Zomato ने लॉजिस्टिक्स करियर के लिए 10,000 वोमेन को ट्रेनिंग देने की घोषणा की

Share Us

237
Zomato ने लॉजिस्टिक्स करियर के लिए 10,000 वोमेन को ट्रेनिंग देने की घोषणा की
28 Sep 2024
7 min read

News Synopsis

ज़ोमैटो Zomato ने नॉन-प्रॉफिट और स्किलिंग सेक्टर्स के सहयोग से 10,000 वोमेन को ट्रेनिंग देने के अपने लक्ष्य की घोषणा की है, ताकि उन्हें लॉजिस्टिक्स में भाग लेने के लिए सशक्त बनाया जा सके। इस लक्ष्य को “Women in Logistics” टाइटल से बंद कमरे में आयोजित राउंडटेबल कांफ्रेंस में शेयर किया गया।

ज़ोमैटो ने कहा कि यह लक्ष्य जेंडर इंक्लूजन के प्रति ब्रॉडर कमिटमेंट का एक हिस्सा है, जो इसकी प्रमुख पहल प्रोजेक्ट आर्या में परिलक्षित होता है, जिसे 2021 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य जेंडर बाधाओं को तोड़ना और वोमेन को लॉजिस्टिक्स में सफल होने के लिए आवश्यक स्किल्स और अवसर प्रदान करना था। इस पहल के हिस्से के रूप में ज़ोमैटो ने डिलीवरी फ्लीट में पहले ही 2500 से अधिक वोमेन को शामिल कर लिया है। ज़ोमैटो ने हाइपरप्योर और ब्लिंकिट वेयरहाउस और डार्क स्टोर्स में भी वोमेन को शामिल करना शुरू कर दिया है, जिसका लक्ष्य 2024 के अंत तक वेयरहाउस में दिन के समय की शिफ्ट में वोमेन का 20 प्रतिशत रिप्रजेंटेशन करना है।

इस इवेंट में चर्चा के दौरान गिग वर्क में वोमेन के सामने आने वाली समस्याओं पर प्रकाश डाला गया, जैसे कि सुरक्षा संबंधी चिंताएँ, इंफ्रास्ट्रक्चर तक पहुँच और ट्रेनिंग। स्टेकहोल्डर्स ने लास्ट-मील लॉजिस्टिक्स में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए अपनी इनसाइट और इनोवेटिव सोलूशन्स शेयर किए।

ज़ोमैटो की चीफ सस्टेनेबिलिटी ऑफिसर अंजलि रवि कुमार Anjalli Ravi Kumar Chief Sustainability Officer Zomato ने कहा "आज कुल डिलीवरी वर्कफोर्स में वोमेन की हिस्सेदारी 10 प्रतिशत से भी कम है, जबकि ऑर्डरिंग और डिलीवरी प्लेटफ़ॉर्म उनके लिए उपलब्ध कई अन्य अवसरों की तुलना में फ्लेक्सीबिलटी और कमाई की संभावना का बेहतर संतुलन प्रदान करते हैं। ज़ोमैटो इस क्षेत्र में बदलाव लाने के लिए उत्सुक है, इसके लिए सरकार और नॉन-गवर्नमेंटल ऑर्गनाइजेशन के साथ मिलकर काम करना है, जो आत्मनिर्भर बनने की चाह रखने वाली वोमेन के साथ काम कर रहे हैं। साथ मिलकर हमारा मानना ​​है, कि हम वोमेन के लिए सही परिस्थितियाँ बना सकते हैं, ताकि वे फूड ऑर्डरिंग और डिलीवरी क्षेत्र और क्विक कॉमर्स में भारी वृद्धि से भाग ले सकें और लाभ उठा सकें।"

गिव ग्रांट्स के सीईओ सुमित तायल ने कहा "हम लॉजिस्टिक्स को और अधिक इंक्लूसिव बनाने के उद्देश्य से ज़ोमैटो के साथ सहयोग करने के लिए उत्साहित हैं। ज़ोमैटो का प्रोजेक्ट आर्या जिसे डिलीवरी पार्टनर के रूप में ज़्यादा वोमेन को शामिल करने के लिए इकोसिस्टम डेवेलोप करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, गिव ग्रांट्स के सोशल और पर्यावरणीय मुद्दों पर सलाह देने के मिशन के साथ संरेखित है, जबकि बिज़नेस और सोसाइटी दोनों के लिए शेयर वैल्यू बनाता है।"

FSG के मैनेजिंग डायरेक्टर विक्रम जैन ने कहा "FSG के GLOW प्रोग्राम ने वेयरहाउसिंग पर विशेष ध्यान देने के साथ लॉजिस्टिक्स भूमिकाओं में जेंडर डाइवर्सिटी को बेहतर बनाने के लिए ज़ोमैटो के साथ सहयोग किया है। इस राउंडटेबल कांफ्रेंस में वेयरहाउस में कार्यरत महिलाओं की संख्या में वृद्धि के संदर्भ में प्रगति देखना उत्साहजनक रहा है। हम आश्वस्त हैं, कि वेयरहाउस को महिलाओं के अनुकूल बनाने के लिए सहायक नीतियों और कॉर्पोरेट प्रथाओं के साथ यह सेक्टर भारत में महिलाओं की लेबर वर्कफोर्स भागीदारी को बेहतर बनाने में एक मेजर ड्राइवर हो सकता है।"

इस इवेंट में प्रथम आजाद फाउंडेशन जैसे NGO, एफएसजी, गिव ग्रांट्स जैसी इम्पैक्ट कंसल्टिंग फर्मों और पोर्टर और महिंद्रा लॉजिस्टिक्स जैसी लॉजिस्टिक्स कंपनियों के प्रतिनिधियों सहित प्रमुख इंडस्ट्री स्टेकहोल्डर्स को एक साथ लाया गया, ताकि भारत की बढ़ती हाइपर लोकल और क्विक कॉमर्स इकॉनमी में महिलाओं के लिए चुनौतियों और अवसरों पर चर्चा की जा सके।

हाल के वर्षों में ज़ोमैटो ने लॉजिस्टिक्स में महिलाओं के लिए बाधाओं को कम करने के लिए कई उपाय किए हैं। इनमें डिलीवरी की कम दूरी, पीरियड रेस्ट लीव और अपनी फीमेल डिलीवरी पार्टनर्स के लिए मैटरनिटी सहायता जैसे लाभ प्रदान करना शामिल है। कंपनी लॉजिस्टिक्स सेक्टर में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से पहल शुरू करने के लिए प्रतिबद्ध है।