Apple का शिपमेंट 25% बढ़ा, Vivo सबसे आगे

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Apple का शिपमेंट 25% बढ़ा, Vivo सबसे आगे
06 May 2025
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News Synopsis

भारत में Apple के आईफोन सप्लाइज मार्च तिमाही 2025 में ईयर-ऑन-ईयर 25 प्रतिशत बढ़ी है, जिससे 8 प्रतिशत मार्केट शेयर हासिल हुई है।

चाइनीज़ स्मार्टफोन कंपनी Vivo ने जनवरी-मार्च 2025 में 20 प्रतिशत शेयर के साथ भारत में ओवरआल स्मार्टफोन मार्केट का नेतृत्व किया, जिसके बाद कोरियाई स्मार्टफोन प्रमुख सैमसंग ने 18 प्रतिशत शेयर हासिल की।

13 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ श्याओमी तीसरे स्थान पर रही। रिपोर्ट में कहा गया है, कि इसकी शेयर में ईयर-ऑन-ईयर 37 प्रतिशत की गिरावट आई है, जो टॉप फाइव में सबसे तेज है, जो अफोर्डेबल और वैल्यू-फॉर-मनी स्मार्टफोन पोर्टफोलियो दोनों में चुनौतियों को दर्शाता है।

"एप्पल ने ईयर-ऑन-ईयर 25 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की, और 8 प्रतिशत मार्केट शेयर हासिल की, जो प्रीमियम स्मार्टफोन की मजबूत मांग और भारत में ब्रॉडर रिटेल उपस्थिति से प्रेरित है।"

रिपोर्ट में कहा गया है, "iPhone 16e समेत iPhone 16 सीरीज़ ने इस वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, सुपरप्रीमियम सेगमेंट (50,000 रुपये से 1 लाख रुपये) में Apple की मार्केट शेयर में सालाना आधार पर 28 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, और उबर-प्रीमियम सेगमेंट (1 लाख रुपये से अधिक) में सालाना आधार पर 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।"

ओप्पो स्मार्टफोन की सप्लाइज में सालाना आधार पर 8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो 12 प्रतिशत मार्केट शेयर पर पहुंच गई है। मोटोरोला ने सालाना आधार पर 53 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।

भारत में 5G स्मार्टफोन की सप्लाइज तिमाही में कुल मार्केट का 86 प्रतिशत रही, जो सालाना आधार पर 14 प्रतिशत की वृद्धि को दर्शाता है।

रिपोर्ट में कहा गया है, "8,000 रुपये से 13,000 रुपये के बीच की कीमत वाले 5G स्मार्टफोन में सालाना आधार पर 100 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि दर्ज की गई, जो अफोर्डेबल 5G एक्सेस की बढ़ती मांग को दर्शाता है।"

5जी स्मार्टफोन मार्केट में वीवो 21 प्रतिशत शेयर के साथ पहले स्थान पर है, जबकि सैमसंग 19 प्रतिशत शेयर के साथ दूसरे स्थान पर है।

फीचर फोन सेगमेंट में चाइनीज़ मोबाइल फोन आईटेल ने तिमाही के दौरान 41 प्रतिशत शेयर के साथ मार्केट का नेतृत्व किया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में इसमें 6 प्रतिशत की गिरावट आई थी। इसके बाद डोमेस्टिक मोबाइल फोन मेकर लावा का स्थान रहा, जिसने पिछले साल की समान तिमाही में 14 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की।

नोकिया फोन बेचने के लिए मशहूर एचएमडी ने सप्लाइज में 6 प्रतिशत की गिरावट के बावजूद 19 प्रतिशत शेयर हासिल की।

मीडियाटेक ने 46 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ भारत के स्मार्टफोन चिपसेट मार्केट पर अपना दबदबा बनाया। क्वालकॉम ने 35 प्रतिशत शेयर के साथ प्रीमियम स्मार्टफोन सेगमेंट (25,000 रुपये से ऊपर) का नेतृत्व किया।

Nothing is fast-growing in India

भले ही Apple और Samsung भारत के स्मार्टफोन मार्केट पर हावी हैं, लेकिन Nothing 2025 की पहली तिमाही में भारत में सबसे तेजी से बढ़ने वाला स्मार्टफोन ब्रांड बनकर उभरा है। इसने ईयर-ऑन-ईयर 156 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की। यह उल्लेखनीय परफॉरमेंस काफी हद तक इसके नए लॉन्च किए गए Phone 3a सीरीज (review) की सफलता से प्रेरित था। यह लगातार पाँचवीं तिमाही भी थी, जिसमें Nothing ने देश के सबसे तेजी से बढ़ते ब्रांड के रूप में अपनी स्थिति बनाए रखी, जो इसकी बढ़ती पॉपुलैरिटी और इफेक्टिव मार्केट स्ट्रेटेजी को रेखांकित करता है।

दूसरी ओर Motorola ने भी शिपमेंट में ईयर-ऑन-ईयर 59 प्रतिशत की वृद्धि हासिल करते हुए ऊपर की ओर बढ़ना जारी रखा। यह वृद्धि मुख्य रूप से ऑफ़लाइन रिटेल चैनलों के माध्यम से मजबूत सेल से प्रेरित थी, जहाँ ब्रांड की विजिबिलिटी और पहुँच में काफी सुधार हुआ है।

सेल के मामले में रिपोर्ट में यह भी बताया गया है, कि ऑफ़लाइन रिटेल सेल प्राइमरी सेल चैनल बनी रही, जिसने कुल मार्केट शेयर में 65 प्रतिशत का योगदान दिया, क्योंकि ब्रांडों ने टियर 2 और टियर 3 शहरों में इन-स्टोर प्रमोशन और क्षेत्रीय कैंपेन तेज कर दिए। इस बीच ऑनलाइन सेगमेंट 35 प्रतिशत पर स्थिर रहा, जो पूरे इंडस्ट्री में संतुलित ओमनी-चैनल दृष्टिकोण को दर्शाता है।

कुल मिलाकर इंडियन स्मार्टफोन मार्केट अत्यधिक कॉम्पिटिटिव बना हुआ है, जिसमें अग्रणी ग्लोबल ब्रांड बदलती कंस्यूमर अपेक्षाओं और इकनोमिक डायनामिक्स के बीच अपनी उपस्थिति बनाए रखने या विस्तार करने के लिए अपनी रणनीतियों को अनुकूलित कर रहे हैं।