वाहनों की बढ़ सकती हैं कीमतें, उत्सर्जन मानदंडों को पूरा करने में निवेश की योजना

News Synopsis
भविष्य में पैसेंजर और कॉमर्शियल वाहनों Passenger and commercial vehicles की कीमतों में बढ़ोत्तरी Price hike होने की आशंका जताई जा रही है। ऑटोमोबाइल कंपनियां Automobile companies सख्त उत्सर्जन मानदंडों Stricter emission norms को पूरा करने के लिए भारी निवेश करने की योजना पर काम कर रहीं हैं। यह मानदंड अप्रैल से लागू होना है। भारतीय ऑटोमोबाइल उद्योग Indian automobile industry वर्तमान में अपने उत्पादों को भारत स्टेज-6 Stage-6 के दूसरे चरण को पूरा करने के लिए काम कर रहा है। इससे कंपनियों की लागत बढ़ जाएगी।
नए मानदंड के मुताबिक, वास्तविक समय में ड्राइविंग उत्सर्जन स्तरों Driving emission levels की निगरानी के लिए वाहनों में ऑन बोर्ड सेल्फ डायग्नोस्टिक डिवाइस On board self-diagnostic devices होना आवश्यक है। ऐसी स्थितियों में जहां उत्सर्जन मापदंडों से अधिक हो, डिवाइस इस पर चेतावनी देगा। इससे पता चलेगा कि वाहनों की सर्विस जरूरी है। वहीं, नए मानदंडों के लागू होने पर जले हुए ईंधन के स्तर को नियंत्रित करने के लिए वाहनों में प्रोग्राम किए ईंधन इंजेक्टर Fuel injectors भी होंगे, जो पेट्रोल इंजन के ईंधन के समय और मात्रा को नियंत्रित करेंगे। साथ ही सेमीकंडक्टर Semiconductors को भी अपग्रेड करना होगा।
आईसीआरए ICRA के वाइस प्रेसीडेंट Vice President रोहन कंवर गुप्ता Rohan Kanwar Gupta ने अपने बयान में कहा कि मानदंडों से वाहन की कीमतों में मामूली बढ़त होने की संभावना है लेकिन कंपनियों को एक साथ निवेश की जरूरत होगी। देश में एक अप्रैल, 2020 से बीएस 4 मानदंड से बीएस 6 BS6 में बदलाव किया जा रहा है। इस पर कंपनियों को 70 हजार करोड़ रुपए का इन्वेस्टमेंट investment करना पड़ा है।