विकास दर में कमी और महंगाई ने बढ़ाई वैश्विक मंदी की चिंता, जानें डिटेल
News Synopsis
Global Recession : ग्रोथ Growth को रोक कर महंगाई पर काबू पाने की दुनियाभर Worldwide के देशों की रणनीति अब भारी पड़ती दिखाई दे रही है, क्योंकि महंगाई Inflation तो कम नहीं हो रही है और उल्टे विकास दर Growth Rate भी थमती नजर आ रही है। इससे मंदी की चिंता और बढ़ गई है। अमेरिकी फेडरल रिजर्व बैंक US Federal Reserve Bank के चेयरमैन जेरोम पॉवेल Chairman Jerome Powell ने पिछले हफ्ते ही कहा था कि इस परंपरा से कहीं हम मंदी Recession की ओर तो नहीं जा रहे हैं। मंगलवार को मूडीज की एक रिपोर्ट में जानकारी देते हुए बताया गया है कि कई देश मंदी की ओर चले गए हैं और अगर नहीं गए हैं तो 2023 तक उनके मंदी में जाने की आशंका है।
मूडीज एनालिटिक्स Moody's Analytics, की रिपोर्ट के अनुसार, आर्थिक माहौल ज्यादा नाजुक है और अमेरिका तथा यूरोप US and Europe की उच्च महंगाई इसमें ज्यादा योगदान कर रही हैं। ऐसे में आगे जैसे-जैसे विकास दर घटेगी, वैसे-वैसे महंगाई में तेजी देखी जा सकती है। यह आगे चलकर और परेशान कर सकती है। रिपोर्ट की मानें तो, मजबूत डॉलर ने दुनिया की सभी मुद्राओं की कीमतों Currencies Prices को घटा दिया है। साथ ही जीडीपी में भी गिरावट आ रही है। इसने बताया गया है कि 2022 में वैश्विक अर्थव्यवस्था Global Economy 2.7 फीसदी की दर से बढ़ सकती है जबकि 2023 में यह और घटकर 2.3 फीसदी हो सकती है। इससे भी मंदी की आहट दिखाई दे रही है।
रिपोर्ट में मूडीज ने कहा कि पूरी दुनिया में महंगाई के साथ बेरोजगारी भी तेजी से बढ़ रही है। इससे आर्थिक वृद्धि में लगातार गिरावट आ रही है, जो आने वाले समय में और बढ़ सकती है। जबकि कुछ देश ऐसे हैं जहां मंदी तो है, पर उसे दिखने में अभी समय लगेगा। कारोबारी गतिविधियां Business Activities रुक सी गई हैं और इसके जरिये भी मंदी को रोकने की कोशिश हो रही है।