Flipkart ने आदित्य बिड़ला फैशन को छोड़ा

News Synopsis
वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली Flipkart ने आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल में अपनी पूरी 6% हिस्सेदारी 582 करोड़ रुपये के बल्क डील में बेच दी।
हिस्सेदारी सेल के बाद Aditya Birla Fashion & Retail के शेयर बीएसई पर 10.69% गिरकर 76.79 रुपये पर बंद हुए। एनएसई पर शेयर 10.37% गिरकर 77.08 रुपये पर आ गया।
फ्लिपकार्ट इन्वेस्टमेंट्स ने अपने पूरे 73.17 मिलियन शेयर 79.50 रुपये प्रति शेयर के फ्लोर प्राइस पर बेचने की पेशकश की थी, जो बीएसई पर 85.98 रुपये के लास्ट क्लोजिंग प्राइस से 7.5% डिस्काउंट पर है। गोल्डमैन सैक्स इस डील के लिए एकमात्र बुक रनर था।
एक्सपर्ट्स ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों में कई प्रमोटरों, प्राइवेट इक्विटी फंडों और बड़े इन्वेस्टर्स ने इक्विटी मार्केट्स में उछाल का फायदा उठाते हुए कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी कम कर दी है।
प्राइम डेटाबेस के आंकड़ों से पता चलता है, कि अकेले मई में प्रमोटरों और दूसरे बड़े इन्वेस्टर्स ने 43,400 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इस लिस्ट में BAT भी शामिल है, जिसने ITC में अपनी हिस्सेदारी (25.4%) 2.5% घटाकर 12,927 करोड़ रुपये में बेच दी।
पिछले एक साल में ABFRL के शेयरों में करीब 11% की गिरावट आई है। कंपनी ने हाल ही में मदुरा फैशन और लाइफस्टाइल बिज़नेस को आदित्य बिड़ला लाइफस्टाइल ब्रांड्स नामक एक अलग एंटिटी में मर्जर कर दिया है, जो जून के अंत तक लिस्टेड होने की संभावना है।
ABLBL में लुइस फिलिप, वैन ह्यूसेन, एलन सोली, पीटर इंग्लैंड, रीबॉक और अन्य जैसे प्रमुख ब्रांड शामिल होंगे, जिनमें अमेरिकन ईगल और फॉरएवर 21 जैसी कैजुअल वियर लाइन्स के साथ-साथ वैन ह्यूसेन के तहत इनरवियर सेगमेंट भी शामिल है। ABFRL पैंटालून्स, सब्यसाची और कलेक्टिव जैसे ब्रांड को बनाए रखेगा।
कंपनी ने FY25 के लिए 7,355 करोड़ रुपये की नेट सेल और 587 करोड़ रुपये का नेट लॉस दर्ज किया।
ABFRL ने कहा कि वह FY26 में घाटे में चल रहे बिज़नेस जैसे TCNS क्लोदिंग, जो महिलाओं के एथनिक वियर ब्रांड W, Tasva, पुरुषों के विवाह और अवसरों पर पहनने वाले ब्रांड, और डिजिटल-टू-कंज्यूमर एंटिटी TMRW का मालिक है, और चालू करने के लिए 500 करोड़ रुपये का कैपिटल एक्सपेंडिचर करेगी। कंपनी संभवतः धन भी जुटाएगी जिसका उपयोग टर्नअराउंड प्रोसेस में किया जाएगा।
फर्म ने संकेत दिया कि मार्जिन में सबसे बड़ी वृद्धि उसके घाटे में चल रहे बिज़नेस को सुधारने से आएगी। TMRW को छोड़कर ABFRL संभवतः FY26 में Ebitda-पॉजिटिव हो जाएगा।
ABFRL के मैनेजिंग डायरेक्टर आशीष दीक्षित Ashish Dikshit ने कहा "मार्जिन में सबसे बड़ी वृद्धि उन बिज़नेस को बदलने से आएगी जो वर्तमान में नेगेटिव Ebitda हैं, और प्रोफिटेबिलिटी से दूर हैं, TCNS सबसे बड़ा है, दूसरा Tasva और तीसरा TMRW है।"
आशीष दीक्षित ने कहा कि कंपनी का हर बिज़नेस FY27 तक प्रोफिटेबिलिटी प्राप्त कर लेगा, TMRW को प्रॉफिटेबल बनने में एक और साल लगेगा।