अमेज़न ने भारत को नेक्स्ट ग्लोबल AGI पावरहाउस बनाने का समर्थन किया

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अमेज़न ने भारत को नेक्स्ट ग्लोबल AGI पावरहाउस बनाने का समर्थन किया
04 Aug 2025
7 min read

News Synopsis

अमेज़न वेब सर्विसेज़ भारत में अब तक के अपने सबसे बड़े कदमों में से एक उठा रही है। कंपनी ने 1.11 लाख करोड़ रुपये (12.7 अरब डॉलर) का नया निवेश किया है, जिसका उद्देश्य देश को आर्टिफिशियल जनरल इंटेलिजेंस का एक प्रमुख ग्लोबल सेंटर बनाना है। यह निवेश जो 2030 तक चलेगा, क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और नेक्स्ट-जनरेशन AI डेवलपमेंट के लिए ज़मीन तैयार करने पर केंद्रित है।

इस प्लान में एडवांस्ड डेटा सेंटर बनाना, नेटवर्किंग सिस्टम में सुधार करना और बड़े पैमाने पर AI प्रोजेक्ट्स का समर्थन करने वाले पावरफुल कंप्यूटिंग रिसोर्स स्थापित करना शामिल है। रिपोर्ट के अनुसार AWS का मानना है, कि भारत का तेज़ी से बढ़ता डेवलपर बेस और स्टार्टअप कल्चर ऐसे महत्वाकांक्षी प्रयासों के लिए सही माहौल प्रदान करती है।

AWS में वाईस प्रेजिडेंट स्वामी शिवसुब्रमण्यन Swami Sivasubramanian ने कहा कि दुनिया AI की क्षमताओं में एक बड़ा बदलाव देख रही है, और इसके साथ तालमेल बनाए रखने के लिए सही इन्फ्रास्ट्रक्चर स्थापित करना बेहद ज़रूरी है। उन्होंने कहा "भविष्य के इन विकासों को बड़े पैमाने पर गति देने के लिए आपको कंप्यूटर इन्फ्रास्ट्रक्चर में इन सभी निवेशों की ज़रूरत है।"

यह कदम ऐसे समय उठाया गया है, जब ग्लोबल एआई क्षेत्र में कम्पटीशन बढ़ रही है, खासकर अमेरिका और चीन के बीच। भारत में बड़ी कैपिटल निवेश करके AWS भारत को एआई की दौड़ में तीसरी बड़ी ताकत बनाने के विचार का समर्थन करता दिख रहा है।

स्वामी शिवसुब्रमण्यन ने कहा "भारतीय डेवलपर कम्युनिटी सबसे वाइब्रेंट समुदायों में से एक है," और कहा कि यहाँ के डेवलपर नई टेक्नोलॉजीज को सीखने और अपनाने के लिए उत्सुक हैं।

1.11 लाख करोड़ रुपये की यह कमिटमेंट भारत में AWS के मौजूदा ऑपरेशन में जुड़ती है, जिसमें पहले से ही मुंबई और हैदराबाद में दो क्लाउड क्षेत्र शामिल हैं। कंपनी 2016 से भारत में मौजूद है, और अब तक 40 लाख से ज़्यादा लोगों को क्लाउड स्किल्स में ट्रैन कर चुकी है, जिससे एक मज़बूत टेक इकोसिस्टम बनाने में मदद मिली है।

AWS का कहना है, कि Amazon Q Business, Bedrock और SageMaker जैसे उसके अपकमिंग AI टूल ज़्यादा इंडियन बिज़नेस और गवर्नमेंट बॉडीज को जनरेटिव AI का उपयोग करने में मदद करेंगे। कंपनी 2025 के अंत तक भारत में AWS मार्केटप्लेस लॉन्च करने की भी योजना बना रही है, जिससे बिज़नेस के लिए सॉफ़्टवेयर ख़रीदना आसान हो सकता है, जैसा कि UPI ने डिजिटल पेमेंट पर प्रभाव डाला था।

AI डेवलपमेंट को समर्थन देने के अलावा इस निवेश से भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। इस निवेश का एक हिस्सा, जो महाराष्ट्र के लिए आवंटित 8.3 बिलियन डॉलर है, और हर साल 81,000 से अधिक फुल-टाइम नौकरियां पैदा होने और 2030 तक भारत के GDP में लगभग 15 बिलियन डॉलर की वृद्धि होने का अनुमान है।

अमेज़न वेब सर्विसेज़ के बारे में:

2006 से अमेज़न वेब सर्विसेज़ दुनिया की सबसे कम्प्रेहैन्सिव और व्यापक रूप से अपनाई गई क्लाउड सर्विस रही है। AWS लगभग हर तरह के कार्यभार को संभालने के लिए अपनी सर्विस का लगातार विस्तार कर रहा है, और अब इसके पास 37 भौगोलिक क्षेत्रों में 117 उपलब्धता क्षेत्रों से कंप्यूटिंग, स्टोरेज, डेटाबेस, नेटवर्किंग, एनालिटिक्स, मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), मोबाइल, सिक्योरिटी, हाइब्रिड, मीडिया और एप्लिकेशन डेवलपमेंट, डेप्लॉयमेंट और मैनेजमेंट के लिए 240 से ज़्यादा फुल-फीचर्ड सर्विस हैं। इसके अलावा चिली, न्यूज़ीलैंड, सऊदी अरब और AWS यूरोपियन सॉवरेन क्लाउड में 13 और उपलब्धता क्षेत्रों और चार और AWS क्षेत्रों की योजना की घोषणा की गई है। लाखों कस्टमर्स—जिनमें सबसे तेज़ी से बढ़ते स्टार्टअप, सबसे बड़े एंटरप्राइज और अग्रणी सरकारी एजेंसियाँ शामिल हैं, अपने इंफ्रास्ट्रक्चर को मज़बूत बनाने, अधिक चुस्त बनाने और लागत कम करने के लिए AWS पर भरोसा करते हैं।