यूजर्स का एक्सेस रोकने पर Coinbase के खिलाफ मुकदमा

News Synopsis
फेमस क्रिप्टो एक्सचेंज Coinbase के खिलाफ कानूनी मामलों की संख्या Number of Legal Cases में लगातार इजाफा होता जा रहा है। यूजर्स का उनके एकाउंट्स के लिए एक्सेस Access रोकने के कारण एक्सचेंज को कोर्ट में खींच लिया गया है। इस मामले में एक्सचेंज पर आरोप है कि उसने विशेषतौर पर मार्केट में वोलैटिलिटी Volatility के दौरान यूजर्स का एक्सेस रोक दिया था। यह मामला दायर करने वाले George Kattula की मानें तो Coinbase ने यूजर्स के एकाउंट्स User Accounts को सुरक्षित रखने के लिए जरूरी उपाय भी नहीं किए। George ने एक्सचेंज के साथ अपने एकाउंट को एक्सेस नहीं करने के कारण हुए नुकसान के बाद यह कदम उठाया है।
उन्होंने बताया कि एक्सचेंज ने लंबी अवधि तक उनका एक्सेस बंद रखा था जिससे वह ट्रेडिंग नहीं कर पाए और उन्हें नुकसान उठाना पड़ा था। Coinbase के खिलाफ अमेरिका का सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन Securities and Exchange Commission (SEC) सिक्योरिटीज को टोकन के तौर पर लिस्ट कराने की जांच कर रहा है। वहीं इससे पहले कुछ एसेट्स की लिस्टिंग Listing of Assets को लेकर भी SEC की ओर से एक्सचेंज पर कार्रवाई किए जाने की जानकारी मिली थी। SEC का मानना है कि ये सिक्योरिटीज नहीं हैं और इनकी गलत तरीके से लिस्टिंग हुई है। Coinbase ने बताया था, "फर्म से SEC ने कुछ प्रोडक्ट्स के बारे में दस्तावेज और जानकारी मांगी है।
इनमें एसेट्स की लिस्टिंग के प्रोसेस, कुछ लिस्टेड प्रोडक्ट्स Listed Products के क्लासिफिकेशन और यील्ड Classification and Yield देने वाले प्रोडक्ट्स शामिल हैं।" स्टेकिंग और यील्ड ऐसे दो तरीके हैं जिनसे बहुत से प्लेटफॉर्म अपने यूजर्स को उनकी होल्डिंग्स से अधिक कमाने का मौका देते हैं। पिछले कुछ वर्षों में ये तरीके काफी लोकप्रिय हुए हैं। हालांकि, इन्हें लेकर रेगुलेटर्स की स्क्रूटनी Scrutiny of Regulators में भी इजाफा हुआ है।