5 जी के अलावा और क्या बदलाव होगा टेलीकॉम में?

News Synopsis
Latest Updated on 24 January 2023
अक्टूबर में पूरे देश में 5जी की शुरुआत हो जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi 1 अक्टूबर को दिल्ली Delhi में इंडिया मोबाइल कांग्रेस India Mobile Congress में 5जी सेवा की शुरुआत करेंगे। 5जी तकनीक 4जी का उन्नत संस्करण है, इसके बाद मोबाइल की दुनिया पूरी तरह बदल जाएगी।
5जी तकनीक और 4जी में सबसे बड़ा अंतर स्पीड का होगा। 5जी की स्पीड 4जी से 10 गुना तेज होगी। 4G नेटवर्क पर औसत इंटरनेट स्पीड 45 Mbit/s होती है, लेकिन 5G नेटवर्क पर यह बढ़कर 1000 Mbit/s हो जाती है।
बहुत से लोग अपने फोन के माध्यम से इंटरनेट तक पहुंच बना चुके हैं। 4G नेटवर्क पर दबाव बढ़ रहा है, और सेवा कम विश्वसनीय होती जा रही है। 5G एक बेहतर सिस्टम होगा, और यह 4G से ज्यादा ट्रैफिक हैंडल Traffic Handle करने में सक्षम होगा।
विलंबता वह समय है जो किसी संदेश को आपके फ़ोन से उसे प्राप्त करने वाले व्यक्ति तक पहुँचने में लगता है। यह आमतौर पर काफी तेज़ होता है, लेकिन 4G नेटवर्क के साथ यह थोड़ा धीमा हो सकता है। लेकिन 5G के साथ यह और तेज हो जाएगा!
जब आप इंटरनेट Internet पर सर्च बार में कोई कीवर्ड Keywords टाइप करते हैं, तो आपके सामने एक पेज तेजी से खुल जाता है। पेज के पूरी तरह खुलने से पहले ऐसा होता है। 5जी में ऐसा होने में लगने वाला समय काफी कम होगा। आप कीवर्ड टाइप करेंगे और एंटर दबाएंगे तो रिजल्ट तुरंत दिखाया जाएगा।
5G के आगमन के साथ तेज़ गति के कारण लंबे वीडियो भी सेकंड में डाउनलोड Download किए जा सकते हैं। IoT और रोबोटिक्स तकनीक को नए पंख लगेंगे। यह व्यवसाय Business, शिक्षा Education, स्वास्थ्य Health और कृषि Agriculture जैसे क्षेत्रों में क्रांति ला सकता है।
Last Updated on 18 August 2021
पहले टेलीग्राफ आया फिर लैंड लाइन और अंत में मोबाइल, जिसके बिना हम नहीं रह सकते। 75 सालों में इंडियन टेलीकॉम सेक्टर Indian Telecom Sector ने बहुत तरक्की की है। सबसे पहले 1995 में 2G आया,फिर 2005 में 3G, 2015 में 4G और पूरे तरीके से 5G को आने में 2025 तक का समय लगेगा। आपने एक बात गौर की कि हर दस साल में इंडियन टेलीकॉम सेक्टर का विकास हुआ है। इंडियन टेलीकॉम सेक्टर में सबसे बड़ा बदलाव तब आया जब 2016 में मुकेश अंबानी Mukesh Ambani ने जियो लॉन्च किया। जियो के आने से कॉलिंग मुफ्त हो गई और डाटा 95 फीसदी सस्ता हो गया।
एक वो समय था जब हमें फोन लेने के लिए इतना इंतजार करना पड़ता था और एक आज का समय है। ऑनलाइन शॉपिंग, ई-मंडी, बैंक्स, अब तो सारा काम ही ऑनलाइन हो गया। जरा सोचिए वर्क फ्रॉम होम भी इतना आसान नहीं होता अगर हमारे पास आज टेक्नोलॉजी नहीं होती। एक वो समय था जब हमें दूसरे देश से फोन मंगवाना पड़ता था और आज मेक इन इंडिया से मैन्युफैक्चरिंग बढ़ी है और मोबाइल निर्माण में हमारा देश खुद बहुत आगे निकल गया है।
वर्तमान में, भारत 1.16 बिलियन के ग्राहक आधार के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा दूरसंचार बाजार है और भारत ने पिछले दशक में मजबूत वृद्धि दर्ज की है। एक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय मोबाइल अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है और भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। 2019 में, भारत ऐप डाउनलोड की संख्या के मामले में दूसरा सबसे बड़ा बाजार बनने के लिए अमेरिका से आगे निकल गया।