भारत टैक्सी जल्द ही भारत में लॉन्च होगी

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भारत टैक्सी जल्द ही भारत में लॉन्च होगी
30 Dec 2025
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News Synopsis

भारत सरकार Bharat Taxi नाम का एक नया राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म लॉन्च करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस सर्विस को Ola और Uber जैसे मौजूदा प्राइवेट कैब एग्रीगेटर्स के मुकाबले एक निष्पक्ष ज़ीरो-कमीशन ऑप्शन के तौर पर पेश किया जा रहा है। इसका मकसद ड्राइवरों को बेहतर कमाई, इंश्योरेंस कवरेज और एक्स्ट्रा इनकम के मौके देना है, साथ ही यात्रियों को ज़्यादा पारदर्शी और भरोसेमंद राइड का अनुभव देना है। उम्मीद है, कि यह प्लेटफॉर्म आने वाले महीनों में लाइव हो जाएगा।

इस सरकारी सपोर्ट वाली राइड-हेलिंग सर्विस के लॉन्च की पुष्टि हाल ही में केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने की, जिन्होंने कहा कि भारत टैक्सी अगले एक या दो महीनों में शुरू हो सकती है। अमित शाह ने बताया कि इस नए प्लेटफॉर्म का मकसद कैब ड्राइवरों की लंबे समय से चली आ रही शिकायतों को दूर करना है, खासकर प्राइवेट राइड-हेलिंग ऐप्स पर इनकम डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर।

भारत टैक्सी क्यों लॉन्च की जा रही है:

भारत टैक्सी के पीछे मुख्य विचार उन लगातार शिकायतों से निपटना है, कि प्राइवेट टैक्सी एग्रीगेटर्स राइड के किराए का एक बड़ा हिस्सा अपने पास रख लेते हैं, जिससे ड्राइवरों को उनकी कमाई का छोटा हिस्सा मिलता है। यह सर्विस सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड द्वारा चलाई जाती है, जो अमूल, IFFCO और NABARD सहित भारत के कुछ सबसे जाने-माने सहकारी संस्थानों द्वारा समर्थित एक संस्था है। भारत सरकार इस पहल की मुख्य प्रमोटर है।

Bharat Taxi के तहत सरकार का कहना है, कि राइड से होने वाला पूरा मुनाफा सीधे ड्राइवरों को जाएगा। "देश में कई कंपनियाँ टैक्सी सर्विस चलाती हैं, लेकिन मुनाफा ड्राइवरों के बजाय मालिकों को जाता है। सहकारिता मंत्रालय की पहल के तहत 'भारत टैक्सी' जल्द ही लॉन्च की जाएगी, और पूरा मुनाफा हमारे ड्राइवर भाइयों को जाएगा," अमित शाह ने कहा।

भारत टैक्सी कैसे अलग होगी

प्राइवेट एग्रीगेटर्स के उलट भारत टैक्सी को ड्राइवर-केंद्रित प्लेटफॉर्म के तौर पर डिज़ाइन किया जा रहा है। सरकार के अनुसार यह सर्विस बिचौलियों को कम करेगी या खत्म कर देगी, जिससे ड्राइवर अपनी कमाई का पूरा हिस्सा अपने पास रख पाएंगे।

ज़्यादा कमाई के अलावा सरकार ने भारत टैक्सी ड्राइवरों को इंश्योरेंस कवरेज देने की भी योजना बनाई है। इसे एक ऐसे सेक्टर में एक बड़ा फायदा माना जा रहा है, जहाँ कई ड्राइवरों के पास कोई फॉर्मल सोशल सिक्योरिटी या सुरक्षा नहीं है।

इसके अलावा ड्राइवरों को अपनी टैक्सियों पर विज्ञापन लगाने की भी इजाज़त होगी। अमित शाह के अनुसार इससे राइड के किराए के अलावा कमाई का एक और ज़रिया बनेगा, जिससे ड्राइवरों की फाइनेंशियल स्थिति और बेहतर होगी।

यह मॉडल ड्राइवरों को पहले से ही पसंद आ रहा है। इसके ऐलान के कुछ ही दिनों के अंदर भारत टैक्सी में कथित तौर पर 51,000 से ज़्यादा ड्राइवरों ने रजिस्ट्रेशन कराया।

यात्रियों के लिए इसका क्या मतलब है:

जबकि सरकार इस नई राइड-हेलिंग सर्विस के केंद्र में ड्राइवरों की भलाई का वादा कर रही है, उसने यात्रियों के लिए सुविधा और भरोसे को भी सुनिश्चित करने का वादा किया है। भारत टैक्सी एक ज़्यादा पारदर्शी किराया स्ट्रक्चर का वादा कर रही है, जिसमें सर्ज प्राइसिंग को कम करने या खत्म करने पर ज़ोर दिया गया है, जो मौजूदा ऐप्स के यूज़र्स के लिए खासकर पीक आवर्स या इमरजेंसी के दौरान एक आम समस्या है।

यह प्लेटफॉर्म रियल-टाइम व्हीकल ट्रैकिंग, दोस्तों और परिवार के साथ राइड-शेयरिंग की जानकारी और शिकायतों और सवालों को संभालने के लिए 24x7 कस्टमर सपोर्ट सिस्टम भी देगा। सुरक्षा पर भी खास ध्यान दिया गया है, इस नए राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म को दिल्ली पुलिस जैसी लोकल कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ इंटीग्रेट किए जाने की उम्मीद है, और ड्राइवरों को ऑनबोर्डिंग से पहले ठीक से वेरिफाई किया जाएगा।

खास बात यह है, कि ऐप का बीटा वर्जन पहले से ही दिल्ली और गुजरात के कुछ हिस्सों जैसे चुनिंदा इलाकों में Android और iOS पर उपलब्ध है। हालांकि ऑफिसियल तौर पर इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन ज़्यादा आसान वेरिफिकेशन और डॉक्यूमेंटेशन के लिए DigiLocker जैसे प्लेटफॉर्म के साथ भविष्य में टाई-अप की भी उम्मीद है।