टैरिफ बढ़ोतरी के बाद वोडाफोन आइडिया के सब्सक्राइबर में भारी गिरावट

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टैरिफ बढ़ोतरी के बाद वोडाफोन आइडिया के सब्सक्राइबर में भारी गिरावट
14 Aug 2024
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News Synopsis

वोडाफोन आइडिया के सीईओ अक्षय मूंदड़ा Vodafone Idea CEO Akshaya Moondra ने कहा कि कंपनी ने हाल ही में टैरिफ बढ़ोतरी के बाद अपने सब्सक्राइबर्स को सरकारी स्वामित्व वाली बीएसएनएल में पोर्ट करते देखा है।

ऐसा इसलिए है, क्योंकि बीएसएनएल ने जुलाई में प्राइवेट टेलीकॉम ऑपरेटरों द्वारा की गई तरह टैरिफ में वृद्धि नहीं की है। इसलिए वोडाफोन आइडिया के यूजर्स का बीएसएनएल में पोर्ट-आउट टैरिफ वृद्धि से पहले के स्तर से बढ़ गया है।

अक्षय मूंदड़ा ने कहा "हम इस क्षेत्र पर नज़र रख रहे हैं। हमारा अनुमान है, कि जो कस्टमर्स 4जी की अच्छी कवरेज और अनुभव के आदी हैं, उनके लिए बीएसएनएल की मौजूदा ऑफरिंग शायद उतनी कारगर न हो।"

अक्षय मूंदड़ा ने कहा "जिन लोगों ने टैरिफ के संदर्भ में क्विक निर्णय लिया है, वे संभवतः वापस आ सकते हैं, लेकिन हम इस क्षेत्र पर नजर रखते रहेंगे और देखेंगे कि आगे बढ़ने के लिए क्या करने की जरूरत है।"

Telecom Regulatory Authority of India के मई अंत तक के आंकड़ों के अनुसार मोबाइल सब्सक्राइबर्स के मामले में वोडाफोन आइडिया की वर्तमान में 18.6% मार्केट शेयर है, जबकि बीएसएनएल की 7.4% शेयर है।

जुलाई से प्रभावी टेलीकॉम ऑपरेटरों ने हेडलाइन टैरिफ में 25% तक की वृद्धि की है। "डाउनट्रेडिंग के रुझान, रिचार्ज के लिए थोड़ा अधिक समय लगना, डाउनग्रेडिंग कि लोग कम लाभ पर समान राशि खर्च करते हैं। ये सभी रुझान काफी हद तक पिछली प्राइस वृद्धि के अनुरूप हैं," अक्षय मूंदड़ा ने कहा।

अक्षय मूंदड़ा के अनुसार इस बार प्रवेश स्तर के टैरिफ में मिनिमम वृद्धि के कारण SIM कंसोलिडेशन ज्यादा नहीं होगा।

अप्रैल-जून तिमाही में वोडाफोन आइडिया ने कुल मिलाकर 2.5 मिलियन मोबाइल सब्सक्राइबर्स खो दिए, जिससे जून के अंत तक इसका सब्सक्राइबर बेस 210.1 मिलियन रह गया। 4G सब्सक्राइबर बेस पहली तिमाही में 400,000 बढ़कर 126.3 मिलियन से 126.7 मिलियन हो गया। ब्लेंडेड सब्सक्राइबर्स चर्न 4% रहा, जबकि कम्पेर में यह 2-2.5% रहा।

तिमाही के दौरान उतार-चढ़ाव का मुख्य कारण कमज़ोर 4G नेटवर्क और कंपनी द्वारा 5G रोलआउट की अनुपस्थिति थी। और कंपनी ने फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफरिंग के ज़रिए 18,000 करोड़ जुटाए हैं, और इस राशि का इस्तेमाल 4G विस्तार और 5G रोलआउट के लिए करेगी।

अक्षय मूंदड़ा ने कहा "अप्रैल 2024 में हमारे एफपीओ के सफल समापन के बाद हमने नए कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए अपने इक्विपमेंट वेंडर्स के साथ काम किया है। हम हाई-इम्पैक्ट और जल्दी से निष्पादन योग्य प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जबकि हम लॉन्ग-टर्म कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए चर्चाओं को बंद करने की दिशा में काम कर रहे हैं।"

उन्होंने कहा "योजनाएं तय हो चुकी हैं, और हम अभी अपने वेंडर्स के साथ चर्चा को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं, ताकि हम इक्विपमेंट का ऑर्डर दे सकें और कमिंग तिमाही में डिलीवरी शुरू कर सकें।"

ऐसे कई सर्किल हैं, जहां वोडाफोन आइडिया ने पहले भी चाइनीज़ इक्विपमेंट लगाए हैं, और 5G के लिए इसकी अनुमति नहीं है। "इसलिए यह भी चर्चा का हिस्सा है, कि इसे संबोधित करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है। लंबी चर्चाएँ चल रही हैं, और हम जल्द ही इस निष्कर्ष पर पहुँच सकते हैं, संभवतः अगले महीने तक," अक्षय मूंदड़ा ने कहा।

इस बीच वोडाफोन आइडिया ने हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों के लिए नेटवर्क अपग्रेड के कुछ हिस्से के लिए ऑर्डर दिए हैं, जिन्हें जल्दी ही लागू किया जा सकता है।

कंपनी सितंबर के अंत तक अपनी डेटा क्षमता को 15% और 4G जनसंख्या कवरेज को 16 मिलियन तक बढ़ाने की योजना बना रही है।

अक्षय मूंदड़ा ने कहा "हमारा मानना ​​है, कि यह चर्न रेट अगली कुछ तिमाहियों में काफी कम हो जाएगी, निवेश की पूरी परिकल्पना यह है, कि वर्तमान में नेट सब्सक्राइबर नेगेटिव होने के विपरीत, हमें नेट पॉजिटिव क्षेत्र में पहुंचना चाहिए और इंडस्ट्री के विकास में भाग लेना शुरू करना चाहिए।"

अगले तीन सालों में कंपनी 50,000-55,000 करोड़ का पूंजीगत व्यय करने की योजना बना रही है। कंपनी अपने नेटवर्क विस्तार के क्रियान्वयन के लिए डेब्ट फंडिंग के लिए लेंडर्स से भी संपर्क कर रही है।

जून तिमाही में वोडाफोन आइडिया का शुद्ध घाटा पिछली तिमाही के 7,674 करोड़ से कम होकर 6,432 करोड़ रह गया, जिसका कारण खर्चों में कमी, खास तौर पर वित्तीय लागत में कमी है। ऑपरेशन से राजस्व तिमाही दर तिमाही करीब 1% घटकर 10,508 करोड़ रह गया। प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व क्रमिक रूप से 146 रुपये पर स्थिर रहा, जिसका कारण टैरिफ में बढ़ोतरी न होना और सब्सक्राइबर्स की संख्या में कमी होना है।