अर्थव्यवस्था की रफ्तार में तेजी, पहली तिमाही में 13.5 फीसदी की वृद्धि

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अर्थव्यवस्था की रफ्तार में तेजी, पहली तिमाही में 13.5 फीसदी की वृद्धि
01 Sep 2022
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News Synopsis

मौजूदा वक्त में भारत की अर्थव्यवस्था Economy of India तेजी से पटरी पर लौटती नजर आ रही है। इसी कड़ी में इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड International Monetary Fund (आईएमएफ) ने वर्तमान वित्त वर्ष में भारत की अर्थव्यवस्था में 7.4 फीसदी की बेहतर वृद्धि होने का अनुमान लगाया है। बुधवार को जारी राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय Office of National Statistics के आंकड़ों में भी अर्थव्यवस्था के बेहतर होने का संकेत मिलता है। वर्तमान वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में 13.5 फीसदी की बेहतरीन बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इसके पूर्व वर्ष में यह वृद्धि 20.1 फीसदी रही थी। भारतीय अर्थव्यवस्था में यह वृद्धि ऐसे समय में दर्ज की गई है, जब दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाएं  Large Economies संकट के दौर से गुजर रही हैं और कई देशों में नकारात्मक वृद्धि Negative Growth दर्ज की जा रही है। निर्माण क्षेत्र देश की अर्थव्यवस्था सुधारने में अभी भी बेहतर योगदान दे रहा है। पहली तिमाही में भी निर्माण क्षेत्र में 16.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

जबकि दूसरे महत्त्वपूर्ण क्षेत्र मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर Manufacturing Sector में केवल 4.8 फीसदी की दर से वृद्धि दर्ज की गई है। यह अर्थव्यवस्था के लिए कमजोर कड़ी है। आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ इस सेक्टर में ज्यादा वृद्धि को बेहतर मानते हैं। अर्थव्यवस्था के कोर सेक्टर में पिछली छमाही की तुलना में अब तक की कमजोर वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं इसको लेकर आर्थिक मामलों के जानकार प्रो. अरुण कुमार  Prof. Arun Kumar ने कहा कि ताजा आंकड़ों में अर्थव्यवस्था में बेहतर होने के संकेत मिलते हैं, लेकिन हमें ध्यान रखना चाहिए कि इन आंकड़ों में केवल संगठित क्षेत्र के आंकड़े ही शामिल हैं।

असंगठित क्षेत्र Unorganized Sector के आंकड़ों के शामिल करने के बाद यह वृद्धि कमजोर पड़ जाएगी।  उन्होंने कहा कि भारत के लिए सबसे ज्यादा चिंता की बात असंगठित क्षेत्र है, जहां आज भी कामकाज पूर्व कोरोना स्तर पर नहीं आ सका है। इस सेक्टर में भारत के सबसे ज्यादा लोग जुड़े हुए हैं। इस समय संगठित क्षेत्र की बढ़त का सबसे बड़ा कारण यही है कि असंगठित क्षेत्र में निर्माण कमजोर पड़ रहा है, मजबूरन लोग अपनी जरूरतों के लिए संगठित क्षेत्र के उत्पाद खरीद Product Procurement रहे हैं।