. Singh हमारे ग्रह पृथ्वी के लिए टिकाऊ भविष्य।
भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद Prof. Ajay Kumar Sood Principal Scientific Advisor to the Government of India ने 400 करोड़ के आवंटित अनुसंधान एवं विकास बजट के साथ "मिशन-मोड परियोजनाओं पर प्रारंभिक ध्यान केंद्रित करने पर जोर दिया, जिसके परिणाम 2-3 वर्षों में सामने आएंगे।"
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा सचिव भूपिंदर सिंह भल्ला New and Renewable Energy Secretary Bhupinder Singh Bhalla ने कहा कि भारत ने सही समय पर हरित हाइड्रोजन क्षेत्र में प्रवेश किया है और देश हरित हाइड्रोजन क्षेत्र में अग्रणी बनने की ओर अग्रसर है।
उन्होंने कहा कि अनुसंधान एवं विकास रोडमैप का उद्देश्य अनुसंधान का लाभ उठाना है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत दुनिया में इस क्षेत्र में अग्रणी है।
विश्व हाइड्रोजन और ईंधन सेल दिवस को विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है, जो स्वच्छ ऊर्जा स्रोत और ईंधन सेल Clean Energy Sources and Fuel Cells की बहुमुखी प्रौद्योगिकी के रूप में हाइड्रोजन की क्षमता को रेखांकित करता है। यह दिन जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा और पर्यावरणीय स्थिरता चुनौतियों से निपटने में हाइड्रोजन की भूमिका के प्रमाण के रूप में कार्य करता है।