HP ने 6,000 कर्मचारियों को निकाला
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टेक सेक्टर में छंटनी की सुनामी थमने का नाम नहीं ले रही है, Apple के बाद अब HP ने भी छंटनी की घोषण कर दी है, HP 2028 तक 6,000 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाएगी, जबकि Apple ने भी चुपचाप अपनी सेल्स टीम से दर्जनों पद खत्म कर दिए हैं, रिपोर्ट के मुताबिक 2025 में अभी तक 1 लाख से ज्यादा टेक प्रोफेशनल्स अपनी नौकरी गंवा चुके हैं, AI, लागत कटौती और बिजनेस रीस्ट्रक्चरिंग इस बड़े संकट के पीछे मुख्य वजह मानी जा रही है।
HP में होगी 6,000 लोगों की छंटनी
HP Inc. ने पुष्टि की है, कि वह अगले तीन साल में 4,000 से 6,000 नौकरियों को खत्म करेगा, कंपनी का कहना है, कि यह कदम बड़े AI-ड्रिवन रीस्ट्रक्चरिंग प्लान का हिस्सा है, जिसके तहत प्रोडक्ट डेवलपमेंट, इंटरनल ऑपरेशंस और कस्टमर सपोर्ट टीमों पर सबसे ज्यादा असर पड़ेगा, HP CEO एनरिक लोरेस ने कहा कि कंपनी अगले तीन साल में लगभग $1 बिलियन की सेविंग करना चाहती है, इससे पहले भी HP ने इस साल 2,000 लोगों को निकाला था।
Apple ने भी की चुपचाप छंटनी, सेल्स टीम में की कटौती
Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार Apple ने दर्जनों सेल्स रोल्स को खत्म किया है, खासकर अकाउंट मैनेजर्स और ब्रीफिंग सेंटर स्टाफ को। कंपनी का कहना है, कि यह कदम इसीलिए उठाया गया है, ताकि ग्राहकों से कनेक्ट करने की प्रक्रिया और बेहतर हो सके, प्रभावित कर्मचारियों को कंपनी के भीतर अन्य भूमिकाओं के लिए आवेदन करने का मौका दिया गया है, यह कदम ऐसे समय आया है, जब एपल की बिक्री दिसंबर तिमाही में $140 बिलियन (1.24 लाख करोड़ रुपये) तक पहुंचने की उम्मीद है।
2025 में अब तक 1 लाख से ज्यादा नौकरियां गईं, क्यों बढ़ा संकट
Layoffs.fyi के अनुसार 2025 में अब तक 218 कंपनियां 112,732 से ज्यादा कर्मचारियों को निकाल चुकी हैं, जनवरी से शुरू हुआ यह ट्रेंड अप्रैल में सबसे तेज रहा, जब 24,500 नौकरियां एक ही महीने में खत्म हुईं, कंपनियों का कहना है, कि AI और ऑटोमेशन की वजह से पुराने रोल्स की जरूरत कम हो रही है, इसके अलावा ग्लोबल इकोनॉमी की सुस्ती और लागत कंट्रोल की जरूरत ने छंटनी को और तेज कर दिया है।
Amazon, Intel, TCS जैसे दिग्गज भी बड़े पैमाने पर कर रहे लेऑफ
Amazon ने 30,000 से ज्यादा कॉरपोरेट रोल्स को खत्म करते हुए इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी की, कंपनी का कहना है, कि AI निवेश और महामारी में हुई ओवर-हायरिंग इसकी मुख्य वजह है, Intel ने 24,000 नौकरियां काटने का फैसला किया, जो उसके कुल वर्कफोर्स का लगभग 22% है, वहीं भारत में TCS ने इस साल करीब 20,000 कर्मचारियों को बाहर किया, कंपनी अब AI और ऑटोमेशन पर फोकस कर रही है, जिसकी वजह से मिड और सीनियर लेवल रोल्स पर सबसे ज्यादा असर पड़ा है।
क्यों टूट रही टेक नौकरियां
AI-ड्रिवन ऑटोमेशन ने कंपनियों को कम लोगों में ज्यादा काम करने का विकल्प दे दिया है, जिससे पारंपरिक टेक रोल्स तेजी से गायब हो रहे हैं, साथ ही, कंपनियां लागत बचाने के लिए इंटरनल टीम्स की बजाय आउटसोर्सिंग और थर्ड-पार्टी चैनल्स पर भरोसा बढ़ा रही हैं, कई दिग्गज कंपनियों जैसे Apple और Amazon ने भी अपने सेल्स और सपोर्ट रोल्स को थर्ड-पार्टी पार्टनर्स की ओर शिफ्ट करने की शुरुआत की है, इस वजह से दुनिया भर में नौकरियों का बड़ा हिस्सा खतरे में आ गया है।


