विदेशी मुद्रा भंडार घटने से भारत पर कितना प्रभाव ?

Share Us

1467
विदेशी मुद्रा भंडार घटने से भारत पर कितना प्रभाव ?
08 Feb 2023
6 min read

News Synopsis

Latest Updated on 08 February 2023

देश के विदेशी मुद्रा भंडार Foreign Exchange Reserves में गिरावट जारी है। 23 सितंबर को समाप्त कारोबारी सप्ताह में भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 8.134 अरब डॉलर घटकर 537.518 अरब डॉलर रह गया। भारतीय रिजर्व बैंक Reserve Bank of India ने शुक्रवार को जारी की। कि पिछले कारोबारी सप्ताह में फॉरेक्स रिजर्व Forex Reserve गिरकर करीब 546 अरब डॉलर पर आ गया था।

भारतीय रिजर्व बैंक रुपये के मूल्य को गिरने से रोकने में मदद के लिए डॉलर खरीद रहा है। रॉयटर्स के एक पोल में आशंका जताई गई थी, कि भारत का फॉरेक्स रिजर्व दो साल के निचले स्तर पर जा सकता है। भारत India का स्वर्ण भंडार Gold Reserves भी 300 मिलियन डॉलर घटकर 37.886 बिलियन डॉलर हो गया है।

भारतीय रिजर्व बैंक ने देश में विदेशी मुद्रा की मात्रा की एक साप्ताहिक रिपोर्ट जारी की। देश की विदेशी मुद्रा संपत्ति Foreign Exchange Assets में कितना पैसा है, जिसमें अन्य मुद्राओं Currencies में वृद्धि या गिरावट के प्रभाव शामिल हैं। 23 सितंबर को समाप्त सप्ताह में एफसीए में 7.688 अरब डॉलर की कमी आई।

सर्वे में पाया गया कि 16 अर्थशास्त्रियों Economists का मानना ​​है, कि भारत का विदेशी मुद्रा भंडार दिसंबर तक घटकर 523 अरब डॉलर रह सकता है। जब देश जितना कमा रहा है, उससे कहीं ज्यादा तेजी से अपना पैसा खर्च Money Spent कर रहा होता है, और ऐसा पहले भी हो चुका है। 2008 में इसी तरह की स्थिति के कारण भारत का विदेशी मुद्रा भंडार 20 प्रतिशत तक गिर गया था।

डॉलर के मुकाबले रुपया गिर रहा है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना ​​है कि डॉलर के मजबूत होने और मंदी के संकेतों के चलते रुपये में गिरावट जारी रहेगी।

Last Updated on 17 September 2021

विदेशी मुद्रा भण्डार में उपस्थित मुद्रा कठिन समय में देश की मदद के लिए होता है। जिसमें उपस्थित मुद्रा देश के कर्ज को चुकाने के लिए, देश के हित में किसी महत्वपूर्ण कार्य को शुरू करने जैसे कामों में उपयोग में लिया जाता है। पिछले सप्ताह विदेशी मुद्रा भण्डार में भारी बढ़ोतरी हुई थी। विदेशी मुद्रा भण्डार में जितने अरब डॉलर की उपस्थिति को दर्ज किया गया, वह रिकॉर्ड स्तर पर थी। जो भारत की आर्थिक स्थिति को स्थिर दिशा में अग्रसर होने की बात बता रहा था। परन्तु इस सप्ताह विदेशी मुद्रा भण्डार में भारी गिरावट को दर्ज किये जाने की रिपोर्ट RBI ने दी। जिसका कारण देश में विदेशी निवेशों में आयी कमी को बताया जा रहा है। इससे देश की अर्थव्यवस्था Economy को झटका लगा है। सोने का भण्डारण देश की अर्थित स्थिति में अहम भूमिका निभाता है। सोने के मुद्रा भण्डारण में भी इस सप्ताह देश में कमी आयी है, जो कि देश के हित के लिए अच्छा संकेत नहीं है। भारत में FCA इस गिरावट की बड़ी वजह रहा है। विदेशी व्यापार Foreign Trade और विदेशों से देश में ट्रांसपोर्ट में आयी कमी ने विदेशी मुद्रा भण्डारण पर प्रभाव डाला है।